AIN NEWS 1 | अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर सुर्खियों में हैं। ट्रेड और टैरिफ को लेकर उन्होंने पिछले कुछ समय में कई विवादित फैसले लिए हैं, जिनका असर पूरी दुनिया पर देखा जा रहा है। भारत, रूस और चीन जैसे बड़े देशों के साथ उनके तनावपूर्ण रिश्ते अब एक नए मोड़ पर पहुंचते दिख रहे हैं। इसी बीच ट्रंप ने ऐलान किया है कि वह भारतीय समयानुसार रात 11:30 बजे एक बड़ा बयान देंगे। इस घोषणा को लेकर दुनिया भर की निगाहें अमेरिका पर टिकी हुई हैं।
भारत और रूस पर टैरिफ की मार
ट्रंप प्रशासन ने हाल ही में भारत पर 25% टैरिफ लगाया था। इतना ही नहीं, रूस से तेल खरीदने पर भारत को अतिरिक्त 25% एक्स्ट्रा टैरिफ देना पड़ा।
भारत ने अमेरिका की इस सख्ती के बावजूद रूस से तेल खरीदना बंद नहीं किया।
ट्रंप ने यूक्रेन युद्ध के मद्देनजर रूस पर कई आर्थिक प्रतिबंध लगाए।
चीन पर भी नए टैरिफ की घोषणा की गई है, हालांकि वे अभी लागू नहीं हुए हैं।
इन फैसलों से साफ है कि ट्रंप अपनी “आर्थिक दबाव” की नीति को आक्रामक तरीके से आगे बढ़ा रहे हैं।
SCO समिट और बदलते समीकरण
हाल ही में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग एक मंच पर आए।
भारत ने अब तक अमेरिका के साथ कोई ट्रेड डील साइन नहीं की है।
रूस और चीन के साथ भारत की बढ़ती नजदीकी ट्रंप प्रशासन के लिए बड़ी चिंता का विषय है।
इस बदलते समीकरण को देखते हुए अमेरिका की रणनीति और भी आक्रामक हो सकती है।
ट्रंप का बड़ा ऐलान – टैरिफ या इस्तीफा?
अब सवाल उठ रहा है कि आज रात ट्रंप किस तरह का बड़ा बयान देंगे।
टैरिफ पॉलिसी में बदलाव
अमेरिका की एक अदालत ने हाल ही में ट्रंप के लगाए गए टैरिफ को गैरकानूनी करार दिया।
ट्रंप ने इस फैसले को चुनौती देने के लिए सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही थी।
ऐसे में संभावना है कि वह टैरिफ से जुड़ा नया कदम उठा सकते हैं।
इस्तीफा देने की अटकलें
पिछले कुछ दिनों से ट्रंप किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में नजर नहीं आए।
हालांकि वह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Truth Social पर लगातार एक्टिव रहे।
उनकी सेहत को लेकर भी कई तरह की अफवाहें उड़ रही हैं।
ट्विटर जैसे प्लेटफॉर्म पर #WhereIsTrump हैशटैग ट्रेंड करता रहा।
ट्रंप प्रशासन का “प्लान B”
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ट्रंप प्रशासन को पहले से अंदाजा था कि अदालत का फैसला उनके खिलाफ आ सकता है। इसी कारण उन्होंने “प्लान B” पर काम करना शुरू कर दिया था।
माना जा रहा है कि ट्रंप अपनी नीति को और मजबूत करने के लिए नया रोडमैप पेश कर सकते हैं।
अमेरिका की आंतरिक राजनीति में भी उनके फैसलों को लेकर तीखी बहस जारी है।
पूरी दुनिया क्यों कर रही है इंतजार?
डोनाल्ड ट्रंप के फैसले सिर्फ अमेरिका तक सीमित नहीं रहते।
भारत जैसे देशों की अर्थव्यवस्था पर सीधा असर पड़ता है।
रूस और चीन पहले से ही अमेरिका के खिलाफ आर्थिक मोर्चा खोल चुके हैं।
यूरोप भी अमेरिकी टैरिफ से प्रभावित है।
ऐसे में ट्रंप का यह ऐलान वैश्विक बाजार, तेल की कीमतों और अंतरराष्ट्रीय रिश्तों पर गहरा असर डाल सकता है।
आज रात डोनाल्ड ट्रंप का ऐलान सिर्फ अमेरिका के लिए नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए अहम होगा। क्या वह टैरिफ पॉलिसी पर नया कदम उठाएंगे या फिर इस्तीफे जैसी चौंकाने वाली घोषणा करेंगे? इसका जवाब कुछ ही घंटों में मिल जाएगा। फिलहाल, दुनिया की नजरें वॉशिंगटन पर टिकी हैं।