AIN NEWS 1 गाजियाबाद : प्रताप विहार के रामलीला मैदान में चल रही भागवत कथा के दौरान 400 साल पुरानी भगवद्गीता चोरी हो गई। इस घटना ने श्रद्धालुओं में भारी गुस्सा पैदा कर दिया है। उन्होंने 24 घंटे के भीतर चोर को पकड़ने और भगवद्गीता को वापस लाने की मांग की है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और श्रद्धालुओं को जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
भागवत कथा का मुख्य आकर्षण थी भगवद्गीता
गाजियाबाद के प्रताप विहार में भारतीय सनातन सेवा संस्थान द्वारा 15 दिसंबर से भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। हरिद्वार के मोहन गोकुलधाम के पीठाधीश्वर कृष्ण संजय द्वारा यह कथा सुनाई जा रही थी। इस कथा में 400 साल पुरानी भगवद्गीता का उपयोग किया जा रहा था, जो कथा का मुख्य आधार थी। हर दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु कथा सुनने आते हैं।
रात में हुई चोरी, रुपये सुरक्षित मिले
गुरुवार को भागवत कथा का पांचवां दिन था। कथा समाप्त होने के बाद भगवद्गीता को व्यास पीठ पर रखा गया और वहां सुरक्षा के लिए दो लोग तैनात किए गए। लेकिन रात में ये दोनों सुरक्षा गार्ड सो गए। शुक्रवार सुबह जब पुजारी व्यास पीठ पर पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि भगवद्गीता गायब थी। हालांकि, व्यास पीठ पर चढ़ाए गए रुपये और अन्य सामग्री सुरक्षित थी।
धार्मिक भावनाएं आहत
भगवद्गीता की चोरी ने श्रद्धालुओं की भावनाओं को आहत किया है। उनका कहना है कि इस पवित्र ग्रंथ की चोरी केवल एक आपराधिक घटना नहीं है, बल्कि यह धार्मिक भावनाओं पर हमला है। घटना के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु रामलीला मैदान में इकट्ठा हो गए और इस कृत्य की निंदा की।
पुलिस जांच में जुटी
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। भारतीय सनातन सेवा संस्थान के अध्यक्ष पंडित राजेश शर्मा ने बताया कि पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेष टीम गठित की है।
एसीपी कोतवाली रितेश त्रिपाठी ने कहा, “हम जल्द ही चोर को गिरफ्तार कर भगवद्गीता को वापस लाने का प्रयास करेंगे।”
श्रद्धालुओं की चेतावनी
श्रद्धालुओं ने पुलिस को 24 घंटे का समय दिया है और चेतावनी दी है कि अगर इस दौरान भगवद्गीता वापस नहीं मिली, तो वे विरोध प्रदर्शन करेंगे। पुलिस प्रशासन ने उन्हें शांत रहने की अपील की है
400 साल पुरानी भगवद्गीता की चोरी ने गाजियाबाद के श्रद्धालुओं के बीच आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है। धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली इस घटना की सच्चाई का पर्दाफाश जल्द होना श्रद्धालुओं की प्रमुख मांग है। पुलिस ने कार्रवाई का भरोसा दिया है, लेकिन इस घटना का जल्द से जल्द खुलासा करना प्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ है।