AIN NEWS 1: बता दें गाजियाबाद में 20 साल की गुलफ्शा की हत्या उसके भाइयों ने मिलकर ही की थी। गुरुवार तड़के 3.30 बजे एक भाई ने तकिया से उस मुंह दबाया और दूसरे ने छोटी बहन को मजबूती से पकड़ा, जो अपनी बहन को मारने से बचाने की कोशिश कर रही थी। इस दौरान उसकी मां भी वही आसपास थी। इस हत्या की वजह थी कि भाइयों को पता चल गया था कि गुलफ्शा अपने बॉयफ्रेंड के साथ भागकर कोर्ट मैरिज करने जा रही है। पुलिस ने उसके दो भाइयों तौहीद और मोहीद को तो गिरफ्तार कर लिया है। दोनों ने कुबूला है कि परिवार की बेइज्जती न हो पाए, इसलिए उन्होंने अपनी बहन को तकिये से मुंह दबाकर मार डाला। पुलिस अब लड़की की मां की भूमिका की भी पूरी जांच कर रही है, क्योंकि वो भी घटनास्थल पर ही मौजूद थी।
इसकी ऑडियो क्लिप से हुआ हत्या का खुलासा
इस वारदात का खुलासा प्रेमी ने ऑडियो क्लिप के आधार पर किया है। इसमें मौत से ही चंद सेकंड पहले गुलफ्शा अपने ब्वॉयफ्रेंड समीर से फोन पर बात कर रही थी। इसमें वह साफ़ साफ़ कह रही थी कि मेरे भाई और अम्मी रात में 3 बजे ऊपर मेरे पास आए हैं। प्लीज..मदद करो…। कुछ भी करो प्लीज… हेल्प यार…। इसके कुछ देर बाद मे चिल्लाने की आवाज आती है।
हत्या के बाद परिजनों ने सभी को बताया कि लड़की की नेचुरल डेथ हो गई
नगर कोतवाली क्षेत्र के कैला भट्टा इस्लामनगर गली नंबर-4 में शमशीद नामक महिला अपने दो बेटों और दो बेटियों के साथ मे रहती है। बुधवार रात करीब सवा तीन बजे 20 वर्षीय बेटी गुलफ्शा की मौत हो गई थी। उसके परिजन इसे नेचुरल डेथ बताकर गुलफ्शा के शव को सुपुर्द-ए-खाक करने की तैयारी कर ही रहे थे। इसी बीच गुलफ्शा का बॉयफ्रेंड समीर पुलिस को लेकर वहां पहुंच गया और हत्या का आरोप लगाते हुए इसकी शिकायत की। इस पर पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। और इसकी रिपोर्ट में हत्या की बात सामने आई है।
समीर ने बॉयफ्रेंड ने मां और दोनों भाइयों पर कराया केस
पुलिस ने बताया कि अब मृतका के दोनों भाई तौहीद और मोहीद की गिरफ्तारी कर ली गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह दम घुटना ही आया है, क्योंकि गुलफ्शा की हत्या तकिये से उसका मुंह दबाकर की गई थी। एक भाई ने तकिये से मुंह दबाकर हत्या की, जबकि दूसरे भाई ने अपनी दूसरी बहन को पकड़ा, जो गुलफ्शा को बचाने की हर सम्भव कोशिश कर रही थी। उनकी मां शमशीद भी मौके पर ही मौजूद थी। हत्या में उसका क्या रोल रहा, इस पर अभी पुलिस विस्तृत जांच कर रही है। गुलफ्शा के प्रेमी समीर सलमानी ने नगर कोतवाली में इस संबंध में उसकी मां और दोनों भाइयों पर ही हत्या का केस दर्ज कराया है।
इसमें गुलफ्शा की बहन ही गवाह बन सकती है
पुलिस इस मामले में गुलफ्शा की बहन को ही गवाह बना सकती है। क्योंकि प्रारंभिक पूछताछ में उसने हत्या का आरोप अपने भाइयों पर लगाया है। वो इस घटना की चश्मदीद गवाह है। उसने अपनी बहन को बचाने का काफ़ी प्रयास भी किया था। गुलफ्शा के परिवार में पिता नन्हें खां, मां शमशीद, भाई तौहीद और मोहीद और एक बहन है। नन्हें खां लकवाग्रस्त हैं, इसलिए वे अभी बेड रेस्ट पर हैं।
बता दें बॉयफ्रेंड ने पुलिस को दिए ऑडियो क्लिप
समीर ने बतौर सुबूत अभी तक कई ऑडियो क्लिप पुलिस को मुहैया कराए हैं। बॉयफ्रेंड समीर के मुताबिक, गुलफ्शा और उसके बीच मे चल रहे रिलेशन की जानकारी हाल ही मे उसकी फैमिली वालों को हो गई थी। दोनों गुरुवार को ही कोर्ट मैरिज करना चाहते थे। ये बात भी गुलफ्शा के भाई भांप गए थे। इसलिए उन्होंने बुधवार दिन में ही गुलफ्शा को मारने की प्लानिंग भी बना ली थी। वैसे तो गुलफ्शा ने बॉयफ्रेंड समीर को बुधवार रात 9 बजे ही कॉल करके उसे बता दिया था कि उसकी जान को घर मे काफ़ी खतरा है। उसका भाई कही से इंजेक्शन लेकर आया है। 9 बजे से रात 3 बजे के बीच दोनों के बीच करीब 8-10 बार काफ़ी बातचीत हुई। हर बार गुलफ्शा ने अपनी जान का बहुत खतरा बताया। यदि समीर रात में ही पुलिस को सूचना दे देता तो उसकी जान बच सकती थी। लेकिन समीर ने सोचा कि वो गुरुवार सुबह कानूनी सहायता लेकर जायेगा और गुलफ्शा को उसके घर से सुरक्षित निकाल लाएगा। बता दें गुलफ्शा की समीर से आखिरी बार रात 3.19 बजे ही बातचीत हुई। जिसमें वो कह भी रही थी कि इतनी रात को भाई और मां ऊपर आ रहे हैं।
UP में सबसे ज्यादा ऑनर किलिंग
सरकार ने एक नवंबर को संसद में कहा कि देश में पिछले साल यानी 2021 में 251 ऑनर किलिंग दर्ज की गई, जबकि 2014 में इनकी संख्या सिर्फ 28 थी। इसी तरह उत्तर प्रदेश में साल 2014 में ऑनर किलिंग का जहां एकमात्र केस दर्ज हुआ था, वहीं ठीक अगले साल इसकी संख्या 131 पहुंच गई थी। संसद में पेश हुई रिपोर्ट के अनुसार, ऑनर किलिंग के मामलों में UP सबसे ऊपर रहा है। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की साल 2021 की रिपोर्ट में भी UP नंबर वन पर है।
बता दें सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा था- हम ऐसे मामलों को हल्के में नहीं लेंगे
2 अप्रैल 2022 को उत्तर प्रदेश की एक याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने यह साफ तौर पर कहा कि झूठी शान के लिए की गई हत्या के मामलों को सुप्रीम कोर्ट अब बिल्कुल हल्के में नहीं लेगा। इस याचिका में हत्या की साजिश में शामिल एक व्यक्ति की जमानत का विरोध किया गया था, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार को एक नोटिस भी जारी किया था।