AIN NEWS 1: बता दें समाजवादी पार्टी के ऑफिसियल ट्विटर हैंडल से अभद्र व अमर्यादित टिप्पणी करने के मामले में संचालक व पार्टी के नेता मनीष जगन अग्रवाल को गिरफ्तार किया। हजरतगंज पुलिस द्वारा उन्हे गिरफ्तार किये जाने की जानकारी मिलते ही पूर्व मुख्यमंत्री व सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव डीजीपी कार्यालय अपने कार्यकर्ताओ को साथ लेकर पहुंच गये। नाराज पूर्व सीएम ने पुलिस अधिकारियों को वहा जमकर लताड़ लगाई। वहीं सपा कार्यकर्ता पुलिस मुख्यालय के बाहर ही प्रदर्शन शुरू कर दिये। जिनको हटाने में पुलिस को लाठियां भी भांजनी पड़ी। मनीष पर चार मुकदमें हजरतगंज थाने में दर्ज हुए है। दो मामलों में वह नामजद है तो दो में सपा के ट्विटर हैंडल के खिलाफ भी केस दर्ज है। एक में पुलिस ने अपनी चार्जशीट लगा दी है। उधर, सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम की तहरीर पर सपा सांसद डिंपल यादव पर अमर्यादित टिप्पणी करने पर भाजपा की महिला नेता रिचा राजपूत पर भी केस दर्ज किया गया है। जाने पुलिस आयुक्त एसबी शिरडकर के मुताबिक रविवार को सुशांत गोल्फ सिटी स्थित सेलिब्रिटी अपार्टमेंट निवासी मनीष जगन अग्रवाल को पुलिस अधिकारी द्वारा गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि मनीष जगन के खिलाफ हजरतगंज पुलिस ने शांतिभंग के तहत कार्रवाई की है। पुलिस कमिश्नर के मुताबिक मनीष जगन अग्रवाल के खिलाफ पहले से ही दो नामजद मुकदमें हजरतगंज थाने में भी दर्ज है। इसके अलावा सपा ट्वीटर हैंडल के खिलाफ भी हजरतगंज थाने मेें ही दो और नए मामले दर्ज हैं। मनीष जगन अग्रवाल ने कुछ माह के अंदर महिलाओं और पत्रकारों को लेकर विवादित और अभद्र ट्वीट किया था। पुलिस ने जनवरी 2022 में दर्ज मनीष के खिलाफ मामले में चार्जशीट भी लगा दी है और अन्य मामलों की विवेचना भी की जा रही है। पुलिस कमिश्नर के मुताबिक मनीष जगत के खिलाफ दर्ज मामलों के बारे में कोर्ट में पुलिस अपनी रिपोर्ट देगी। वहीं सपा नेता मनीष जगन अग्रवाल और भाजपा नेत्री रिचा राजपूत के बीच चल रही ट्विटर वॉर के बीच अब सपा के प्रदेश अध्यक्ष डा. नरेश उत्तम पटेल ने रिचा राजपूत के खिलाफ हजरतगंज थाने में रविवार को एक मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस से की गई शिकायत में नरेश उत्तम का आरोप है कि रिचा राजपूत ने सपा मुखिया अखिलेश यादव की पत्नी व सांसद डिपंल यादव को लेकर काफ़ी अभद्र टिप्पणी की है। रिचा के खिलाफ दर्ज किये गये मुकदमें के संबंध में पुलिस आयुक्त ने कहा कि पुलिस मामले की पूरी जांच कर रही है। जांच के आधार पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
जाने डीजीपी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन, पुलिस ने भांजी लाठी
सुबह करीब 11 बजे पूर्व मुख्यमंत्री व सपा प्रमुख अखिलेश यादव हजरतगंज पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई पर काफ़ी ज्यादा भड़क गये। वह सीधे पुलिस मुख्यालय सिग्नेचर बिल्डिंग तक पहुंच गये। उनके साथ कुछ अन्य समर्थक व प्रमुख नेता वहा मौजूद थे। पुलिस मुख्यालय पर काफी देर तक कोई जिम्मेदार अधिकारी न पहुंचने पर नाराजगी और ज्यादा बढ़ गई। वहां मौजूद अधिकारियों को उन्होने काफ़ी खरीखोटी भी सुनाई। पूर्व सीएम के सिग्नेचर बिल्डिंग पहुंचने की जानकारी मिलते ही सैकड़ों कार्यकर्ता व पदाधिकारी भी वहा पहुंचे। पुलिस ने सभी को मेनगेट पर ही रोक दिया। जिससे नाराज होकर सभी नारेबाजी करते हुए सड़क पर ही बैठ गये। इसी बीच आसपास के थानों की पुलिस भी बुला ली गई। हर तरफ बैरिकेडिंग कर दी गई। पुलिस व सपा कार्यकर्ताओं के बीच काफी देर तक नोंकझोंक चलती रही। सपा कार्यकर्ता बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश भी कर रहे थे। जिस पुलिस ने रोका इस दौरान काफ़ी खींचतान शुरू हो गई। सपाइयों को खदेड़ने के लिए पुलिस ने लाठी भांजी।
जाने कियू कहा भरोसा नहीं, तुम लोग जहर भी दे सकते हो…
सपा प्रमुख ट्विटर संचालक की गिरफ्तारी से काफी ज्यादा भड़के थे। आलम यह था कि सिग्नेचर बिल्डिंग में मौजूद अधिकारी उनकी आदर सत्कार में जुटे थे। पूर्व मुख्यमंत्री को पुलिस अधिकारियों ने पानी व चाय की पेशकश भी की। इस पर पूर्व सीएम ने अपने करीबी कार्यकर्ता का नाम लेकर कहा कि आसपास कोई दुकान या होटल खुली हो तो वहा से चाय लेकर आओ। पुलिस अधिकारियों से कहा कि हम अपनी ही चाय पीयेंगे। तुम लोगों पर भरोसा नहीं है…। क्या पता चाय में जहर दे दो। हम और हमारे कार्यकर्ता खुद चाय मंगाकर पी लेंगे।
जाने गोसाईंगंज जेल गये मिलने
पुलिस मुख्यालय सिग्नेचर बिल्डिंग से निकलकर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सीधे गोसाईंगंज जिला जेल पहुंच गये। वहां काफी देर तक जिला कारागार के कार्यालय में बैठे रहे। इसके बाद मनीष अग्रवाल से उनकी मुलाकात हुई। वहीं उन्होने अपने प्रमुख कार्यकर्ताओं से जमानत कराने का निर्देश दिया। करीब एक घंटे रूकने के बाद वह वहा से वापस चले गये। इस दौरान जेल के बाहर भी सैकड़ों कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटी रही।