लोगों में बढ़ा ऑनलाइन शॉपिंग का ट्रेंड
35 साल से ज्यादा उम्र के लोगों में बढ़ा क्रेज
छोटे शहरों के लोगों को पसंद आई ऑनलाइन शॉपिंग
AIN NEWS 1: देश में अब ज्यादातर लोग ऑनलाइन शॉपिंग को तरजीह दे रहे हैं। ऑनलाइन शॉपिंग का क्रेज पहले केवल 20 से 25 साल तक की उम्र के युवाओं में देखा जाता था। लेकिन हाल ही में हुई एक स्टडी में दावा किया गया है कि अब 35 साल से ज्यादा उम्र के लोग भी जमकर ऑनलाइन खरीदारी करने लगे हैं। बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप यानी BCG और मैट्रिक्स पार्टनर्स इंडिया की एक स्टडी के मुताबिक 5 साल और उससे ज्यादा उम्र के ग्राहक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर नए खरीदार के तौर पर उभर रहे हैं। 2021 में जोड़े गए 3 से 4 करोड़ नए ऑनलाइन ग्राहकों में से इनकी संख्या करीब 67 परसेंट थी। इनमें भी ज्यादा हिस्सा गैर-मेट्रो और छोटे शहरों की महिलाओं का था।
लोगों में बढ़ा ऑनलाइन शॉपिंग का ट्रेंड
ऑनलाइन शॉपिंग के इस चलन में बढ़ोतरी कोरोना महामारी के बाद आई है। कोरोना प्रतिबंधों के चलते लोगों को ना चाहते हुए भी केवल ऑनलाइन खरीदारी के विकल्प को अपनाना पड़ रहा था। इसके बाद किसी को सहूलियत तो किसी को खरीदारी के ज्यादा विकल्पों के चलते ये प्लेटफॉर्म पसंद आने लगा। बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप की स्टडी के मुताबिक 2022 में 27 करोड़ ऑनलाइन ग्राहकों में से करीब 15 करोड़ 35 साल या इससे ज्यादा उम्र के थे। पहले कंपनियों को अपने ग्राहकों को बढ़ाने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती थी लेकिन लेकिन अब ऑनलाइन ग्राहकों की संख्या अपने आप तेजी से बढ़ रही है।
35 साल से ज्यादा उम्र के लोगों में बढ़ा क्रेज
ऑनलाइन मार्केटिंग कंपनियां भी अब नए ग्राहकों को जोड़ने के लिए अपनी सुविधाओं को तेजी से बढ़ा रही हैं। फ्लिपकार्ट, अमेज़ॉन, मीशो जैसी ई-कॉमर्स कंपनियां आवाज और वीडियो के जरिए रीजनल भाषाओं में प्रोडक्ट को जोड़ने की पेशकश कर रही हैं। मीशो के मुताबिक पिछले साल उसके सभी ऑर्डर का करीब 80 परसेंट टीयर-2 या इससे भी छोटे शहरों से आया था। हाल ही में PhonePe ने ONDC नेटवर्क पर अपना स्थानीय कमर्शियल ऐप लॉन्च किया है। ये ग्राहक को उसके पड़ोस के स्टोर से खरीदारी करने की मंजूरी देगा। बीसीजी के मुताबिक ओएनडीसी ब्रांड, खरीदारों और रिटेलर्स को ऐप्स के लिए बिजनेस मॉडल के नजरिए से शानदार मौके मुहैया कराएगा। ऐसे में हो सकता है कि अगले तीन साल में छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों के राजस्व में 50 परसेंट से ज्यादा का योगदान इसी का होगा।