बंगाल 8 और 9 अक्टूबर को खिदिरपुर में हुई काफ़ी हिंसा। यहां रहने वाले हिंदू इतना ज्यादा डरे हुए हैं कि अब तक भी अपने घर नहीं लौटे

कोलकाता का खिदिरपुर… यह जगह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के ऑफिस नबन्ना से मात्र 7 किमी दूर है। एस्प्लेनेड एरिया में स्थित BJP ऑफिस से इसकी दूरी महज 2...

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AIN NEWS 1: कोलकाता का खिदिरपुर… यह जगह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के ऑफिस नबन्ना से मात्र 7 किमी दूर है। एस्प्लेनेड एरिया में स्थित BJP ऑफिस से इसकी दूरी महज 2 किमी होगी। मुस्लिम आबादी वाले इस इलाके में करीब 15% हिंदू रहते हैं।

बता दें 8 और 9 अक्टूबर को खिदिरपुर में काफ़ी हिंसा हुई थी। इससे यहां रहने वाले हिंदू इतना ज्यादा डरे हुए हैं कि कुछ तो अब तक भी अपने घर नहीं लौटे। कुछ लौट आए हैं, लेकिन मुंह खोलने की हिम्मत वो भी नहीं कर रहे। मिलाद उन नबी और कोजागरी लक्ष्मी पूजा पर हुई हिंसा से पूरा मामला सांप्रदायिक हो गया।

गृह मंत्रालय के आदेश पर नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी यानी NIA इस मामले की अब जांच कर रही है।

यहां फोटो क्लिक करना भी मना, पूरे एरिया में फोर्स तैनात

खिदिरपुर में आने वाले मोमिनपुर और इकबालपुर में सबसे ज्यादा हिंसा हुई थी। इसका सेंटर कलकत्ता मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट (CMRI) स्टॉपेज से मयूरभंज के बीच का इलाका ही था। वहा एक भूकैलाश इलाका है यहां भी उस रात कई घरों में तोड़फोड़ और आगजनी की गई थी।

सूत्रों की माने तो यहां फोटो लेना बिलकुल मना है।

सूत्रों से पता चला कि 9 अक्टूबर को हुई हिंसा के बाद से ही इस पूरे एरिया में कोलकाता पुलिस की रैपिड एक्शन फोर्स तैनात है। यूनिफॉर्म के साथ ही फोर्स के लोग सादी वर्दी में भी यहां घूम रहे हैं। हर आने-जाने वाले की एक्टिविटी पर पूरी नजर रख रहे हैं।

फोटो लेने पर फिलहाल इसलिए रोक लगाई गई है, ताकि कोई उन्हें सोशल मीडिया पर शेयर कर दोबारा हिंसा का माहौल तैयार न कर सके। हमने अपने सोर्स के जरिए इस इलाके के कुछ फ़ोटो मगाई है।

लेकिन कोई भी बोलने को तैयार नहीं । हिंसा के शिकार ज्यादातर परिवार हिंदू ही हैं। किसी का घर जला दिया गया। किसी के घर में काफ़ी ज्यादा तोड़फोड़ हुई, बाइक भी तोड़ दी गईं।

यहां 90% हिंदू UP-बिहार के रहने वाले

इस एरिया में जो हिंदू रहते हैं, उनमें से 90% UP-बिहार के ही रहने वाले हैं। ज्यादातर पेशे से ड्राइवर हैं और तीन-चार पीढ़ियों से यहीं रह रहे हैं। इन्हीं में रवि कुमार और शंभु यादव भी हैं। उन्होने कुछ बातें जरूर कीं। बोले- हम लोग वार्ड नंबर-13 में रहते हैं। हमारे जानने वाले 4 से 5 परिवार अब भी नहीं लौटे हैं।

