AIN NEWS 1 | भारत आज तेजी से बदलते दौर से गुजर रहा है। देश की अर्थव्यवस्था, उद्योग और तकनीक में जो गति दिखाई दे रही है, उसका असर पूरी दुनिया पर पड़ रहा है। इसी कड़ी में ग्रेटर नोएडा में 25 सितंबर से शुरू हो रहा उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो 2025 खास महत्व रखता है। यह केवल एक व्यापार मेला नहीं है, बल्कि भारत की ताकत, संभावनाओं और वैश्विक स्तर पर बढ़ते प्रभाव का प्रतीक है।
कल 25 सितंबर को ‘मेक इन इंडिया’ और ‘वोकल फॉर लोकल’ के साथ विकसित भारत के हमारे संकल्प को एक नई गति मिलने वाली है। सुबह करीब 9:30 बजे ग्रेटर नोएडा में उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो का हिस्सा बनूंगा। इस आयोजन के जरिए दुनिया आईटी से लेकर टेक्सटाइल सेक्टर तक भारत के सामर्थ्य का…
— Narendra Modi (@narendramodi) September 24, 2025
इस आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे। उनका मानना है कि यह ट्रेड शो दुनिया के सामने भारत की नयी पहचान लेकर आएगा—एक ऐसा भारत जो आत्मनिर्भर है, आधुनिक तकनीक में अग्रणी है और साथ ही परंपरागत उद्योगों में भी मजबूत है।
भारत की नयी उड़ान – मेक इन इंडिया और वोकल फॉर लोकल
पिछले कुछ वर्षों में ‘मेक इन इंडिया’ और ‘वोकल फॉर लोकल’ जैसी पहलों ने भारतीय उद्योग को नई दिशा दी है। इन अभियानों का मकसद केवल उत्पादन बढ़ाना नहीं है, बल्कि भारत को वैश्विक बाजार में एक मजबूत प्रतियोगी के रूप में स्थापित करना है। ट्रेड शो इन्हीं पहलों को आगे बढ़ाने का एक बड़ा मंच है।
यहां न सिर्फ बड़े उद्योगपति, बल्कि छोटे कारोबारियों और स्टार्टअप्स को भी मौका मिलेगा कि वे अपनी क्षमताओं और नए विचारों को दुनिया के सामने पेश करें। यह उनके लिए निर्यात बढ़ाने और अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहचान बनाने का बेहतरीन अवसर है।
विविध उद्योगों की झलक
इस मेले में कई क्षेत्रों की भागीदारी होगी।
आईटी और डिजिटल उद्योग – भारत पहले से ही तकनीकी क्षेत्र में एक बड़ा नाम बन चुका है। इस आयोजन में देश के नए इनोवेशन और डिजिटल समाधान को प्रदर्शित किया जाएगा।
टेक्सटाइल और हस्तशिल्प – भारत की पहचान हमेशा से कपड़ा और हस्तकला से रही है। आधुनिक तकनीक और परंपरा के मेल से तैयार उत्पाद यहां दुनिया को आकर्षित करेंगे।
मैन्युफैक्चरिंग और निर्माण उद्योग – मशीनरी, निर्माण सामग्री और कृषि उपकरणों में भारत की क्षमता का परिचय मिलेगा।
स्टार्टअप्स और MSMEs – छोटे और मध्यम स्तर के व्यवसाय यहां अपनी सोच, उत्पाद और सेवाएं पेश करेंगे, जिससे उन्हें निवेश और नए ग्राहक मिलने का अवसर मिलेगा।
प्रधानमंत्री का संदेश
प्रधानमंत्री मोदी ने निर्यातकों और छोटे उद्यमियों से अपील की है कि वे इस अवसर का पूरा लाभ उठाएं। उनका कहना है कि भारतीय उत्पाद गुणवत्ता और नवाचार में किसी भी देश से पीछे नहीं हैं। छोटे व्यवसाय और स्टार्टअप्स देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं, और ऐसे आयोजन उनके लिए अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रवेश का दरवाजा खोलते हैं।
नेटवर्किंग और सहयोग का अवसर
ट्रेड शो की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह सिर्फ उत्पाद दिखाने तक सीमित नहीं है। यहां निवेशक, उद्योगपति, व्यापारी और तकनीकी विशेषज्ञ एक साथ आकर नए विचारों और साझेदारी पर चर्चा कर सकते हैं। यह नेटवर्किंग न केवल कारोबार बढ़ाने में मदद करेगी, बल्कि भारत की वैश्विक छवि को और मजबूत बनाएगी।
युवाओं और रोजगार के लिए नए रास्ते
भारत की आबादी में युवा वर्ग की संख्या सबसे ज्यादा है। ऐसे आयोजनों से न केवल उद्योग को फायदा होता है, बल्कि रोजगार के अवसर भी तेजी से बढ़ते हैं। टेक्सटाइल, आईटी और मैन्युफैक्चरिंग जैसे क्षेत्रों में बड़ी संख्या में नौकरियां पैदा होंगी। यह भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक और कदम है।
वैश्विक स्तर पर भारत की पहचान
ट्रेड शो यह संदेश भी देता है कि भारत अब केवल एक उपभोक्ता बाजार नहीं, बल्कि वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला का अहम हिस्सा बन चुका है। विदेशी निवेशकों के लिए भी भारत एक आकर्षक गंतव्य है, जहां उद्योग, तकनीक और श्रम शक्ति तीनों उपलब्ध हैं।
ग्रेटर नोएडा में आयोजित होने वाला यह इंटरनेशनल ट्रेड शो 2025 सिर्फ एक मेला नहीं है। यह भारत की नई ऊर्जा, आत्मनिर्भरता और वैश्विक महत्वाकांक्षा का प्रतीक है। यह आयोजन छोटे व्यवसायों से लेकर बड़े उद्योगपतियों तक, सभी के लिए नए अवसर लेकर आया है।
‘मेक इन इंडिया’ और ‘वोकल फॉर लोकल’ के साथ यह आयोजन भारत की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाई देगा, निर्यात को मजबूत करेगा और आने वाले वर्षों में देश को वैश्विक औद्योगिक शक्ति बनाने में अहम भूमिका निभाएगा।