AIN NEWS 1: बता दें उत्तर प्रदेश में पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरुण गांधी के पार्टी के खिलाफ बयानबाजी जारी है. हालांकि भारत जोड़ो यात्रा के यूपी पहुंचने से पहले कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने उनपर बयान दिया. जिसके बाद बीजेपी सांसद के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें तेज चली. लेकिन इस बीच वरुण गांधी कभी भी समाजवादी पार्टी में जाने के कोई संकेत नहीं दिए. तब बीजेपी सांसद ने अपने बयान में यह भी कहा था, “इस देश को जोड़ने की राजनीतिक होनी चाहिए, तोड़ने की नहीं. भाई को भाई से टकराने की राजनीति नहीं होनी चाहिए. लोगों को हिंदू मुसलमान की राजनीति नहीं चाहिए. बेरोजगारी पर बात होनी चाहिए. भूखमरी पर बात होनी चाहिए. इसके अलावा बेरोजगारी पर बात होनी चाहिए.”
जाने ये भी है खास वजह
वरुण गांधी के इसी बयान के बाद कांग्रेस के प्रति उनका नरम रुख देखा गया. हालांकि राहुल गांधी के जाने के बाद उनके पार्टी में जाने की चर्चा भी शुरू हुई. लेकिन इस बीच गौर करने वाली बात ये है कि वरुण गांधी ने सपा में जाने के संकेत कभी भी नहीं दिया. सांसद ने कभी ऐसा कोई बयान भी नहीं दिया जो सपा या अखिलेश यादव से जुड़ा हो.सूत्रों के अनुसार बीजेपी सांसद से बहन प्रियंका गांधी लगातार बात भी कर रहीं हैं. हालांकि सूत्रों का दावा है कि दोनों के बीच बातचीत होती है. दोनों भाई-बहन हैं इस वजह से उनकी बातचीत कोई ज्यादा बड़ी बात नहीं है. लेकिन सूत्रों के अनुसार अब ये बातचीत राजनीतिक होती जा रही है.
ऐसे में प्रियंका गांधी और राहुल गांधी के सीधे आगे आने से अखिलेश यादव खामोश नजर आ रहे हैं. वहीं दूसरी ओर देखा जाए तो वरुण गांधी के प्रति अखिलेश यादव की खामोशी और राहुल गांधी के सांकेतिक बयान की वजह से भी वरुण गांधी कांग्रेस में जाने के संकेत दे रहे हैं.