AIN NEWS 1 | दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (DUSU) चुनाव 2025 को लेकर छात्रों में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है। इस बार का चुनाव राजनीतिक रंगों से भरपूर है क्योंकि मुख्य मुकाबला अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) और नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) के बीच माना जा रहा है। वहीं, SFI और AISA ने गठबंधन करके मैदान में उतरकर मुकाबले को और दिलचस्प बना दिया है।
प्रचार अभियान 17 सितंबर को समाप्त हो चुका है और अब सभी की निगाहें 18 सितंबर को होने वाले मतदान पर टिकी हैं। इसके अगले ही दिन यानी 19 सितंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे।
इस बार किन पदों पर हो रहा है चुनाव?
डूसू चुनाव 2025 में कुल चार प्रमुख पदों पर उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं –
अध्यक्ष (President)
उपाध्यक्ष (Vice President)
सचिव (Secretary)
संयुक्त सचिव (Joint Secretary)
इस बार कुल 20 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं।
एनएसयूआई (NSUI) के उम्मीदवार
कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है:
अध्यक्ष पद – जोसलीन नंदिता चौधरी
उपाध्यक्ष पद – राहुल झांसला
सचिव पद – कबीर
संयुक्त सचिव पद – लवकुश भड़ाना
एबीवीपी (ABVP) के उम्मीदवार
भाजपा समर्थित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने भी अपने मजबूत प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं:
अध्यक्ष पद – आर्यन मान
उपाध्यक्ष पद – गोविंद तंवर
सचिव पद – कुनाल चौधरी
संयुक्त सचिव पद – दीपिका झा
एसएफआई-आईसा (SFI-AISA) गठबंधन के प्रत्याशी
इस चुनाव में वामपंथी गठबंधन SFI और AISA भी डटे हुए हैं। इनके उम्मीदवार हैं:
अध्यक्ष पद – अंजलि (AISA)
उपाध्यक्ष पद – सोहन कुमार यादव
सचिव पद – अभिनंदना
संयुक्त सचिव पद – अभिषेक कुमार
कितने छात्र डालेंगे वोट?
इस बार डूसू चुनाव में दिल्ली यूनिवर्सिटी के 52 कॉलेज और विभागों के करीब 2.75 लाख छात्र-छात्राएं वोट डालेंगे।
चुनाव में 700 से अधिक ईवीएम (EVMs) का इस्तेमाल होगा।
जबकि कॉलेज काउंसलर के लिए मतदान बैलेट पेपर से होगा।
मतदान की तारीख और समय
मतदान 18 सितंबर 2025 (गुरुवार) को दो शिफ्टों में होगा:
सुबह की शिफ्ट (Morning College): 8:30 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक
शाम की शिफ्ट (Evening College): 3:00 बजे से 7:30 बजे तक
मुख्य रिटर्निंग ऑफिसर (CRO) डॉ. राजेश सिंह ने बताया कि चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से कराने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए गए हैं। दिल्ली पुलिस भी पूरी तरह अलर्ट है।
प्रचार में उतरे बड़े नेता
डूसू चुनाव हमेशा से राजनीतिक दलों के लिए अहम रहा है और इस बार भी बड़े नेताओं ने छात्रों को लुभाने के लिए प्रचार किया।
एनएसयूआई के लिए: कांग्रेस नेता और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा तथा राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने प्रचार किया।
एबीवीपी के लिए: राजस्थान सरकार के मंत्री किरोड़ी लाल मीणा और हरियाणा बीजेपी प्रभारी सतीश पूनिया ने कैंपेन संभाला।
पिछली बार का चुनाव परिणाम
अगर पिछली बार के नतीजों पर नजर डालें तो एनएसयूआई ने अध्यक्ष और संयुक्त सचिव पद पर जीत हासिल की थी।
अध्यक्ष: रौनक खत्री (NSUI)
संयुक्त सचिव: लोकेश (NSUI)
उपाध्यक्ष: भानु प्रताप (ABVP)
सचिव: मृत्रवृंदा (ABVP)
यानी पिछली बार दोनों संगठनों ने 2-2 पद जीतकर बराबरी का प्रदर्शन किया था।
हाईकोर्ट का आदेश
दिल्ली हाईकोर्ट ने डूसू चुनाव परिणाम आने के बाद जश्न और जुलूस पर रोक लगा दी है। इसका उद्देश्य किसी भी तरह की अराजकता और हिंसा को रोकना है।
डूसू चुनाव 2025 केवल छात्र राजनीति का उत्सव नहीं है, बल्कि यह राष्ट्रीय राजनीति की दिशा भी तय करता है। इस बार मुकाबला त्रिकोणीय है – ABVP, NSUI और SFI-AISA गठबंधन। करीब 2.75 लाख से ज्यादा छात्र कल वोट डालेंगे और नतीजे 19 सितंबर की शाम तक घोषित होंगे। सभी को अब इंतज़ार है कि दिल्ली विश्वविद्यालय का नया छात्रसंघ किसके हाथ में जाता है।