AIN NEWS 1: बता दें दिल्ली पुलिस के डीसीपी जितेंद्र मणि का नाम एक साथ कई वजह से चर्चा में है. वर्तमान में मेट्रो डीसीपी का पदभार संभाल जितेंद्र मणि कुछ ऐसा कर दिखाया है कि हर कोई उनकी तारीफ़ कर रहा है और हैरान है. उनकी इस खास उपलब्धि के लिए दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने उन्हे रिवॉर्ड देकर सम्मानित भी किया है.
दरअसल, कभी 130 किलो वजनी होने वाले डीसीपी जितेंद्र मणि ने खुद मे गजब का ट्रांसफॉर्मेशन किया है. आठ महीने की अथक मेहनत के बाद उन्होंने अपना वजन लगभग 130 किलो से घटाकर 85 किलो तक कर लिया है. एक वक्त जितेंद्र की कमर का साइज 46 हुआ करता था, जो अब घट कर 34 हो गया है.
जाने हर रोज चले 15 हजार कदम, कॉलेस्ट्रोल लेवल 500 से 150 पर लाए
जितेंद्र मणि ने अपनी ट्रांसफॉर्मेशन जर्नी शेयर की है. उन्होंंने बताया कि मेरा वजन 130 किलो तक पहुंच गया था. इस दौरान तमाम गंभीर बीमारियों से भी मे घिर गया था. मुझे शुगर की भी समस्या हो गई थी. कॉलेस्ट्रोल लेवल काफ़ी बढ़ गया और हाई बीपी की समस्या भी हो गई थी. मेरी कमर का साइज 46 हो गया था.और फिर मैंने वजन घटाने का दृढ़ निश्चय किया. हर रोज 15 हजार कदम चलना मैने शुरू किया. महीने में कम से कम साढ़े चार लाख कदम चलने का लक्ष्य खुद के लिए रखा था. स्ट्रिक्ट डाइट प्लान भी फॉलो करना शुरू किया. 8 महीने की अथक मेहनत का फल मिला और मेरा 45 किलो तक वजन कम हुआ.
बीते आठ महीने में मैंने रोटी और चावल को हाथ तक नहीं लगाया है. साथ ही किसी भी तरह की वजन घटाने वाली दवाई भी मैने नहीं खाई.
जाने इन तरीकों को अपनाकर जितेंद्र ने कम किया अपना वजन
प्रतिदन 15,000 कदम चलना
कार्बोहाइड्रेड फ्री खान-पान
हर रोज लौकी और करेला का जूस
सुबह के नास्ते में फ्रूट (सेब, पपीता, कीवी, अमरूद)
लंच, डिनर से पहले भरपूर सलाद
दोपहर में नारियल पानी या दही-छाछ
लंच में (बिना रोटी,चावल) ग्रीन वेजिटेबल, दाल का सेवन
शाम 5 बजे सेब या भुने चने
डिनर में वेजिटेबल सूप या चिली पनीर
दिन में दो टाइम प्रोटीन पाउडर
जाने डीसीपी जितेंद्र मणि ने साथ देने वालों को दिया धन्यवाद
डीसीपी मेट्रो जितेंद्र मणि कहते हैं कि पिछले 8 महीने में 32 लाख से अधिक कदम चला हूं. खानपान में नियंत्रण करके करीब 45 किलो वजन कम किया है. अपने इस ट्रांसफॉर्मेशन के लिए विशेष आयुक्त रोबिन हिबू साहब को भी धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने मुझे बार-बार इसके लिए प्रेरित किया.साथ ही उन्होंने आगे कहा कि माननीय आयुक्त दिल्ली पुलिस महोदय का भी धन्यवाद है. उन्होंने बड़े मंच पर हजारों लोगों के सामने मुझे इसके लिए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया.