सरकारी अफसर नें की घिनौनी करतूत, 16 साल की मासुम के साथ 5 महिने तक किया दुष्कर्म ! केजरीवाल ने लिया ऐक्शन।
बता दे कि दिल्ली से एक बहुत ही घिनौनी खबर सामने आ रही है एक 16 साल की मासुम के साथ पांचमहीने तक रेप किया गया है बच्ची के प्रेग्नेंट होने पर उस पर गर्भपात का दावा बार-बार डाला जै रहा है आपको बता दे कि दिल्ली सरकार में डिप्टी डायरेक्टर कद के एक अफसर ने मदद के बहाने 16 साल की एक बच्ची को महीनों तक अपनी हवस का शिकार बनाया। आरोपी अफसर प्रेमोदय खाखा महिला एवं बाल विकास विभाग में तैनात है, जिस पर महिलाओं और बच्चों के हितों की रक्षा और उन्हें न्याय दिलाने का जिम्मा है। अफसर की घिनौनी करतूत में उसकी पत्नी ने भी साथ दिया।
यौन शोषण का शिकार बच्ची के प्रेग्नेंट होने पर अफसर की पत्नी ने उसे दवा देकर गर्भपात कराया और अपना मुंह बंद रखने को कहा। मामला उजागर होने के बाद अब दिल्ली सरकार ने सख्त रवैया अपनाया है। डीसीपी नॉर्थ सागर सिंह कालसी ने कहा कि आरोपी अफसर पर आईपीसी की धारा 376 (2), 509, 506, 323, 313, 120B और पॉक्सो ऐक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। हालांकि, उसे अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। डीसीडब्ल्यू की चेयरपर्सन स्वाति मालिवाल ने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी करके आरोपी को जल्दी गिफ्तार करने को कहा है। उन्होंने कहा, ‘यह बहुत गंभीर आरोप है। हमने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है और हम जानना चाहते हैं कि वह अब तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया। हम सरकार को भी नोटिस दे रहे हैं क्योंकि यह आदमी डीसीडब्ल्यू में दशकों से कार्यरत था। हम समझना चाहते हैं कि इसके खिलाफ अब तक क्या क्या शिकायतें आईं थी और उसके खिलाफ क्या ऐक्शन लिया गया। रक्षक ही भक्षक बन जाएगा तो दिल्ली की बेटियों और बच्चियों को कैसे बचाया जाएगा।इसके ऊपर पुलिस आरोपी अफसर के खिलाफ केस दर्ज कर चुकी है। दिल्ली सरकार की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने नाबालिग से बलात्कार के आरोपी महिला और बाल विकास अधिकारी के निलंबन का आदेश जारी किया है। शाम तक मामले में मुख्य सचिव से रिपोर्ट मांगी गई है। बताया जा रहा है कि दिल्ली पुलिस जल्द ही आरोपी अफसर को गिरफ्तार कर सकती है। आपको बता दे कि 2020 में पिता की मौत के बाद बच्ची काफी ज्यादा परेशान रहने लगी थी उसके पिता भी दिल्ली सरकार में अधिकारी थे। पिता के मौत के बाद मासुम काफी चुप चुप रहने लगी थी इसी चुपी का फायदा उठाया अरोपी ने । अरोपी अधिकारी प्रमोदय खाखा ने उसे गम से उभरने के लिए उसको अपने घर ले आया और उसके साथ पांच महीने तक दुष्कर्म किया और जब बच्ची पेगेन्ट हो गई तो उस पर अरोपी ओर उसकी पत्नी बार बार गर्भपात का दबाब डाल रहे थे और अधिकार उसका गर्भपात करा ही दिया