बता दे की यूपी के गाजियाबाद के संजयनगर स्थित संयुक्त अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में लगी एक्स-रे मशीन 1 साल से खराब पड़ी है अस्पताल में डेढ़ साल से अल्ट्रासाउंड जांच भी बंद है वही एमएमजी अस्पताल में ईको मशीन रखे रखे खराब हो गई पिछले 5 साल से मरीजों की संख्या सरकारी अस्पतालों में दिन पर दिन बढ़ती जा रही है लेकिन संसाधनों की कमी हो रही है हालांकि अस्पतालों के निर्माण हो रहे हैं लेकिन डॉक्टर और इलाज में प्रयोग होने वाले संसाधन उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं आपको बता दे 1 अप्रैल से अब तक जिले में 12,22,750 मरीजों का सरकारी अस्पतालों में पंजीकरण हुआ वही 5 महीने में 28,411 मरीजों को भर्ती किया गया इनमें अधिकांश मरीज बुखार ऑपरेशन और सामान्य बीमारियों वाले थे गंभीर मरीजों कों संसाधनों के अभाव से रेफर कर दिया जाता है तर्क दिया जाता है कि डॉक्टर और जांच की सुविधा नहीं है
5 साल में 200 बेड बढे
आपको बता दे की अस्पताल के अंदर पांच साल में सिर्फ और सिर्फ दो सो बेड बढ़ाए गए हैं इस समय 630 बेड पर मरीज भर्ती करने की सुविधा है जबकि जल्द ही 50 बेड का अस्पताल डूडाहेड़ा में तैयार हो जाएगा जिला स्तरीय एमएमजी संयुक्त और महिला अस्पताल में ही हर समय मरीजों को भर्ती किया जाता है बता दे की सीएचसी पर अभी भी अधिकांश बेड खाली रहते हैं क्योंकि दोपहर 2:00 बजे के बाद कोई स्टाफ नहीं रहता इलाज में पहुंचे मरीजों को रेफर कर दिया जाता है वहीं संयुक्त अस्पताल में दो अल्ट्रासाउंड मशीन एमएमजी में दो महिला अस्पताल में एक और मोदीनगर, मुरादनगर में एक-एक मशीन बेकार पड़ी है बता दे की रेडियोलॉजिस्ट न होने की वजह से मरीजों की जांच की सुविधा नहीं मिल पा रही है संयुक्त अस्पताल में पिछले डेढ़ वर्ष से रेडियोलॉजिस्ट नहीं है वही मोदीनगर मुरादनगर लोन और डासन में कभी रेडियोलॉजिस्ट तैयार ही नहीं हुए इस वजह से पिछले कई वर्षों से मशीन बंद पड़ी है अगर बात करें करोना महामारी की तो करोना की दूसरी लहर के दौरान केंद्र सरकार की तरफ से 1.6 6 करोड़ कीमत के 31 वेंटीलेटर दिए गए थे विशेष्य चिकित्सक न होने की वजह से एक भी चालू नहीं हो सका वहीं संयुक्त अस्पताल में ट्रामा सेंटर के लिए पहले से 6 वेंटीलेटर मिले हुए हैं इनको मिलाकर 37 वेंटीलेटर हो गए लेकिन इस्तेमाल एक कभी नहीं किया जा रहा है
सीएमएस डॉ विनोद चंद पांडे ने दी जानकारी
आपको बता दे की सीएमएस डॉक्टर विनोद चंद्र पांडे ने कहा है कि एक्स-रे मशीन सही करने के लिए शासन को पत्र लिखा गया है जल्दी सही कर लिया जाएगा सीएमएस ने बताया कि अल्ट्रासाउंड जांच भी जल्द शुरू हो जाएगी वही सोनोलॉजिस्क डॉक्टर प्रदीप का साक्षात्कार हो चुका है जल्द ही वह कार्य भार संभाल लेंगे वहीं सीएमओ डॉक्टर भवतोष शंखधार का कहना है कि कई डॉक्टरों की नियुक्ति हो चुकी है अभी 15 अक्टूबर की नियुक्ति अक्टूबर महीने में होगी इससे मरीजों के इलाज में सुविधाएं मिलने लगेगी।