AIN NEWS 1: बता दें गाजियाबाद में फाइव स्टार होटल ‘रेडिसन ब्लू’ कौशांबी के मालिक अमित जैन (47 साल) के खुदकुशी करने से दिल्ली-NCR के तमाम बिजनेसमैन काफ़ी ज्यादा सकते में हैं। पुलिस और नजदीकियों से बात करने के बाद सबसे ज्यादा आशंका यही है कि वे भारी कर्ज में डूबे थे, जिस वजह से उन्होंने ये कदम उठाना पड़ा। जांच के लिए दिल्ली पुलिस ने उनके मोबाइल को भी कब्जे में लिया है। अब उनके कॉल हिस्ट्री और वॉट्सऐप चैट पूरी खंगाली जा रही है। इससे पता चल सकेगा कि उन्हें कोई परेशान तो नहीं कर रहा था? अमित जैन के शव का पोस्टमॉर्टम आज दिल्ली के LBS हॉस्पिटल में होगा।

बता दें खेलगांव के फ्लैट में फांसी पर लटकी मिली लाश

अमित जैन मूल रूप से बागपत जिले के ही रहने वाले थे। फिलहाल, वो परिवार सहित दिल्ली में अक्षरधाम मंदिर के पास खेलगांव में रहते थे। शनिवार दोपहर करीब साढ़े 12 बजे खेलगांव के फ्लैट में उनकी लाश कमरे मे फांसी के फंदे पर लटकी मिली। अमित जैन ने दो दिन पहले ही अपने परिवार को नोएडा में शिफ्ट किया था।

उन्होने सुबह नोएडा के घर में किया था ब्रेकफास्ट

शनिवार सुबह उन्होंने नोएडा वाले घर पर ही ब्रेकफास्ट किया। भाई कुणाल को लेकर गाड़ी से गाजियाबाद में होटल के लिए ही निकले। भाई को उन्होने होटल पर छोड़ा। और उनसे कहा कि मैं खेलगांव फ्लैट जा रहा हूं। घर का कुछ सामान वहा रह गया है। उसे वहां से लेकर आऊंगा। इसके बाद वह खेलगांव के फ्लैट पर आ गए।

लेकीन जब दोपहर में 12.30 बजे अमित जैन का बेटा आदित्य फ्लैट पर पहुंचा। उसने काफी देर तक फ्लैट की बेल बजाई। पिता के नंबर पर कॉल भी किया। लेकिन, कोई भी रिस्पांस नहीं आया। फिर बेटे ने अपने ड्राइवर को फ्लैट पर बुलाया। बताया कि अंदर से ही गेट लॉक है। मगर कोई रिस्पांस नहीं मिल रहा है। इसके बाद ड्राइवर ने रोशनदार से देखने की कोशिश की, तो बेडरुम मे कुछ लटका नजर आया। इसके बाद बेटे ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस फ्लैट का दरवाजा तोड़कर अंदर पहुंची। वहां उनका शव को फंदे से उतारा।

काफ़ी कीमती, लेकिन आउटर पर था अमित का होटल

परिवार से जुड़े लोगों ने बताया कि अमित जैन ने होटल के अलावा रियल एस्टेट में भी काफ़ी इन्वेस्ट किया था। कोरोना में सभी होटल इंडस्ट्री पूरी तरह पिट गई। उनका फाइव स्टार होटल रेडिसन ब्लू की लोकेशन दिल्ली के आउटर यानी गाजियाबाद के कौशांबी इलाके में ही है। दिल्ली आने वाले ज्यादातर फॉर्नर टूरिस्ट IGI एयरपोर्ट के नजदीक होटलों में ही अब ज्यादा रुकना पसंद करते हैं। और इसका असर उनके होटल बिजनेस पर पड़ा था। रियल स्टेट के जानकार बताते हैं कि 400 से 500 करोड़ रुपए के करीब उनकी होटल की कीमत थी।

परिवारिक लोगों ने बताया कि साल-2019 तक होटल रेडिसन ब्लू की जो स्थिति होती थी, वैसी अब नहीं रह गई थी। अब ज्यादातर मल्टीनेशनल कंपनियां ही इस होटल को अब अपनी मीटिंग्स, पार्टी के लिए बुक किया करती थीं। ऐसी मीटिंग्स भी रोज रोज नहीं होतीं।

