CM Yogi on PM Candidacy: “I Am a Yogi, Not in Politics Forever”
पीएम पद की दावेदारी पर सीएम योगी का बड़ा बयान – “मैं योगी हूं, हमेशा के लिए राजनीति में नहीं”
AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री पद की दावेदारी को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे हमेशा के लिए राजनीति में नहीं आए हैं और उनका उद्देश्य केवल जनसेवा है। हाल ही में पीटीआई को दिए गए एक साक्षात्कार में उन्होंने अपनी राजनीतिक भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की।
प्रधानमंत्री पद पर योगी आदित्यनाथ का बयान
सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री पद की दावेदारी को लेकर चल रही चर्चाओं पर विराम लगाते हुए कहा, “मैं दिल से एक योगी हूं और राजनीति मेरा पूर्णकालिक व्यवसाय नहीं है। भाजपा ने मुझे जो जिम्मेदारी दी है, उसे मैं निभा रहा हूं। लेकिन मैं हमेशा के लिए राजनीति में नहीं हूं।”
उन्होंने कहा कि राजनीति में उनकी एक समय सीमा है और वे इसे लेकर पहले से ही स्पष्ट हैं। यह बयान ऐसे समय में आया है जब पीएम नरेंद्र मोदी के उत्तराधिकारी को लेकर चर्चा तेज है।
मोदी के उत्तराधिकारी पर बढ़ती अटकलें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाल ही में संघ मुख्यालय जाने के बाद उनके उत्तराधिकारी को लेकर चर्चाएं और तेज हो गई हैं। सोशल मीडिया और राजनीतिक गलियारों में यह बहस जोरों पर है कि अगला प्रधानमंत्री कौन हो सकता है। इस चर्चा में योगी आदित्यनाथ, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के नाम प्रमुख रूप से सामने आ रहे हैं।
शिवसेना नेता संजय राउत ने इस पर बयान देते हुए कहा कि देश का अगला प्रधानमंत्री महाराष्ट्र से होगा। इस पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “मोदी जी ही देश का नेतृत्व करेंगे। हमारी संस्कृति में जब तक पिता जीवित होता है, तब तक उत्तराधिकारी की बात नहीं की जाती।”
राजनीति और धर्म का संबंध
सीएम योगी आदित्यनाथ ने राजनीति में धर्म के जुड़ाव को लेकर भी अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने कहा कि धर्म और राजनीति का मिलन गलत नहीं है। हमारी गलती यह है कि हमने धर्म को केवल कुछ स्थानों तक सीमित कर दिया है और राजनीति को कुछ लोगों तक। इससे समाज में असंतुलन उत्पन्न होता है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि राजनीति का उद्देश्य केवल स्वार्थ की पूर्ति करना नहीं है, बल्कि समाज की भलाई करना है। इसी प्रकार धर्म का भी उद्देश्य परमार्थ होता है। जब धर्म का प्रयोग स्वार्थ की पूर्ति के लिए किया जाता है, तब समस्याएं उत्पन्न होती हैं। लेकिन जब इसका उद्देश्य समाज की भलाई होता है, तो यह प्रगति का मार्ग खोलता है।
भविष्य की योजनाएं
अपने राजनीतिक भविष्य पर चर्चा करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वे पूरी तरह से उत्तर प्रदेश की जनता की सेवा करने के लिए समर्पित हैं। उन्होंने दोहराया कि वे भाजपा द्वारा सौंपी गई जिम्मेदारी को निभा रहे हैं, लेकिन वे हमेशा के लिए राजनीति में नहीं रहेंगे।
योगी आदित्यनाथ का यह बयान उनके समर्थकों और राजनीतिक विश्लेषकों के लिए महत्वपूर्ण है। यह स्पष्ट करता है कि वे प्रधानमंत्री पद की दौड़ में खुद को शामिल नहीं मानते। इसके साथ ही उन्होंने धर्म और राजनीति के बीच के संबंध पर भी अपनी विचारधारा को स्पष्ट किया। अब देखना यह होगा कि आने वाले समय में भारतीय राजनीति में क्या बदलाव देखने को मिलते हैं।
Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath recently made a statement regarding his PM candidacy, emphasizing that he is a yogi at heart and not in politics forever. Amid growing discussions about Prime Minister Narendra Modi’s successor, CM Yogi clarified that his primary focus is serving Uttar Pradesh. He also discussed the relationship between politics and religion, stating that their fusion is not wrong if done for the welfare of society. With BJP leaders like Nitin Gadkari and Devendra Fadnavis also being speculated as potential candidates, Yogi Adityanath’s statement holds significant political weight.