500, 1000 के पुराने नोटों को बदलने का मौका!
सुप्रीम कोर्ट दे सकता है बदलने की अनुमति
5 जजों की बेंच कर रही है विचार
AIN NEWS 1: अगर आपके पास अभी भी 500 और 1000 के रुपए के पुराने नोट हैं और किसी वजह से उन्हें बदलने से आप 2016-17 में सफल नहीं हो पाए हैं तो आपको अभी भी 500 और 1000 रुपए के इन पुराने नोटों को बदलवाने का मौका मिल सकता है। सुप्रीम कोर्ट नोटबंदी को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई कर रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को नोटबंदी को चुनौती देने वाली याचिकाओं की सुनवाई के दौरान कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक को उन व्यक्तियों द्वारा किए गए वास्तविक आवेदनों पर विचार करना चाहिए जो पुराने करेंसी नोटों को बदलवाने की समय सीमा से चूक गए हैं। उनको नोट बदलवाने के लिए एक और मौका देना चाहिए। इस मामले में अगली सुनवाई 5 दिसंबर को होगी।
नोटबंदी के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट में विचार
देश भर में कई लोगों को अपने घर की सफाई के दौरान 500 और 1000 के पुराने नोट मिले हैं। ऐसे में कुछ लोगों ने तो इन नोटों को यादगार के तौर पर संभाल कर रख लिया होगा और कुछ लोगों ने बेकार समझ कर फेंक दिया होगा। कुछ लोग समय ना मिलने की वजह से इन नोटों को बदलवा नहीं पाए थे। इसलिए जिन लोगों ने उन नोटों को संभाल कर रखा है उनको अभी भी बदलवाने का एक मौका मिल सकता है क्योंकि सुप्रीम कोर्ट में 500 और 1,000 रुपये के नोटों को बंद करने के 8 नवंबर 2016 के फैसले की वैधता पर विचार किया जा रहा है।
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— 𝐀𝐈𝐍 𝐍𝐄𝐖𝐒 𝟏 (@ainnews1_) November 26, 2022
वैधता पर विचार कर रहे जज
पांच जजों जस्टिस एस. अब्दुल नजीर, बी.आर. गवई, ए.एस. बोपन्ना, वी. रामासुब्रमण्यन और बी.वी. नागरत्ना की बेंच 500 और 1,000 रुपये के नोटों को बंद करने के 8 नवंबर 2016 के फैसले की वैधता पर विचार कर रहे हैं। भारत के अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणि ने कहा कि विमुद्रीकृत नोटों को बदलने की तारीखों को बढ़ाया नहीं किया जा सकता लेकिन रिजर्व बैंक आवेदकों द्वारा ज़रुरी शर्तों को पूरा करने और केंद्रीय बैंक की संतुष्टि वाले कुछ व्यक्तिगत मामलों पर विचार करेगा।
अब विचार करना शैक्षणिक कवायद
अटॉर्नी जनरल ने कोर्ट में नोटबंदी की अधिसूचना का बचाव किया। उन्होंने कहा कि नोटबंदी को जाली नोटों की समस्या, काला धन और आतंकवाद की समस्या को रोकने के लिए लागू किया गया था। सरकार के मुताबिक नोटबंदी को रिजर्व बैक कानून 1934 के नियमों के तहत लागू किया गया था। सरकार का कहना है कि 6 साल बाद याचिकाओं पर विचार करना एक शैक्षणिक कवायद है और इसके कोई मायने नहीं हैं।
याचिकाकर्ता ने की ये बातें
सुप्रीम कोर्ट नोटबंदी को चुनौती देने वाली कई याचिकाओं पर सुनवाई कर रहा है। इनमें कहा गया है कि उनके पास पुराने नोट रखे हैं। एक याचिकाकर्ता ने कहा कि उसके पास एक करोड़ रुपये से ज्यादा के पुराने नोट रखे हैं। इस पर अदालत ने कहा कि आप इन्हें संभाल कर रखिए। एक याचिकाकर्ता ने कहा कि वो नोटबंदी के समय विदेश में थे और नोट बदलवाने की तारीख मार्च से पहले ही बंद हो गई थी। जबकि कहा गया था कि विंडो मार्च के आखिर तक ओपन रहेगी। इसी तरह एक याचिकाकर्ता ने कहा कि उसके जब्त किये गए लाखों रुपये कोर्ट में जमा हैं, लेकिन नोटबंदी के बाद वो सब बेकार हो गए।