बैंकों से भारी भी कर्ज लेने की चर्चाएं, मगर पुष्टि नहीं

परिवार और दोस्तों के बीच काफ़ी चर्चाएं हैं कि कोरोना काल में हुए नुकसान की भरपाई के लिए अमित जैन ने बैंकों से काफ़ी कर्ज लिया था। और अब वो वे लोन भी चुका नहीं पा रहे थे। उनको डर था कि उनका यह कर्ज उनके परिवार को किसी बड़ी मुसीबत में न डाल दें। हालांकि, पुलिस अफसर अभी इसकी पुष्टि नहीं कर रहे हैं। पुलिस का कहना है कि मोबाइल फोन की जांच की जा रही है। जांच के बाद ही कुछ स्पष्ट कहा जा सकता है।

इसके अलावा, पुलिस अब उनकी कंपनी के फाइनेंशियल स्टाफ और चार्टर्ड अकाउंट से पूछताछ करेगी। ताकि, जिससे उनकी मौजूदा आर्थिक हालत का सटीक पता चल सके। क्या कर्ज के कारण कोई उनको परेशान तो नही कर रहा था? अब इस सवाल का भी पुलिस जवाब तलाश रही है।

उनकी बेटी लंदन में पढ़ती है, बेटा 10वीं में

बता दें अमित जैन परिवार सहित दिल्ली में अक्षरधाम मंदिर के नजदीक कॉमनवेल्थ खेलगांव में ही किराए के फ्लैट में रहते थे। दो दिन पहले ही उन्होंने अपने परिवार को नोएडा में ही किराए का मकान लेकर शिफ्ट किया है। उनके परिवार में पत्नी नीतू जैन, बेटी खुशी और बेटा आदित्य हैं। जबकि खुशी लंदन में पढ़ती है। आदित्य यहीं 10वीं का ही छात्र है।

 

अमित और उनके भाई ने अरबों रुपए का एंपायर खड़ा किए हुए थे। इसके बावजूद भी अभी तक वो अपना मकान नहीं खरीद पा रहे थे, इसे लेकर भी कई तरह की चर्चाएं हैं। फाइव स्टार रेडिसन ब्लू होटल के बगल में ही उनका रेजिडेंशियल टॉवर भी है। उसी टॉवर में उनका ऑफिस बना हुआ था।

बता दें पुलिस सूत्रों से पता चला, अमित जैन ने जिस फ्लैट में सुसाइड किया। वो अंदर से ही लॉक था। उनके शरीर पर किसी प्रकार की चोट के निशान नहीं मिले हैं। यानी, कहीं से कोई क्राइम एंगल पुलिस को इसमें नजर नहीं आ रहा है। इसके अलावा, जिस तरह से उन्होंने दो दिन पहले अपने परिवार को शिफ्ट किया। फिर वापस उसी घर मे गए। उससे ऐसा लग रहा है कि वह पहले ही इस सुसाइड का मन बना चुके थे।

अब इन सवालों का जवाब तलाश रही पुलिस?

अमित अरबपति कारोबारी थे। होटल और रेजिडेंशियल टॉवर हैं। बावजूद इसके भी वह किराए के मकान में क्यों रहते थे। दिल्ली में रहते थे। दो दिन पहले नोएडा में किराए का ही फ्लैट लिया। परिवार को शिफ्ट भी किया। ऐसा करने की वजह पुलिस को समझ अभी नहीं आ रही। उन पर आखिर किस तरह का दबाव था कि उसके लिऐ उन्होंने अपनी जान तक दे डाली।

 

क्या वह डिप्रेशन में थे? अगर हां, तो किसी डॉक्टर्स से उन्होने संपर्क किया था।

उन्होने शनिवार को सुबह नाश्ता किया उसके बाद घर से निकले थे अमित

सुबह 8:30 बजे: अमित नोएडा से भाई करण को लेकर घर से निकले। करण को गाजियाबाद में होटल स्थित दफ्तर पर ही छोड़ा और खुद खेलगांव वाले फ्लैट पर वह आ गए।

दोपहर 12:30 बजे: बेटा आदित्य खेलगांव वाले फ्लैट पर पहुंचा तो अंदर से लॉक बंद मिला।

दोपहर 2 बजे: मंडावली थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और गेट तोड़कर अमित जैन का शव नीचे उतारा।

दोपहर 2:30 बजे: मैक्स हॉस्पिटल पटपड़गंज के डॉक्टरों ने अमित जैन को मृत घोषित किया।

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