AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले से एक हैरान करने वाली और शर्मनाक घटना सामने आई है, जिसने पूरे पुलिस विभाग की छवि पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यहां एक सिपाही, जिसका नाम राजवीर बताया जा रहा है, शराब के नशे में इतना चूर हो गया कि वह बीच चौराहे पर ही सड़क पर गिरकर सो गया। राहगीरों और स्थानीय लोगों ने जब उसे देखा, तो पहले तो उन्हें यकीन ही नहीं हुआ कि सड़क पर पड़ा यह व्यक्ति कोई आम आदमी नहीं बल्कि वर्दीधारी पुलिसकर्मी है।
राहगीरों ने कई बार जगाने की कोशिश, लेकिन सिपाही नहीं उठा
स्थानीय लोगों के अनुसार, सुबह के समय सड़क से गुजरते हुए लोगों ने देखा कि चौराहे पर एक व्यक्ति औंधे मुंह पड़ा हुआ है। पास जाकर पता चला कि वह पुलिस विभाग में तैनात सिपाही राजवीर है। कई लोगों ने उसे आवाज देकर उठाने की कोशिश की—किसी ने कंधा हिलाया, किसी ने पानी छिड़का—लेकिन नशा इतना अधिक था कि वह उठ ही नहीं पाया।
इस दौरान, कुछ लोगों ने यह भी चिंता व्यक्त की कि कहीं उसकी तबीयत खराब न हो गई हो। लेकिन पास जाकर देखने पर शराब की तेज़ गंध महसूस हुई, जिससे साफ हुआ कि नशे में होने की वजह से वह सड़क पर ही बेहोश होकर सो गया है।
वीडियो और फोटो वायरल—पुलिस विभाग की किरकिरी
घटना का वीडियो और कई तस्वीरें देखने वालों ने अपने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड कर लीं। कुछ ही मिनटों में ये तस्वीरें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर वायरल होने लगीं।
#UPPolice हैशटैग के साथ लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएँ देने लगे।
कई लोगों ने इस घटना को पुलिस विभाग की गंभीर लापरवाही बताते हुए लिखा—
“जब रक्षक ही इस हालत में हों, तो जनता किस पर भरोसा करे?”
“कुछ पुलिसकर्मियों की हरकतें पूरे विभाग की छवि खराब कर देती हैं।”
“ऐसे पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की जरूरत है।”
वहीं, कुछ लोग इस घटना को पुलिस कर्मियों में बढ़ते तनाव और काम के दबाव से भी जोड़ रहे हैं, लेकिन जिस तरह से राजवीर सार्वजनिक स्थान पर शराब के नशे में धुत पाया गया, उसने स्पष्ट रूप से विभाग की अनुशासनहीनता को उजागर कर दिया है।
पुलिस प्रशासन भी हुआ सक्रिय
जैसे ही घटना की जानकारी पुलिस अधिकारियों तक पहुंची, विभाग में हलचल मच गई। वरिष्ठ अधिकारियों ने इस मामले पर तत्काल संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिए।
सूत्रों के अनुसार, राजवीर को मेडिकल परीक्षण के लिए भेजने और उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू करने की तैयारी है।
यह भी बताया जा रहा है कि यह पहली बार नहीं है जब किसी पुलिसकर्मी की ऐसी तस्वीरें सामने आई हों, लेकिन इस घटना ने पूरे जिले की पुलिस की छवि को गंभीर रूप से प्रभावित किया है।
जनता की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित होगी?
इस पूरे घटनाक्रम ने एक बड़ा सवाल खड़ा किया है—जब कुछ पुलिसकर्मी कर्तव्य के समय इस तरह नशे में धुत हो जाएं, तब जनता की सुरक्षा कौन सुनिश्चित करेगा? पुलिस वर्दी न सिर्फ अधिकार का प्रतीक होती है, बल्कि इससे सुरक्षा और भरोसे का संदेश भी जाता है। ऐसे में सड़क पर नशे में सोया हुआ सिपाही उस भरोसे को तोड़ता हुआ लगता है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अक्सर कुछ पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी के दौरान भी शराब पीते हुए देखे जाते हैं। यह न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि जिम्मेदारियों के प्रति बेहद गैर-जिम्मेदाराना रवैया भी है।
कानून व्यवस्था पर असर
आजकल यूपी में कानून-व्यवस्था को सख्त और बेहतर करने के लिए बड़े स्तर पर अभियान चलाए जा रहे हैं। लेकिन इस तरह की घटनाएँ पुलिस विभाग की गंभीरता पर सवाल उठाती हैं।
पुलिस विभाग में अनुशासन, समयबद्धता, सतर्कता और जिम्मेदारी सर्वोपरि होती है। किसी भी पुलिसकर्मी से अपेक्षा की जाती है कि वह हर परिस्थिति में सतर्क और जनता की रक्षा करने के लिए तैयार रहेगा। मगर जब कोई सिपाही बीच सड़क पर शराब के नशे में धुत होकर गिरा पड़ा मिले, तो यह पुलिस की विश्वसनीयता पर बड़ा धक्का है।
स्थानीय लोग भी हुए परेशान
जो लोग उस रास्ते से गुजर रहे थे, वे न सिर्फ हैरान थे बल्कि परेशान भी हो गए थे। चौराहे पर भीड़ जमा होने लगी और कुछ देर के लिए आवागमन भी प्रभावित हुआ। किसी अनहोनी की आशंका के चलते लोगों ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद अधिकारी मौके पर पहुंचे और राजवीर को उठाकर ले जाया गया।
क्या हो सकती है आगे की कार्रवाई?
पुलिस विभाग में इस तरह की घटनाओं पर आमतौर पर निम्न कार्रवाई की जाती है —
निलंबन (Suspension)
विभागीय जांच
चेतावनी या दंड
मेडिकल टेस्ट और काउंसलिंग
कई बार शराब की आदत से परेशान पुलिसकर्मियों को विभाग द्वारा सुधार के लिए विशेष काउंसलिंग या रिहैब सेंटर तक भेजा जाता है।
सोशल मीडिया का दबाव भी बढ़ रहा है
क्योंकि यह मामला तेजी से वायरल हो गया है, इसलिए पुलिस प्रशासन पर भी दबाव बढ़ा है कि वह जल्द से जल्द कार्रवाई करे और आम जनता को यह संदेश दे कि अनुशासनहीनता किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
A UP Police constable was found drunk and lying unconscious in the middle of a busy intersection in Hamirpur, creating widespread public outrage. The incident quickly went viral on social media, raising serious concerns about police discipline, law and order, and accountability within the Uttar Pradesh Police. As the photos and video spread online, people demanded strict action against the constable for misconduct and negligence of duty. This report covers the full details of the Hamirpur drunk constable incident, viral reactions, and the expected departmental action.



















