AIN NEWS 1: शहद को सेहत का खजाना माना जाता है। सुबह खाली पेट शहद लेने की सलाह दी जाती है, बच्चे हों या बुज़ुर्ग — हर किसी के लिए शहद को फायदेमंद बताया जाता है। लेकिन अगर यही शहद ज़हर बन जाए, तो?
हरियाणा के पानीपत से सामने आया एक मामला पूरे देश के लिए चेतावनी है, जिसने लोगों की रूह तक को हिला दिया है।
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🐝 सब्जी मंडी में चल रहा था ‘नकली शहद का कारखाना’
हाल ही में पानीपत की सब्जी मंडी में फूड सेफ्टी विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए ऐसे लोगों के एक गिरोह को पकड़ा, जो फ़ेविकोल, फिटकरी और चीनी जैसी खतरनाक चीज़ों से नकली शहद तैयार कर रहे थे।

यह शहद बोतलों में भरकर गली-गली, ठेले और मंडियों में “शुद्ध देसी शहद” बताकर बेचा जा रहा था।
जांच में सामने आया कि यह गिरोह लंबे समय से सक्रिय था और सस्ते दामों में लोगों को लुभाकर उनकी सेहत से खिलवाड़ कर रहा था।
🧪 कैसे बनाया जा रहा था नकली शहद?
फूड सेफ्टी अधिकारियों के अनुसार, नकली शहद बनाने के लिए:
चीनी का गाढ़ा घोल तैयार किया जाता था
उसमें फिटकरी मिलाकर रंग और पारदर्शिता दी जाती थी
फ़ेविकोल मिलाकर शहद जैसी चिपचिपाहट बनाई जाती थी
यानी जो चीज़ फर्नीचर चिपकाने के काम आती है, वही इंसान के शरीर में उतारी जा रही थी। यह सुनकर किसी का भी कलेजा कांप जाए।
😱 शरीर के अंदर जाएगा तो क्या होगा?
डॉक्टरों का कहना है कि:
फ़ेविकोल जैसे केमिकल लीवर और किडनी को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं
लंबे समय तक सेवन करने से पाचन तंत्र खराब, गैस, अल्सर और आंतों में सूजन हो सकती है
बच्चों में इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है
लगातार सेवन से कैंसर तक का खतरा बढ़ सकता है
यानि जो शहद आपको ताकत देने के लिए खाया जा रहा है, वही धीरे-धीरे शरीर को अंदर से खोखला कर सकता है।

🚨 फूड सेफ्टी विभाग की सख्त कार्रवाई
पानीपत फूड सेफ्टी विभाग ने मौके से:
नकली शहद से भरी बोतलें
केमिकल सामग्री
शहद बनाने के उपकरण
जब्त किए हैं। आरोपियों के खिलाफ खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
अधिकारियों का कहना है कि आगे भी ऐसे अवैध कारोबारियों के खिलाफ सख्त अभियान जारी रहेगा।
🛑 सबसे ज्यादा खतरा किन लोगों को?
इस तरह का नकली शहद खासतौर पर:
गर्भवती महिलाओं
छोटे बच्चों
डायबिटीज मरीजों
बुज़ुर्गों
के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। क्योंकि इनका शरीर केमिकल्स को सहन नहीं कर पाता।
🔍 शुद्ध और नकली शहद की पहचान कैसे करें?
हालांकि पूरी तरह पहचान लैब टेस्ट से ही संभव है, फिर भी कुछ घरेलू तरीके मदद कर सकते हैं:
पानी टेस्ट – शुद्ध शहद पानी में डालने पर तुरंत घुलता नहीं
अंगूठा टेस्ट – शुद्ध शहद फैलता नहीं, वहीं टिकता है
कागज टेस्ट – असली शहद कागज पर फैलता नहीं
जलने की जांच – रुई में शहद लगाकर जलाने पर अगर जले, तो शुद्ध होने की संभावना
⚠️ ध्यान रहे: ये तरीके सिर्फ संकेत देते हैं, गारंटी नहीं।
🏪 कहां से खरीदें सुरक्षित शहद?
हमेशा ब्रांडेड और FSSAI प्रमाणित शहद ही खरीदें
सड़क किनारे, ठेले या गली में घूमने वालों से शहद न लें
बोतल पर लाइसेंस नंबर और लेबल जरूर जांचें
बहुत सस्ता शहद मिलने पर सतर्क हो जाएं
🙏 जनता से अपील
फूड सेफ्टी विभाग और स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने जनता से अपील की है कि:
लालच में आकर सस्ता शहद न खरीदें
संदिग्ध विक्रेता की जानकारी प्रशासन को दें
अपने परिवार और पड़ोसियों को भी जागरूक करें
क्योंकि जागरूकता ही इस ज़हर के कारोबार को रोकने का सबसे बड़ा हथियार है।
The fake honey racket exposed in Panipat vegetable market has raised serious concerns about food safety and public health. The Food Safety Department caught a group making adulterated honey using Fevicol, alum, and sugar, which can cause severe health issues including liver damage and digestive disorders. This Panipat fake honey case highlights the growing problem of honey adulteration in India and the urgent need for consumer awareness. Buying FSSAI-certified pure honey is the only way to stay safe from health risks caused by fake honey.



















