AIN NEWS 1 | देश में कोरोना वायरस जैसे ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के अब तक 11 मामले सामने आ चुके हैं। गुरुवार को उत्तर प्रदेश और गुजरात से 2 नए केस मिले। लखनऊ में 60 वर्षीय महिला और हिम्मतनगर में 8 वर्षीय बच्चे की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। हालांकि, गुजरात में रिपोर्ट एक प्राइवेट लैब की है, जिसकी सरकारी पुष्टि शाम तक होगी।
देश में अब तक महाराष्ट्र में 3, गुजरात, कर्नाटक और तमिलनाडु में 2-2, जबकि पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश में 1-1 केस दर्ज हुए हैं।
राज्यों की सतर्कता बढ़ी
HMPV मामलों के बढ़ते खतरे को देखते हुए राज्यों ने सतर्कता बढ़ाई है।
- पंजाब: बुजुर्गों और बच्चों को मास्क पहनने की सलाह।
- गुजरात: अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड बनाए जा रहे हैं।
- हरियाणा: स्वास्थ्य विभाग को निगरानी बढ़ाने के निर्देश।
छोटे बच्चों पर सबसे ज्यादा असर
HMPV संक्रमण से सर्दी और कोविड जैसे लक्षण दिखते हैं। इसका सबसे अधिक प्रभाव 2 साल से कम उम्र के बच्चों पर देखा जा रहा है। केंद्र ने राज्यों को ‘इन्फ्लूएंजा लाइक इलनेस’ और ‘सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इश्यूज’ की निगरानी बढ़ाने की सलाह दी है।
विशेषज्ञों की राय
- डॉ. रणदीप गुलेरिया (AIIMS पूर्व डायरेक्टर):
- HMPV का इलाज एंटीबायोटिक्स से संभव नहीं।
- मरीजों को हाइड्रेशन बनाए रखना और पौष्टिक भोजन करना चाहिए।
- डॉ. शशांक हेडा (Covid Rx Exchange फाउंडर):
- यह वायरस सामान्य संक्रमण जैसा है।
- आंकड़े बताते हैं कि अस्पतालों में भीड़ HMPV के साथ अन्य वायरल संक्रमणों की वजह से है।
HMPV वायरस से जुड़े सवाल-जवाब
HMPV वायरस क्या है?
यह एक RNA वायरस है, जो मुख्य रूप से सर्दी और सांस की बीमारियां फैलाता है।
कैसे फैलता है?
- खांसने और छींकने से।
- संक्रमित व्यक्ति या वस्तु के संपर्क में आने से।
लक्षण क्या हैं?
- खांसी, बुखार, गले में खराश।
- गंभीर मामलों में निमोनिया और ब्रोंकाइटिस।
कोरोना से कैसे अलग है?
हालांकि HMPV और कोरोना वायरस अलग-अलग परिवारों से हैं, लेकिन इन दोनों के लक्षण, ट्रांसमिशन और वलनरेबल ग्रुप काफी हद तक समान हैं।
क्या इसका इलाज है?
अभी तक HMPV के लिए कोई वैक्सीन या एंटीवायरल दवा नहीं बनी है। सामान्य लक्षणों का इलाज घर पर ही संभव है।
सरकार की तैयारी
- ICMR और IDSP: इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों के लिए मजबूत निगरानी तंत्र।
- HMPV लैब: वायरस टेस्टिंग लैब की संख्या बढ़ाने की योजना।
- जागरूकता अभियान: फ्लू और श्वसन संबंधी संक्रमणों के लिए सावधानी बरतने की अपील।
निष्कर्ष
HMPV कोई नया वायरस नहीं है। इसका पहला मामला 2001 में पाया गया था। भारत सरकार के अनुसार, मौजूदा स्थिति नियंत्रण में है। बुजुर्गों और बच्चों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।