AIN NEWS 1 | पश्चिम बंगाल के हुगली ज़िले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया। महज 4 साल की एक मासूम बच्ची के साथ पहले रेप किया गया और फिर उसे नाले के पास फेंक दिया गया। जब बच्ची घर नहीं लौटी, तो परिवार ने उसकी तलाश शुरू की। कई घंटों की खोज के बाद बच्ची खून से लथपथ हालत में मिली, उसके शरीर पर दांतों के निशान थे। यह दृश्य देखकर हर किसी का दिल दहल गया।
घटना कैसे हुई
यह दर्दनाक वारदात हुगली जिले के एक इलाके में हुई। बच्ची शाम को घर के बाहर खेल रही थी, तभी वह अचानक गायब हो गई। परिवार वालों ने पहले सोचा कि वह आस-पास कहीं खेल रही होगी, लेकिन जब देर रात तक उसका पता नहीं चला तो चिंता बढ़ गई।
परिजनों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और स्थानीय लोगों की मदद से तलाश शुरू की। घंटों की खोजबीन के बाद बच्ची एक नाले के पास खून से लथपथ मिली। वह बेहोश थी और उसके शरीर पर चोटों के साथ-साथ दांत से काटने के निशान भी थे।
अस्पताल में भर्ती, हालत गंभीर
परिवार वालों ने बच्ची को तुरंत नज़दीकी अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि उसके साथ यौन शोषण हुआ है। बच्ची की हालत गंभीर बनी हुई है और उसे विशेष चिकित्सा देखरेख में रखा गया है। डॉक्टरों के अनुसार, शरीर पर कई चोटें हैं और बच्ची गहरे सदमे में है।
डॉक्टरों ने कहा कि ऐसी घटनाएं किसी भी इंसानियत को शर्मसार कर देती हैं। पुलिस ने मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर रेप और पॉक्सो एक्ट (POCSO Act) के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
पुलिस की कार्रवाई शुरू
पुलिस ने इस मामले में कई टीमों का गठन किया है और इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। स्थानीय लोगों से भी पूछताछ की जा रही है ताकि अपराधी तक जल्द पहुंचा जा सके।
पुलिस के अनुसार, यह घटना सुनियोजित लगती है। बच्ची को किसी परिचित ने ही बहलाकर अपने साथ ले गया होगा। फिलहाल कई संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
इलाके में गुस्सा और विरोध
इस जघन्य अपराध की खबर फैलते ही पूरे इलाके में गुस्से की लहर दौड़ गई। स्थानीय लोगों ने पुलिस स्टेशन के बाहर प्रदर्शन किया और अपराधी को जल्द से जल्द सख्त सज़ा देने की मांग की।
लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं और प्रशासन को सख्त कदम उठाने की जरूरत है। कई सामाजिक संगठनों ने भी बच्ची के लिए न्याय की मांग की है और पीड़ित परिवार की मदद की पेशकश की है।
राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रियाएं
घटना के बाद कई राजनीतिक दलों ने भी राज्य सरकार पर सवाल उठाए हैं। विपक्ष ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब हो चुकी है।
वहीं, राज्य के महिला एवं बाल विकास विभाग ने कहा है कि बच्ची के परिवार को हर संभव सहायता दी जाएगी और दोषी को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।
सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कहा कि बच्चों के खिलाफ हो रहे अपराधों को रोकने के लिए समाज को एकजुट होकर आवाज़ उठानी चाहिए। वे यह भी मांग कर रहे हैं कि पॉक्सो कानून के तहत तेज़ ट्रायल चलाकर अपराधी को फांसी दी जाए।
लोगों में डर और चिंता
इस घटना के बाद इलाके में डर का माहौल है। माता-पिता अपने बच्चों को घर से बाहर भेजने से डर रहे हैं। कई अभिभावकों ने कहा कि जब तक आरोपी पकड़े नहीं जाते, तब तक चैन की सांस नहीं ले सकते।
एक स्थानीय महिला ने कहा, “हमारी बच्ची के साथ जो हुआ, वो किसी के साथ न हो। अब हम बच्चों को अकेले बाहर खेलने भी नहीं भेजते।”
सरकार और पुलिस पर सवाल
इस घटना ने एक बार फिर सरकार की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोगों का कहना है कि पुलिस अगर गश्त और निगरानी बढ़ाए तो इस तरह की घटनाओं को रोका जा सकता है।
कई नागरिक संगठनों ने यह भी मांग की है कि स्कूलों और मोहल्लों में सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाए जाएं, ताकि बच्चों को समझाया जा सके कि वे किसी अजनबी के साथ न जाएं।
पीड़ित परिवार की हालत
बच्ची के माता-पिता सदमे में हैं। पिता ने मीडिया से कहा, “हमारी बच्ची तो बस खेलने गई थी, हमें क्या पता था कि वो ऐसे लौटेगी… हमने अपनी दुनिया खो दी।”
परिवार के घर के बाहर लोगों की भीड़ लगातार जुटी हुई है। सभी एक ही बात कह रहे हैं — “गुनहगार को फांसी दो।”
देशभर में गूंजा मामला
यह मामला सिर्फ हुगली तक सीमित नहीं रहा। देशभर से लोगों ने सोशल मीडिया पर बच्ची के लिए न्याय की मांग की है।
#JusticeForGirl और #WestBengalCrime जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।
कई बॉलीवुड हस्तियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी इस घटना की निंदा करते हुए कहा है कि अब समय आ गया है जब समाज को ऐसे अपराधों के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा होना चाहिए।
4 वर्षीय मासूम बच्ची के साथ हुआ यह जघन्य अपराध न केवल पश्चिम बंगाल बल्कि पूरे देश की इंसानियत पर धब्बा है। इस घटना ने फिर से साबित कर दिया है कि बच्चों की सुरक्षा के लिए सख्त कानून और जागरूकता दोनों की आवश्यकता है।
लोगों की एक ही मांग है — “गुनहगार को फांसी दो, ताकि कोई और बच्ची ऐसी दरिंदगी का शिकार न बने।”



















