AIN NEWS 1: हरियाणा के नूंह जिले के और उसके आसपास के जिलों में भी सांप्रदायिक हिंसा के संबंध में अब सोशल मीडिया पर कथित भड़काऊ पोस्ट करने पर ही सुदर्शन न्यूज के एक रेजिडेंट एडिटर को गुरुग्राम पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने मिडिया को बताया कि टीवी चैनल के स्थानीय संपादक मुकेश कुमार को भी गुरुग्राम साइबर थाना पूर्वी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस टीवी चैनल ने अपने स्थानीय संपादक मुकेश कुमार की इस प्रकार से गिरफ्तारी को देश में मीडिया की स्वतंत्रता पर सरकारी हमला करार दिया है। हालांकि, इस मामले में शुरू में आरोप लगाया था कि कुछ गुंडों के द्वारा ही उन्हें ‘अगवा किया गया था। मगर मिली जानकारी के अनुसार, मुकेश कुमार की गिरफ्तारी की पुष्टि से पहले ही दोपहर को न्यूज चैनल के ट्विटर हैंडल से एक पत्रकार को गुरुग्राम से अगवा करने का एक ट्वीट भी किया गया था। पुलिस ने अपने बयान में बताया कि 8 अगस्त को मुकेश द्वारा एक ट्वीट कर आरोप लगाया गया था, “विदेशी न्यूज चैनल अल जजीरा गुरुग्राम पुलिस कमिश्नर को फोन कर उनके ऊपर सांप्रदायिक दंगों को लेकर हिंदुओं के खिलाफ कठौर कार्रवाई करने का दबाव बना रहा है।
इस दबाव के बाद से ही कहीं से भी हिंदू कार्यकर्ताओं को उठाया जा रहा है। इसके बाद से”गुरुग्राम पुलिस ने शुक्रवार को अपना एक बयान जारी कर मुकेश कुमार की पोस्ट को ‘आधारहीन, झूठा और भ्रामक’ बताया। पुलिस ने यह भी कहा कि साइबर अपराध थाने में पत्रकार के खिलाफ आईटी अधिनियम की संबंधित धारा और अन्य धाराओं के तहत ही एक एफआईआर दर्ज की गई थी। एसीपी (क्राइम) वरुण दहिया ने शुक्रवार को कहा की मुकेश कुमार को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है।
मगर सुदर्शन न्यूज ने इस गिरफ्तारी को पूरी तरह से गलत बताया
सुदर्शन न्यूज ने अपनें पहले ट्वीट कर दावा किया था कि उसके स्थानीय संपादक मुकेश कुमार का गुरुग्राम से किसी के द्वारा अगवा कर लिया गया है। चैनल ने यह दावा किया कि वह ‘संघर्षरत’ हिंदू कार्यकर्ताओं की मदद के लिए ही मेवात गए थे। इसमें साफ़ कहा गया कि गुरुग्राम के सेक्टर-17 में कुछ ‘गुंडों’ ने उनका अपहरण कर लिया। हालांकि, बाद में उसने अपना एक और बयान जारी कर कहा कि गिरफ्तारी की सूचना देने के लिए यह बयान जारी करने में गुरुग्राम पुलिस को पूरे सात घंटे लग गए। चैनल ने इस प्रकार से गिरफ्तारी को पूरी तरह से गलत करार दिया। गौरतलब है कि, मुस्लिम बहुल नूंह जिले में भी 31 जुलाई को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की ब्रज मंडल शोभा यात्रा पर जो भीड़ द्वारा हमला करने के बाद वहां भड़की साम्प्रदायिक हिंसा में दो होम गार्ड और एक इमाम समेत कुल छह लोगों की मौत हो गई थी और इस मामले में 88 लोग घायल गए। गुरुग्राम में भी इस दौरान छिटपुट हिंसक घटनाएं दर्ज की गई थीं।