AIN NEWS 1 | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी दिवंगत मां हीराबेन मोदी से जुड़ा एक एआई-जनरेटेड वीडियो सामने आने के बाद भारतीय राजनीति में बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। यह वीडियो कांग्रेस की बिहार इकाई द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट किया गया था। वीडियो में पीएम मोदी को उनकी मां से जुड़ी बातचीत और सपनों के रूप में दिखाया गया, जिस पर भाजपा नेताओं ने कड़ी आपत्ति जताई।
एआई वीडियो पर भाजपा का आक्रोश
भाजपा नेताओं का कहना है कि यह वीडियो प्रधानमंत्री और उनकी दिवंगत मां का अपमान है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने इस मामले को बेहद दुखद बताते हुए कांग्रेस और आरजेडी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि एआई तकनीक का इस तरह इस्तेमाल बेहद शर्मनाक और अमानवीय है। सिंह ने आरोप लगाया कि विपक्षी दल निजी स्तर पर हमला कर राजनीति को गिरा रहे हैं।
गिरिराज सिंह ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा, “अगर मैं पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और लॉर्ड माउंटबेटन का एआई वीडियो बनाऊं तो कांग्रेस क्या करेगी? इतिहास गवाह है कि नेहरू ने कई बार निजी मोह के चलते राष्ट्रीय हितों को नजरअंदाज किया।”
नेहरू-माउंटबेटन पर गिरिराज सिंह का बयान
भाजपा नेता ने अपने बयान में कहा कि आज़ादी के बाद के दौर में जब भारत को मज़बूत नेतृत्व की ज़रूरत थी, तब नेहरू निजी रिश्तों में उलझकर देशहित से समझौता करते रहे। सिंह ने आरोप लगाया कि एडविना माउंटबेटन के प्रति नेहरू की भावनात्मक कमजोरी ने बार-बार भारत के हितों को नुकसान पहुँचाया।
उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “जब देश को निर्णायक फैसले चाहिए थे, तब नेहरू निजी आकर्षण में जकड़े रहे। यह रिश्ता भारत की अस्मिता और भविष्य के लिए हानिकारक साबित हुआ। सत्ता के अहम मोड़ों पर उनका झुकाव निजी मोह की ओर अधिक रहा।”
पीयूष गोयल ने भी कांग्रेस पर साधा निशाना
इस विवाद पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी कांग्रेस को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब हताशा में नए-नए स्तर की नीच राजनीति कर रही है। गोयल ने ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए लिखा, “जनता की ओर से लगातार नकारे जाने के बाद कांग्रेस मानसिक रूप से दिवालिया हो चुकी है और हर दिन गिरावट की नई मिसाल पेश कर रही है।”
कांग्रेस का इरादा और भाजपा की प्रतिक्रिया
कांग्रेस की बिहार इकाई ने इस वीडियो को पोस्ट करते समय पीएम मोदी की राजनीति पर कटाक्ष किया था। उनका मकसद यह दिखाना था कि प्रधानमंत्री अपनी मां की छवि का राजनीतिक लाभ उठाते हैं। लेकिन भाजपा नेताओं का कहना है कि कांग्रेस ने इस बार हद पार कर दी है।
भाजपा नेताओं का आरोप है कि कांग्रेस सिर्फ राजनीति करने के लिए व्यक्तिगत रिश्तों और पारिवारिक भावनाओं को भी निशाना बना रही है। उनका कहना है कि यह जनता की भावनाओं को ठेस पहुँचाने वाला कदम है और इससे कांग्रेस का असली चेहरा सामने आ गया है।
एआई तकनीक पर नई बहस
यह मामला केवल राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप तक सीमित नहीं रहा, बल्कि एआई तकनीक के इस्तेमाल पर भी नई बहस छेड़ गया है। सवाल यह है कि क्या राजनीतिक दलों को एआई जैसे शक्तिशाली उपकरण का इस्तेमाल व्यक्तिगत हमलों और भावनात्मक आहत करने वाले वीडियो बनाने के लिए करना चाहिए?
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में एआई राजनीति और समाज पर गहरा असर डालेगा। लेकिन अगर इसका इस्तेमाल झूठी कहानियां गढ़ने और किसी की छवि धूमिल करने के लिए किया जाता है तो यह लोकतंत्र के लिए गंभीर खतरा साबित हो सकता है।
जनता में मिश्रित प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर इस वीडियो को लेकर जनता की प्रतिक्रियाएं भी बंटी हुई हैं। कुछ लोग इसे कांग्रेस की हताशा बताते हैं, जबकि कुछ का कहना है कि भाजपा भी समय-समय पर विपक्ष पर व्यक्तिगत हमले करती रही है। हालांकि, एक बड़ी संख्या में लोग मानते हैं कि दिवंगत माता-पिता से जुड़े विषयों पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी और उनकी मां का एआई वीडियो सिर्फ एक विवाद नहीं, बल्कि भारतीय राजनीति में गिरते स्तर की ओर भी इशारा करता है। भाजपा इसे कांग्रेस की हताशा बता रही है, जबकि कांग्रेस इसे पीएम मोदी की राजनीति पर व्यंग्य कह रही है। लेकिन इस पूरे प्रकरण ने यह साफ कर दिया है कि तकनीक का गैर-जिम्मेदाराना इस्तेमाल राजनीति को और गंदा कर सकता है।