Ainnews: करनाल, अक्षय कुमार अभिनीत अभी रिलीज फिल्म सम्राट पृथ्वीराज इन दिनों काफ़ी चर्चा में है। इसी के साथ सम्राट पृथ्वीराज चौहान का ऐतिहासिक चरित्र एक बार फिर सबके सामने आया है। करनाल की ऐतिहासिक धरती से भी सम्राट पृथ्वीराज का गहरा नाता रहा है। यहां जीटी रोड स्थित तरावड़ी में बना किला उस दौर गाथा बताता है, जब सम्राट पृथ्वीराज और विदेशी शासक मोहम्मद गौरी के बीच तराइन का प्रसिद्ध भयंकर युद्ध हुआ था। हालांकि सम्राट पृथ्वीराज को इस युद्ध में हार हाथ लगी थी लेकिन उनके शौर्य की गाथाएं आज भी लोगों को बेहद रोमांच कारी लगती हैं।चिंतनीय पहलू यह है कि सम्राट पृथ्वीराज के गौरव काल की याद दिलाता यह किला अब लोगों का आशियाना मात्र बनकर रह गया है। तरावड़ी की इस यादगार इमारत में अब लोगों ने अपने घर भी बसा लिए हैं, लेकिन आज भी इसकी चारों तरफ की इमारतें अपने अंदर संजोये इतिहास को बताती हैं। लोगों का कहना है कि आज के समय में इस किले को सुंदरीकरण की बेहद आवश्कता है। इस किले के चारों तरफ की दीवारें एक ऐसा इतिहास संजोए हुए हैं जो अपने आप मे बहुत महत्व रखता है । लेकिन अब ये इमारतें लगातार खंडहर जैसी दिखाई पड़ने लगी हैं। लगातार चिंता जताई जाने के बावजूद संबंधित विभागों या प्रशासन ने अब तक इसकी सुध या चिंता नहीं की है। जबकि यदि वाकई इस किले का सौंदर्यकरण करवाने के साथ यहां इतिहास की झलक दर्शाती पुरानी चीजों को सहेजा जाए तो इसे देखने को पर्यटकों की भीड़ उमड़ पड़ेगी ।तरावड़ी स्थित यह ऐतिहासिक किला अपने अंदर इतिहास की कई महत्वपूर्ण परतें संजोए हुए है। इस समय यह किला अच्छी हालत में नहीं है लेकिन इसकी इमारतें और अन्य अवशेष सदियों पहले हुए युद्ध की याद दिलाते है । सम्राट पृथ्वीराज का किला होने के कारण इस स्थान का वर्णन इतिहास के पन्नों में दर्ज है।