वार्ड 225 से जीती शकीला बेगम
जीत के बाद बुर्के में ही बयान दिया
शकीला बेगम सिर से पांव तक बुर्के में ढंकी थीं
AIN NEWS 1: बता दें एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी ने कड़े मुकाबले में बीजेपी को हरा दिया है। वैसे तो मुख्य मुकाबला इन दोनों पार्टियों के बीच देखने को मिला है लेकिन तीन वार्डों पर निर्दलीयों ने भी जीत का परचम लहराया है। इन्हीं में से एक है सीलमपुर वार्ड नंबर 225 जहां से शकीला बेगम ने विजय हासिल की है। जीत के बाद जब वो मीडिया से रूबरू हुईं तो पूरी तरह बुर्के में ढंकी हुई थीं। सिर से लेकर पांव तक काला बुर्का जिसमें चेहरा भी पूरा तरह ढंका हुआ था।
शकीला ने क्षेत्र की जनता का जताया आभार
जीत के बाद शकीला बेगम से जब मीडिया ने प्रतिक्रिया मांगी तो उन्होंने कहा कि सीलमपुर की जनता को मैं बहुत मुबारकबाद देती हूं और दुआ करती हूं कि हमारा साथ हमेशा ऐसे ही बना रहे। ऐसे ही हमें लोगों का प्यार मिलता रहे। लोगों के कर्ज तो उतर जाते हैं लेकिन हमारे क्षेत्र की जनता ने जो अहसान किया है वो कभी नहीं उतर सकता। उनके लिए हम अहसानमंद रहेंगे और उनकी सेवा करेंगे।
कौन हैं बुर्के वाली पार्षद “शकीला बेगम”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि
मैं इस अवसर पर लखनऊ के प्रबुद्धजनों का आह्वान करूंगा…#youtuber #YogiAdityanathji #yogi #Ainnews1 #AINNEWS1 pic.twitter.com/9T8mF0Jxx4
— 𝐀𝐈𝐍 𝐍𝐄𝐖𝐒 𝟏 (@ainnews1_) December 7, 2022
शकीला बेगम तीसरी दफा एमसीडी में पार्षद बनी हैं। इस बार सीलमपुर वार्ड नंबर 225 से उन्होंने बतौर निर्दलीय उम्मीदवार वजय पताका लहराई है। उन्होंने अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजेपी की सीमा शर्मा को 4,262 वोटों से हराया है। शकीला बेगम को 10,830 वोट मिले जबकि सीमा शर्मा को 6568 वोट मिले हैं। आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार नसरीन बानो यहां लड़ाई में भी नहीं थीं। इस वार्ड से असदुद्दीन औवैसी की पार्टी AIMIM ने भी ताल ठोकी थी। AIMIM से शबनम तो कांग्रेस से मुमताज उम्मीदवार थीं। शकीला बेगम का निर्दलीय जीत हासिल करना ही बताता है कि उनका अपने इलाके में सियासी तौर पर कितना दबदबा है।
पिछली दफा बीएसपी के टिकट पर जीत हासिल की थी
2017 के चुनाव में भी शकीला बेगम ने सीलमपुर से विजय दर्ज की थी। हालांकि, तब वो बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर लड़ी थीं। पिछले चुनाव में भी उन्होंने भाजपा उम्मीदवार को ही हराया था। तब जीत का अंतर 2400 वोट का था। शकीला बेगम को तब 10,159 वोट मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर रहीं भाजपी की सीमा शर्मा को 7,759 वोट मिले थे।