बता दें 9 अक्टूबर को कोजागरी लक्ष्मी पूजा वाली रात हिंदुओं के घर पर अचानक हमला कर दिया गया। हमला किसने किया, ये बिलकुल नहीं पता, लेकिन वे दूसरी कम्युनिटी के लोग ही थे। जब हिंसा हो रही थी, तभी बिजली बंद हो गई। कई घंटे तक न पुलिस आई, न बिजली। वे लोग घरों के बाहर खड़ी गाड़ियां तोड़ रहे थे। खिड़की से आग के गोले घरों में अंदर फेंक रहे थे। बमों की आवाजें आ रहीं थीं।

यह स्लम इलाका है। सब रोज कमाने-खाने वाले हैं। हिंसा में इतना नुकसान हो गया कि लोगों ने दिवाली भी इस बार नहीं मनाई। पुलिस के होने के बावजूद हर किसी के मन में अब भी उस रात का काफ़ी ज्यादा डर भरा हुआ है।

खिदिरपुर को चारों तरफ से पुलिस ने अभी भी घेर रखा है। कई जगह कैंप लगे हैं। यूनिफॉर्म और सादी वर्दी में जवान घूम रहे हैं। अनजान लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। इकबालपुर-मोमिनपुर हिंसा को कवर करने वाले जर्नलिस्ट मानव गुहा को भी पुलिस ने 15 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था। दो हफ्ते की पुलिस कस्टडी और एक हफ्ते जेल में रहने के बाद ही गुहा को बेल मिली।

उनके खिलाफ जो शिकायत हुई उसमे एकतरफा न्यूज दिखाने की हुई थी। उन्होंने बताया कि मेनस्ट्रीम मीडिया इस मामले में बिलकुल चुप है। उन्होंने घटना के कुछ ओरिजिनल वीडियो भी दिखाए थे। पुलिस अधिकारी भी कह रहे हैं कि कुछ लोगों की वजह से हिंसा हुई, लेकिन वे अपनी पहचान नहीं बताना चाहते।

वहा BJP नेता पर धार्मिक झंडा हटाने का आरोप

इसी दौरान खिदिरपुर स्कूल ऑफ फिजिकल कल्चर (KSOPC) से पता चला। की यह जिम और बॉक्सिंग का यह सेंटर इकबालपुर पुलिस स्टेशन से करीब 700 मीटर दूर है। यहां हिंदू, सिख, मुस्लिम हर कम्युनिटी के स्टूडेंट्स कोचिंग के लिए आते रहते हैं। उन्हें सिर्फ 100 रुपए की मिनिमम फीस पर कोचिंग दी जाती है। यहां के कई स्टूडेंट्स को नेशनल लेवल के अवॉर्ड भी मिल चुके हैं।

इस सेंटर को नेशनल बॉक्सर रहे मेहराजुद्दीन अहमद ही चलाते हैं। उन्हें चीना भाई कहा जाता है। कई साल से यहां रह रहे चीना भाई कहते हैं कि BJP नेता बताए जा रहे बबलू चौधरी ने नबी का फ्लैग खींचा और हाथ में लेकर वह घूमे। इससे हिंसा और ज्यादा तेजी से भड़की।

विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी 10 अक्टूबर को हिंसा वाले इलाके में जाना चाहते थे, लेकिन उन्हें फिलहाल रोक दिया गया। BJP सांसद डॉ. सुकांत मजूमदार को रास्ते में ही गिरफ्तार कर लिया गया। तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने BJP पर माहौल खराब करने का आरोप लगाया था।

 

बता दें झंडा फाड़ने की अफवाह के बाद माहौल बिगड़ा

कोलकाता पुलिस के मुताबिक, मिलाद उन नबी पर लगाए गए झंडे को फाड़ने की एक अफवाह के बाद हिंसा शुरू हुई। इसकी शुरुआत मयूरभंज और भूकैलाश रोड से हुई थी। यहां भीड़ ने दुकानों, टैक्सी, बाइक में काफ़ी ज्यादा तोड़फोड़ की। कई घरों में तो आग लगा दी गई।

अगले दिन भीड़ ने इकबालपुर पुलिस स्टेशन को चारो तरफ से घेर लिया। हालात काबू करने की कोशिश में दो IPS सहित नौ पुलिसकर्मी इसमें घायल हो गए थे।

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