AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश में जमीन या संपत्ति की रजिस्ट्री कराने की योजना बना रहे लोगों को अब थोड़ा और इंतजार करना होगा। राज्य के निबंधन विभाग ने पुराने सर्वर से नया सर्वर सिस्टम अपनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिसके चलते सोमवार और मंगलवार को सभी रजिस्ट्री कार्य अस्थायी रूप से बंद कर दिए गए हैं। विभाग के मुताबिक, बुधवार से सभी काम दोबारा सामान्य रूप से शुरू हो जाएंगे।
नए सर्वर पर स्थानांतरण के चलते रोक
दरअसल, अब तक प्रदेश के स्टांप और रजिस्ट्रेशन विभाग की सभी ऑनलाइन प्रक्रियाएं ‘मेघराज क्लाउड सर्वर’ के माध्यम से संचालित हो रही थीं। लेकिन पिछले कुछ समय से इस सर्वर में बार-बार तकनीकी दिक्कतें आने लगी थीं। पोर्टल बार-बार डाउन हो रहा था और फाइलें अपलोड करने में काफी समय लग रहा था।
इन समस्याओं को देखते हुए विभाग ने अब सभी ऑनलाइन कार्यों को ‘नेशनल गवर्नमेंट क्लाउड सर्वर (NGC)’ पर स्थानांतरित करने का निर्णय लिया है। यह सर्वर अधिक सुरक्षित, तेज और विश्वसनीय माना जाता है। लेकिन सर्वर ट्रांसफर की इस प्रक्रिया के दौरान रजिस्ट्री का पूरा काम दो दिन के लिए रोक दिया गया है ताकि कोई डेटा लॉस या तकनीकी समस्या न हो।
लोगों को वापस लौटना पड़ा
जेवर और आसपास के इलाकों में सोमवार को कई लोग सब-रजिस्ट्रार कार्यालय पहुंचे थे, ताकि अपनी प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री करा सकें। लेकिन वहां पहुंचने पर उन्हें बताया गया कि सर्वर अपडेशन के कारण काम फिलहाल बंद है। कई लोग जानकारी के अभाव में दूर-दराज़ से आए थे, जिन्हें वापस लौटना पड़ा।
कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि यह अस्थायी रोक सिर्फ सर्वर अपडेट के लिए लगाई गई है। मंगलवार तक सभी निबंधन कार्यालयों में यह प्रक्रिया जारी रहेगी और बुधवार से काम सामान्य रूप से शुरू कर दिया जाएगा।
सर्वर समस्या से बढ़ी थी दिक्कतें
बीते कई महीनों से प्रदेशभर में रजिस्ट्री कराने वालों को ऑनलाइन पोर्टल पर परेशानी झेलनी पड़ रही थी। कभी वेबसाइट लॉगिन नहीं होती थी तो कभी डेटा अपलोड करने में घंटों लग जाते थे। इस वजह से कई बार रजिस्ट्री के लिए स्लॉट बुक करने में भी मुश्किलें आती थीं।
लोगों की बढ़ती शिकायतों और काम की सुस्ती को देखते हुए विभाग ने 8 से 11 नवंबर के बीच नए सर्वर पर पूरी व्यवस्था को ट्रांसफर करने का निर्णय लिया। संयोग से 8 नवंबर को दूसरा शनिवार और 9 नवंबर को रविवार का अवकाश था, इसलिए विभाग ने इन दिनों को अपडेट के लिए चुना। अब सोमवार और मंगलवार को भी तकनीकी कार्य पूरे किए जा रहे हैं ताकि बुधवार से सिस्टम पूरी तरह सक्रिय हो सके।
नया सर्वर लाएगा पारदर्शिता और गति
नए सर्वर सिस्टम के बाद उम्मीद की जा रही है कि अब रजिस्ट्री की प्रक्रिया और अधिक पारदर्शी और तेज होगी। अधिकारियों का कहना है कि नेशनल गवर्नमेंट क्लाउड सर्वर से कामकाज न सिर्फ तेज़ी से होगा बल्कि डेटा भी अधिक सुरक्षित रहेगा।
इसके अलावा नागरिकों को भी ऑनलाइन सेवाओं का बेहतर अनुभव मिलेगा। अब रजिस्ट्री से जुड़ी फाइलें, दस्तावेज़ और भुगतान की स्थिति को रियल टाइम में ट्रैक किया जा सकेगा।
प्रॉपर्टी रजिस्ट्री का डिजिटल सफर
उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ वर्षों में रजिस्ट्री प्रक्रिया को पूरी तरह डिजिटल किया गया है। अब लोग ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से स्टांप शुल्क का भुगतान, दस्तावेज़ अपलोड और स्लॉट बुकिंग कर सकते हैं। हालांकि, सर्वर की तकनीकी कमियों ने इस प्रक्रिया को प्रभावित किया था।
अब नए सर्वर से उम्मीद की जा रही है कि राज्यभर में रजिस्ट्री का काम पहले की तुलना में ज्यादा सुगमता से चलेगा। आम नागरिकों को सब-रजिस्ट्रार कार्यालयों के बार-बार चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
विभाग ने अपील की – बुधवार से आएं
निबंधन विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे बुधवार से पहले कार्यालयों में रजिस्ट्री कराने न आएं, क्योंकि सोमवार और मंगलवार को सर्वर अपग्रेडेशन का कार्य जारी रहेगा। बुधवार से सभी ऑनलाइन सेवाएं पूरी क्षमता से चालू हो जाएंगी।
अधिकारियों ने भरोसा दिलाया है कि नए सर्वर पर आने के बाद किसी भी नागरिक को पहले जैसी परेशानी नहीं झेलनी पड़ेगी और सभी काम पहले से कहीं तेज़ी से पूरे होंगे।
The UP Property Registry services have been temporarily suspended due to a major server migration by the Stamp and Registration Department of Uttar Pradesh. The system is shifting from the Meghraj Cloud Server to the more advanced National Government Cloud (NGC) for better speed, security, and transparency. Property buyers and sellers will need to wait until Wednesday, when all online registration services resume. This transition aims to make property registration in UP faster, smoother, and more reliable for all users.



















