इस साल बढ़ेंगे घरों के दाम
लागत बढ़ोतरी का कीमतों पर असर
EMI बढ़ने से ग्राहकों के सेंटीमेंट्स कमजोर
AIN NEWS 1: महंगाई के चलते अपने घर का सपना पूरा करना करने वाले लोगों को इस साल भी घरों की महंगाई से निजात मिलने की उम्मीद नहीं है। दरअसल, 2022 में सालभर निर्माण की बढ़ती लागत से महंगे हुए मकानों के साथ ही घरों की EMI ने भी लोगों की जेब पर बुरी तरह से अटैक किया था। अब रेटिंग एजेंसी इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च ने यह अनुमान लगाया है कि 2023-24 में घरों के दाम 5 फीसदी तक बढ़ जाएंगे। 2022-23 में घरों की कीमतों में 8 से 10 परसेंट तक का उछाल आया है।
इस साल बढ़ेंगे घरों के दाम
इसके साथ इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च ने 2023-24 के लिए हाउसिंग रियल एस्टेट सेक्टर के आउटलुक में बदलाव करते हुए इसे ‘सुधार’ से बदलकर ‘तटस्थ’ कर दिया है। हालांकि जानकारों का मानना है कि जिस तरह से जनवरी-फरवरी में तिमाही बिक्री का 10 साल का रिकॉर्ड टूट गया है उसे देखते हुए घरों की बिक्री में तेजी जारी रहने का भरोसा है।
लागत बढ़ोतरी का कीमतों पर असर
बहरहाल बिक्री में इस बढ़ोतरी को कोरोना के बाद लोगों की जरुरतों में हुए बदलाव से भी देखा जा रहा है। कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि ये ट्रेंड लंबे समय तक जारी नहीं रहेगा। वहीं इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च की रिपोर्ट की बात करें तो ऊंची निर्माण लागत, बढ़ती होम लोन दरें के साथ ही घरेलू और वैश्विक स्तर पर मंदी के बावजूद रेजिडेंशियल रियल एस्टेट बाजार में 2022-23 में तेजी बरकरार रही है। ये दावा रियल एस्टेट के टॉप 8 सेक्टर्स के लिए सालाना आधार पर बिक्री में 15 फीसदी की बढ़ोतरी के आधार पर किया गया है।
EMI बढ़ने से ग्राहकों के सेंटीमेंट्स कमजोर
रिपोर्ट में आशंका जताई गई है कि मंदी और महंगाई के दबावों के असर से आने वाले दिनों में घरों की डिमांड पर मामूली असर भी पड़ सकता है।लेकिन रिपोर्ट में भरोसा जताया गया है कि कि बाजार इस दबाव को झेलने के लिए मजबूती के साथ तैयार है। वहीं एजेंसी ने एक संभावना डिमांड में बढ़ोतरी की भी जताई है। नवरात्र में मिले रेस्पांस के मुताबिक भी डेवलपर्स को घरों की बिक्री में तेजी बने रहने का अनुमान है।
कोरोना के बाद बढ़ी थी घरों की बिक्री
कीमतों को लेकर पड़ने वाले दबाव को इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है कि कोरोना की दूसरी लहर से प्रभावित 2021-22 में घरों की बिक्री कम दाम के चलते बढ़ी थी। वहीं महंगाई और रेपो रेट बढ़ने से 2022-23 में अफोर्डेबल घरों की डिमांड घटी है।