7 Bangladeshi Nationals Caught in Delhi Hotels, Police Uncover Big Conspiracy
दिल्ली में होटल से पकड़े गए 7 बांग्लादेशी, पुलिस जांच में खुलासा: अवैध दस्तावेज़ बनाने की थी साजिश
AIN NEWS 1: दिल्ली पुलिस ने अवैध रूप से भारत में रह रहे सात बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। ये सभी लोग दिल्ली के विभिन्न होटलों में ठहरे हुए थे और जांच के दौरान पता चला कि इनके वीजा की अवधि पहले ही समाप्त हो चुकी थी। इसके बावजूद, ये न केवल भारत में रह रहे थे, बल्कि भारतीय दस्तावेज़ जैसे आधार कार्ड और वोटर कार्ड बनवाने की तैयारी में थे।
कैसे पकड़े गए ये बांग्लादेशी?
पुलिस ने जानकारी दी कि गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई। पुलिस को खबर मिली थी कि कुछ विदेशी नागरिक होटल में बिना वैध दस्तावेज़ के रह रहे हैं। इसके बाद अधिकारियों ने तुरंत छापा मारा और इन लोगों को हिरासत में ले लिया।
एजेंटों के संपर्क में थे ये लोग
जांच में यह भी खुलासा हुआ कि ये सभी बांग्लादेशी नागरिक भारतीय और बांग्लादेशी एजेंटों के संपर्क में थे, जो उन्हें फर्जी दस्तावेज़ बनवाने में मदद कर रहे थे। इन एजेंटों का नेटवर्क बड़े स्तर पर काम करता है और भारत में अवैध रूप से प्रवेश कराने में विशेषज्ञ माना जाता है।
वीजा की अवधि समाप्त
इनके वीजा की अवधि पहले ही समाप्त हो चुकी थी। कानून के मुताबिक, वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद किसी भी विदेशी नागरिक को देश छोड़ना होता है, लेकिन ये लोग भारत में अवैध तरीके से रुकने की कोशिश कर रहे थे।
पुलिस की कड़ी कार्रवाई
पुलिस ने इन सभी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इनके पास से कई संदिग्ध दस्तावेज़ और मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि ये कब से भारत में थे और कितने और लोग इस साजिश में शामिल हो सकते हैं।
अवैध प्रवासियों के लिए चेतावनी
यह मामला भारत में अवैध प्रवासियों के बढ़ते खतरे की ओर इशारा करता है। पुलिस ने चेतावनी दी है कि किसी भी विदेशी नागरिक को भारत में रहने के लिए वैध दस्तावेज़ होना अनिवार्य है।
Delhi Police apprehended 7 Bangladeshi nationals from various hotels in the city who were illegally staying despite their visa expiration. During the investigation, it was revealed that they were planning to create fake Aadhaar and voter cards with the help of Indian and Bangladeshi agents. This case highlights the growing issue of illegal immigrants and the role of agent networks facilitating such activities.