AIN NEWS 1 | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में मणिपुर का दौरा किया और चुराचांदपुर में हिंसा से प्रभावित लोगों से मुलाकात की। यह दौरा कई मायनों में ऐतिहासिक रहा क्योंकि पहली बार प्रधानमंत्री ने सीधे तौर पर मणिपुर के नागरिकों से शांति और विकास का संदेश साझा किया। पीएम मोदी ने कहा कि “मणिपुर का नाम ही मणि है, और यह मणि पूरे नॉर्थ ईस्ट की रोशनी को और अधिक चमकदार बनाएगा।”
उनकी इस यात्रा ने न केवल प्रदेश में नई उम्मीद जगाई, बल्कि विकास, रोजगार और शांति का भरोसा भी दिलाया।
शांति और भरोसे का संदेश
प्रधानमंत्री ने कहा कि मणिपुर ने हाल के वर्षों में हिंसा और अशांति के कठिन दौर देखे हैं, लेकिन अब समय है कि सभी समुदाय मिलकर शांति की ओर आगे बढ़ें। उन्होंने सभी संगठनों और गुटों से अपील की कि वे आपसी समझ और सद्भाव को प्राथमिकता दें।
उन्होंने आश्वासन दिया कि भारत सरकार और राज्य सरकार मिलकर विस्थापित लोगों को सुरक्षित और सम्मानजनक तरीके से पुनर्वासित करेंगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि “संवाद, सम्मान और आपसी समझ” ही स्थायी शांति की कुंजी है।
विकास की नई सौगात
प्रधानमंत्री मोदी ने मणिपुर को 8,500 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की सौगात दी। इन परियोजनाओं में शिक्षा, स्वास्थ्य, इंफ्रास्ट्रक्चर और परिवहन को प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने बताया कि:
400 करोड़ रुपये की लागत से नया इंफाल एयरपोर्ट तैयार किया गया है।
रेलवे नेटवर्क को तेज़ी से बढ़ाया जा रहा है ताकि मणिपुर देश के बाकी हिस्सों से और मज़बूती से जुड़ सके।
गांव-गांव तक सड़कें बनाई जा रही हैं जिससे लोगों को बेहतर संपर्क और सुविधा मिल सके।
बिजली और स्वास्थ्य सेवाओं को मज़बूत करने के लिए बड़े निवेश किए गए हैं।
युवाओं और रोजगार पर जोर
चुराचांदपुर में प्रधानमंत्री मोदी ने विशेष रूप से युवाओं से बातचीत की और रोजगार के अवसरों पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि हर नागरिक विकास का लाभ महसूस करे। मणिपुर के युवाओं को स्टार्टअप, टेक्नोलॉजी, कृषि और पर्यटन के क्षेत्र में नए अवसर मिलेंगे।
मणिपुर की बदली तस्वीर
प्रधानमंत्री ने याद दिलाया कि कभी इस राज्य में मेडिकल कॉलेज, पर्याप्त सड़कें, रेलवे और बिजली जैसी सुविधाएं बहुत कम थीं। लेकिन आज तस्वीर बदल चुकी है। विकास कार्य राज्य के हर कोने तक पहुँच रहे हैं। उन्होंने कहा कि मणिपुर अब सिर्फ एक सीमा राज्य नहीं है बल्कि भारत की “Act East Policy” का अहम स्तंभ है, जो दक्षिण-पूर्व एशिया से हमारे संबंधों को मज़बूत करता है।
लोगों का प्यार और अपनापन
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान यह भी साझा किया कि सड़क मार्ग से यात्रा करते समय उन्होंने मणिपुर के लोगों का प्यार और अपनापन महसूस किया। उन्होंने कहा कि मणिपुर के लोग देश की शान हैं और उनकी सेवा करना भारत सरकार का कर्तव्य है।
शांति की अपील और आगे की दिशा
पीएम मोदी ने कहा, “हाल ही में हिल्स और वैली के विभिन्न संगठनों के साथ शांति समझौते हुए हैं। यह भारत सरकार के प्रयासों का हिस्सा है, जिसमें संवाद और सम्मान के साथ स्थायी शांति की दिशा में कदम बढ़ाए जा रहे हैं।” उन्होंने अपील की कि सभी संगठन शांति का मार्ग अपनाकर अपने सपनों को पूरा करें।
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा केवल राजनीतिक दौरा नहीं थी, बल्कि मणिपुर को शांति, विकास और आत्मनिर्भरता की ओर ले जाने का संकल्प थी। उनके संदेश ने यह स्पष्ट कर दिया कि आने वाले समय में मणिपुर न सिर्फ नॉर्थ ईस्ट बल्कि पूरे भारत की प्रगति और समृद्धि में अहम योगदान देगा।