AIN NEWS 1 संभल, उत्तर प्रदेश: सोमवार सुबह संभल जिले में एक बड़ी कार्रवाई ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया। आयकर (IT) और वस्तु एवं सेवा कर (GST) विभाग की टीमों ने प्रसिद्ध मीट कारोबारी हाजी ब्रदर्स — हाजी इमरान कुरैशी और हाजी इरफान कुरैशी — के ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। बताया जा रहा है कि इस संयुक्त कार्रवाई में करीब 70 गाड़ियाँ शामिल थीं।
छापेमारी की शुरुआत
सुबह करीब 7 बजे, जब शहर अभी नींद से जाग भी नहीं पाया था, तभी दर्जनों गाड़ियों का काफिला हयातनगर थाना क्षेत्र के मोहल्ला सरायतरीन भूडा पहुंचा। भारी सुरक्षा बल के साथ आई टीम ने हाजी इमरान कुरैशी के घर और उनके चिमयावाली गांव स्थित मीट प्रोसेसिंग प्लांट पर दबिश दी। कार्रवाई के दौरान आसपास के लोगों को घरों से बाहर निकलने या मौके के पास जाने तक की अनुमति नहीं दी गई।
कौन हैं हाजी ब्रदर्स?
हाजी इमरान और हाजी इरफान कुरैशी संभल के नामी मीट कारोबारी हैं। दोनों भाई इंडिया फ्रोजन फूड्स नामक कंपनी के मालिक हैं, जिसका कारोबार हजारों करोड़ रुपये तक फैला बताया जाता है। इनके उत्पाद देश-विदेश में, खासतौर पर मिडिल ईस्ट, एशिया-पैसिफिक और अफ्रीकी देशों में निर्यात किए जाते हैं।
इमरान और इरफान दोनों अपने क्षेत्र में समाजसेवा और धर्मार्थ कार्यों के लिए भी जाने जाते हैं। सोशल मीडिया पर उनके कई पोस्ट और तस्वीरें समाजसेवी छवि को दर्शाती हैं। हालांकि, अब उन्हीं पर वित्तीय गड़बड़ियों की जांच चल रही है।
तीन जिलों में एक साथ एक्शन
संभल के साथ-साथ बरेली और हापुड़ में भी मीट कारोबारियों पर एक साथ छापेमारी की गई। बरेली में शकील कुरैशी की कंपनी मार्या फ्रोजन फूड्स पर भी रेड डाली गई।
बताया जाता है कि जिस इमारत में संभल की इंडिया फ्रोजन फूड्स कंपनी चलती है, उसके मालिक शकील कुरैशी ही हैं। उन्होंने 2003 के आसपास मीट व्यापार शुरू किया था और अब उनका नेटवर्क विदेशों तक फैला हुआ है।
छापे की वजह और असर
हालांकि अभी तक अधिकारियों ने आधिकारिक रूप से यह नहीं बताया है कि कार्रवाई में क्या-क्या दस्तावेज या साक्ष्य मिले हैं, लेकिन सूत्रों का कहना है कि आयकर और जीएसटी विभाग को कुछ वित्तीय अनियमितताओं की जानकारी मिली थी। इसी आधार पर यह बड़ी कार्रवाई की गई।
संयुक्त जांच टीमों ने कंपनियों के खातों, बिलिंग पैटर्न, टैक्स फाइलिंग और एक्सपोर्ट डॉक्युमेंट्स की बारीकी से जांच की। माना जा रहा है कि आयकर चोरी और फर्जी बिलिंग जैसे मामलों पर एजेंसियों को शक था।
स्थानीय माहौल और लोगों की प्रतिक्रिया
जब सुबह अचानक इतने बड़े काफिले को शहर की ओर बढ़ते देखा गया, तो लोगों को लगा कि कोई वीवीआईपी आ रहा है। लेकिन जब गाड़ियाँ सीधे हाजी ब्रदर्स के घर के बाहर रुकीं और सुरक्षाबलों ने इलाके को घेर लिया, तब लोगों को समझ आया कि कुछ बड़ा मामला है।
पूरे मोहल्ले में सन्नाटा पसर गया। लोग छतों और गलियों से दूर खड़े होकर केवल अनुमान लगा पा रहे थे कि अंदर क्या चल रहा है।
टीम की कार्यवाही जारी
शाम तक टीम हाजी इमरान और इरफान के घरों तथा फैक्ट्री में मौजूद रही। अधिकारियों ने डिजिटल रिकॉर्ड, अकाउंट बुक्स, और ट्रांजेक्शन से जुड़े कागजात खंगाले। देर रात तक जांच जारी रहने की खबर है।
फिलहाल, यह स्पष्ट नहीं है कि छापेमारी में कितना माल या दस्तावेज जब्त किए गए हैं। लेकिन इस एक्शन के बाद मीट कारोबारियों में दहशत का माहौल है।
मीट इंडस्ट्री में मचा हड़कंप
संभल और बरेली दोनों ही मीट एक्सपोर्ट के बड़े केंद्र माने जाते हैं। इन जिलों में दर्जनों छोटे-बड़े कारोबारी इस व्यापार से जुड़े हैं। आयकर और जीएसटी की इस संयुक्त कार्रवाई ने पूरे मीट उद्योग में हलचल पैदा कर दी है।
कई कारोबारी अब अपने खातों और दस्तावेजों की जांच में जुट गए हैं ताकि किसी और कार्रवाई से बचा जा सके।
समाजसेवा की आड़ या असली मददगार?
हाजी इमरान और इरफान कुरैशी खुद को हमेशा समाजसेवी बताते रहे हैं। उन्होंने कई बार स्थानीय स्तर पर गरीबों की मदद, स्कूलों और धार्मिक आयोजनों में योगदान दिया है। सोशल मीडिया पर भी वे समाजसेवी कार्यों से जुड़ी तस्वीरें साझा करते हैं।
हालांकि, अब जांच एजेंसियों का ध्यान इस बात पर है कि क्या यह समाजसेवा उनके कारोबार की आड़ में चल रही वित्तीय गड़बड़ियों को छिपाने का माध्यम तो नहीं थी।
अंतिम स्थिति
अभी तक आयकर या जीएसटी विभाग की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं हुआ है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि यह कार्रवाई आने वाले दिनों में और भी फैलाई जा सकती है।
अगर जांच में टैक्स चोरी या वित्तीय अनियमितताओं के प्रमाण मिलते हैं, तो हाजी ब्रदर्स और उनसे जुड़े अन्य कारोबारी बड़ी मुसीबत में पड़ सकते हैं।
संभल में हाजी ब्रदर्स पर हुई छापेमारी केवल एक कारोबारी कार्रवाई नहीं है, बल्कि यह संकेत है कि सरकार अब मीट एक्सपोर्ट जैसे बड़े क्षेत्रों में भी वित्तीय पारदर्शिता को लेकर सख्त हो रही है। इस एक्शन के बाद उत्तर प्रदेश के अन्य मीट कारोबारियों की निगाहें अब जांच एजेंसियों की अगली चाल पर टिकी हैं।
The Income Tax and GST departments conducted a massive raid on the Haji Brothers — Haji Imran Qureshi and Haji Irfan Qureshi — who are well-known meat traders from Sambhal, Uttar Pradesh. The operation involved around 70 vehicles and extended to Bareilly and Hapur as well. The authorities targeted India Frozen Foods and related companies suspected of large-scale tax irregularities. The joint IT-GST action has created a major stir in the meat business community across North India.