AIN NEWS 1: भारत में खाद्य पदार्थों में मिलावट की खबरें आम हो गई हैं। हाल ही में जयपुर में 800 किलो नकली पनीर जब्त किया गया है, और इसी प्रकार की घटनाएं उत्तराखंड में भी हो चुकी हैं। नकली पनीर स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक हो सकता है। इस लेख में हम जानेंगे कि नकली पनीर कैसे बनता है, इसके स्वास्थ्य पर क्या असर हो सकते हैं, और असली पनीर की पहचान कैसे करें।
नकली पनीर कैसे बनता है?
नकली पनीर, जिसे सिंथेटिक पनीर भी कहा जाता है, कई हानिकारक रसायनों और सामग्रियों से बनाया जाता है। इसे बनाने की प्रक्रिया में निम्नलिखित सामग्रियाँ शामिल हो सकती हैं:
– यूरिया और कोलतार डाई
– डिटर्जेंट और सल्फ्यूरिक एसिड
– रिफाइंड गेहूं का आटा (मैदा)
– सोडियम बाइकार्बोनेट (बेकिंग सोडा)
– पाम ऑयल या वनस्पति तेल
– बेकिंग पाउडर
इन सामग्रियों को मिलाकर पनीर का मिश्रण तैयार किया जाता है, जिसे जमाकर नकली पनीर का रूप दिया जाता है।
नकली पनीर खाने के नुकसान
1. पाचन समस्याएँ : नकली पनीर में स्टार्च और सिंथेटिक दूध मिलाया जाता है, जिससे पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इससे पेट में जलन, दस्त, उल्टी और जी मिचलाने जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।
2. फूड पॉइजनिंग: मिलावटी पनीर में गंदे पानी और अस्वच्छ तरीकों से बैक्टीरिया आ सकते हैं, जिससे बुखार, पेट दर्द और डिहाइड्रेशन जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।
3. एलर्जिक रिएक्शन: डिटर्जेंट और सिंथेटिक रसायन एलर्जिक रिएक्शन पैदा कर सकते हैं, जिसमें त्वचा पर लाल चकत्ते, सांस लेने में कठिनाई, और सूजन शामिल हैं।
4. किडनी को नुकसान: यूरिया और सिंथेटिक दूध किडनी को नुकसान पहुँचा सकते हैं, जिससे किडनी में दर्द, पेशाब कम होना और सूजन जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।
5. कैंसर का खतरा: कुछ मिलावटखोर पनीर में फॉर्मलडिहाइड जैसे कैंसरकारी रसायन मिला सकते हैं, जो लंबे समय में कैंसर का खतरा बढ़ा सकते हैं।
नकली पनीर की पहचान कैसे करें?
FSSAI ने नकली पनीर की पहचान के लिए कुछ आसान तरीके सुझाए हैं:
1. आयोडीन टेस्ट: एक पैन में पनीर को उबालें और उसमें आयोडीन टिंचर की कुछ बूंदें डालें। यदि पनीर का रंग नीला हो जाता है, तो यह नकली हो सकता है। यह टेस्ट सिर्फ स्टार्च की मिलावट के लिए कारगर है।
2. तुअर दाल टेस्ट: उबले हुए पनीर को ठंडा पानी में डालें और उसमें थोड़ी सी तुअर दाल डालें। 10 मिनट बाद पानी का रंग देखें। अगर पानी हल्का लाल हो जाता है, तो पनीर में मिलावट हो सकती है। यह टेस्ट रंग की मिलावट के लिए है।
3. गंध और स्वाद: पनीर को सूंघें (खट्टा नहीं होना चाहिए) और चखें। असली पनीर का स्वाद दूध जैसा और नरम होना चाहिए। यदि पनीर रबर जैसा या कठोर लगता है, तो उसे न खरीदें।
4. दृश्य निरीक्षण: असली पनीर का रंग सफेद या हल्का पीला होता है। इसमें दरारें नहीं होतीं और छूने में यह नरम और ठोस होता है।
इन उपायों का पालन करके आप नकली पनीर से बच सकते हैं और अपनी सेहत को सुरक्षित रख सकते हैं।