चलो! दिल्ली से वृंदावन की ओर…
AIN NEWS 1 | सनातन धर्म, एकता और भक्ति की भावना को एक सूत्र में पिरोने वाली “सनातन हिन्दू एकता पदयात्रा 2025” का शुभारंभ 7 नवंबर 2025 को दिल्ली के पवित्र छतरपुर मंदिर से होगा। यह पदयात्रा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह एक सामाजिक आंदोलन भी है जो हिन्दू समाज में समरसता, पर्यावरण संरक्षण और गौ माता के सम्मान जैसे महान उद्देश्यों को समर्पित है।
इस यात्रा का अंतिम पड़ाव पवित्र नगरी वृंदावन में होगा, जहाँ श्री बांके बिहारी जी के दर्शन के साथ यह यात्रा पूर्ण होगी। यात्रा के दौरान अनेक धार्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक पड़ाव रखे गए हैं, ताकि हर क्षेत्र में सनातन संदेश का प्रसार हो सके।

यात्रा का प्रस्तावित मार्ग और तिथि
यात्रा प्रारंभ:
📍 दिनांक: 07 नवंबर 2025
स्थान: छतरपुर मंदिर, दिल्ली
पहला पड़ाव:
रात्रि विश्राम – जीरखोद मंदिर, दिल्ली
दूसरा पड़ाव (08 नवंबर 2025):
दोपहर भोजन – बायो टेक कॉलेज के पास चलित भोजन
रात्रि विश्राम – दशहरा मैदान, फरीदाबाद
तीसरा पड़ाव (09 नवंबर 2025):
दोपहर भोजन – बल्लभगढ़ मंडी
रात्रि विश्राम – सीकरी, डॉ. एच.एन. अग्रवाल की भूमि, शगुन गार्डन
चौथा पड़ाव (10 नवंबर 2025):
दोपहर भोजन – पृथला (बघोला के अडानी पेट्रोल पंप के पास)
रात्रि विश्राम – सेकेंडरी स्कूल, पलवल
पाँचवाँ पड़ाव (11 नवंबर 2025):
दोपहर भोजन – पलवल शुगर मिल
रात्रि विश्राम – मीतरौल (प्रधान जी की भूमि)
छठा पड़ाव (12 नवंबर 2025):
दोपहर भोजन – वनचारी (जे.बी.एम.)
रात्रि विश्राम – होडल मंडी
सातवाँ पड़ाव (13 नवंबर 2025):
दोपहर भोजन – कोटवन बॉर्डर (सेल्स टैक्स ऑफिस के पास)
रात्रि विश्राम – कोसी मंडी
आठवाँ पड़ाव (14 नवंबर 2025):
दोपहर भोजन – वैकमेड इंड. कंपनी के सामने, ग्राम तुमौला
रात्रि विश्राम – गुप्ता रेजिडेंसी, छाता के पास ग्राम विलौठी
नौवाँ पड़ाव (15 नवंबर 2025):
दोपहर भोजन – एस.के.एस. कॉलेज के सामने, अखबरपुर
रात्रि विश्राम – राधा गोविंद मंदिर, जैत
दसवाँ पड़ाव (16 नवंबर 2025):
भोजन व आशीर्वचन – चारधाम मंदिर, छटीकरा
🚩 अंतिम गंतव्य: श्री बांके बिहारी जी मंदिर, वृंदावन
यह यात्रा न केवल भक्ति और एकता का प्रतीक है बल्कि यह भारत की संस्कृति, परंपरा और आध्यात्मिक चेतना का जश्न भी है।
सनातन एकता पदयात्रा के प्रमुख संकल्प
1. समरस समाज का निर्माण: समाज में जाति, वर्ग, और भेदभाव से ऊपर उठकर सबको एक सूत्र में जोड़ना।
2. भारत को गौरवशाली हिंदू राष्ट्र बनाना: सनातन धर्म के सिद्धांतों पर आधारित, एकता और संस्कृति का राष्ट्र।
3. माँ यमुना की स्वच्छता: यमुना नदी को प्रदूषण मुक्त कर पुनः जीवनदायिनी बनाना।
4. ब्रजभूमि में मांस-मदिरा पर पूर्ण प्रतिबंध: ब्रजधाम की पवित्रता और अध्यात्म को सुरक्षित रखना।
5. गौ माता को राष्ट्रमाता का दर्जा: देशभर में गौ अभयारण्य की स्थापना और संरक्षण का संकल्प।
6. प्राचीन वृंदावन का पुनर्निर्माण: ऐतिहासिक मंदिरों और रजभूमि को सुरक्षित व सुसज्जित करना।
7. श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर भव्य मंदिर: भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली पर दिव्य मंदिर निर्माण का लक्ष्य।
उद्देश्य और संदेश
यह यात्रा केवल कदमों की गति नहीं, बल्कि भक्ति की गूंज है। इसका मकसद है –
समाज में प्रेम, एकता और सहयोग की भावना फैलाना।
सनातन धर्म के सिद्धांतों का प्रचार-प्रसार करना।
युवाओं में आध्यात्मिक चेतना जगाना।
पर्यावरण, गौ संरक्षण और संस्कृति के प्रति जागरूकता लाना।
पूरे मार्ग में साधु-संत, सामाजिक संगठन और स्थानीय भक्तजन इस यात्रा में शामिल होंगे। प्रत्येक पड़ाव पर कीर्तन, भजन, प्रवचन और सामूहिक आरती के आयोजन होंगे।
☎️ संपर्क सूत्र
👉 यात्रा से संबंधित जानकारी के लिए संपर्क करें:
📞 9006111008, 9006881008, 7671008108



















