नेपाल में पोखरा एयरपोर्ट के पास विमान क्रैश
प्लेन क्रैश में 72 लोगों की मौत की आशंका
5 भारतीयों की हादसे में मौत
AIN NEWS 1: बता दें नेपाल के पोखरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास रविवार को एक यात्री विमान क्रैश हो गया। येति एयरलाइन के विमान (फ्लाइट संख्या ATR-72) क्रैश में सभी यात्रियों की मौत की आशंका है। विमान ने रविवार सुबह 10 बजकर 33 मिनट पर काठमांडू के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से पोखरा के लिए उड़ान भरी थी।
प्लेन क्रैश में 72 लोगों की मौत की आशंका
विमान में 68 यात्री और 4 क्रू मेंबर सवार थे। इन सभी की इस क्रैश में मौत की आशंका है। कुल यात्रियों में 11 विदेशी थे जिनमें तीन बच्चे थे। लैंडिंग से महज 10 सेकंड पहले ये हादसा हुआ। विमान करीब 11 बजे पुराने हवाईअड्डे और पोखरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बीच हादसे का शिकार हुआ।
विमान में सवार थे 11 विदेशी नागरिक
विमान सेती गंडकी नदी के तट पर स्थित जंगली इलाके में क्रैश हुआ। हादसे के बाद विमान में आग लग गई। राहतकर्मियों ने काफी देर तक प्रयास करने के बाद आग को कंट्रोल किया। येती एयरलाइन के प्रवक्ता सुदर्शन बरतौला के मुताबिक विमान में 3 बच्चों समेत 11 विदेशी नागरिक सवार थे। एयरपोर्ट अथॉरिटी के अफसरों ने बताया कि विमान में 53 नेपाली, 5 भारतीय, 4 रूसी, एक आयरिश, दो कोरियाई, एक अर्जेंटीना का नागरिक और एक फ्रांसीसी नागरिक सवार थे।
5 भारतीयों की हादसे में मौत
पोखरा का नया हवाई अड्डा नेपाल का तीसरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट है। इसे चीन की मदद से बनाया गया है। इसका उद्घाटन 1 जनवरी 2023 को किया गया था। हवाई अड्डे को फिलहाल के लिए बंद कर दिया गया है। इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है जिसे पोखरा में विमान हादसे के ठीक पहले का बताया जा रहा है।
पुराने विमानों का इस्तेमाल करती है यति एयरलाइन
हादसे का शिकार विमान टर्बो क्रॉप प्लेन था। इसकी अधिकतम रफ्तार 500 किलोमीटर प्रतिघंटा है। इसे कम ऊंचाई पर उड़ान भरने के लिए बनाया गया है। यति एयरलाइन अधिकतर पुराने विमानों का इस्तेमाल करती है। नेपाल विमानन प्राधिकरण इस मामले की जांच करेगा।
सेती नदी की खाई में क्रैश हुआ प्लेन
कास्की जिले के मुख्य जिला अधिकारी टेक बहादुर केसी के मुताबिक विमान सेती नदी की खाई में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। घटना की जानकारी मिलने के बाद बचाव कार्य शुरू किया गया। सुरक्षा बलों के कर्मी और स्थानीय लोगों ने मिलकर यात्रियों का पता लगाने और उन्हें बचाने की कोशिश की।