AIN NEWS 1: दिल्ली के लाल किले के पास हुए कार धमाके के मास्टरमाइंड और कुख्यात आतंकी डॉ. उमर मोहम्मद के खिलाफ सुरक्षा एजेंसियों ने बड़ी कार्रवाई की है। आतंकवाद के नेटवर्क को जड़ से खत्म करने के लिए चल रही कड़ी कार्रवाई के तहत, सुरक्षा बलों ने पुलवामा में स्थित उमर मोहम्मद के घर को IED से विस्फोट कर ध्वस्त कर दिया। यह ऑपरेशन पूरी तरह योजनाबद्ध तरीके से किया गया और इसका उद्देश्य पाकिस्तान समर्थित आतंकी ढांचे को कमजोर करना था।
कौन है डॉ. उमर मोहम्मद?
डॉ. उमर मोहम्मद पुलवामा का रहने वाला था और लंबे समय से आतंकवादी गतिविधियों में शामिल था। वह कई बड़े मॉड्यूल का सदस्य और ‘तकनीकी एक्सपर्ट’ माना जाता था। जांच एजेंसियों के अनुसार, उमर मोहम्मद ने कई बार स्थानीय युवाओं को भर्ती करने में बड़ी भूमिका निभाई और विस्फोटक तैयार करने की ट्रेनिंग भी दी।
लाल किले के पास हुए कार धमाके में उसकी भूमिका प्रमुख थी, जहां उसने पूरी साजिश को डिजाइन किया था।
लाल किले धमाके का मास्टरमाइंड
दिल्ली में लाल किले के नजदीक कार विस्फोट ने सुरक्षा एजेंसियों को हिला दिया था। धमाका ज्यादा बड़ा नहीं था, लेकिन इसका उद्देश्य राष्ट्रीय राजधानी में भय और असुरक्षा का माहौल बनाना था।
जांच में पाया गया कि इस हमले के पीछे वही पुराना आतंकवादी नेटवर्क था जिसे बार-बार खत्म करने की कोशिश की जाती है, लेकिन वह नए चेहरे, नए मॉड्यूल के साथ वापस लौट आता है। इस बार इसमें डॉ. उमर मोहम्मद की भूमिका सबसे अहम थी, क्योंकि वह IED बनाने का विशेषज्ञ था।
सुरक्षा एजेंसियों की कार्रवाई क्यों जरूरी थी?
जांच एजेंसियों को पता चला था कि उमर मोहम्मद का घर आतंकियों का सुरक्षित ठिकाना था।
वहां कई बार आतंकी बैठकें हुईं
विस्फोटक और डिजिटल उपकरण मौजूद थे
युवाओं को उकसाने के लिए वीडियो और सामग्री रखी जाती थी
इन वजहों से सुरक्षा बलों ने इसे ध्वस्त करने का बड़ा फैसला लिया।
ऐसा करना इसलिए भी जरूरी था ताकि भविष्य में किसी भी आतंकी गतिविधि के लिए यह स्थान इस्तेमाल न किया जा सके।
कैसे चलाया गया ऑपरेशन?
सुरक्षा बलों ने इलाके को रात में घेरकर सुबह तड़के ऑपरेशन शुरू किया।
पहले घर को चारों तरफ से सील किया गया
उसके बाद घर के प्रमुख हिस्सों में IED लगाया गया
कुछ ही मिनटों में तेज धमाके के साथ इमारत धराशायी हो गई
कार्रवाई के बाद पूरे इलाके की सर्चिंग की गई
स्थानीय लोगों के अनुसार, यह कार्रवाई करीब 20–25 मिनट चली, लेकिन धमाका इतना तेज था कि कई किलोमीटर दूर तक उसकी आवाज सुनी गई।
आतंकवाद के खिलाफ बड़ा संदेश
यह कदम सिर्फ एक घर गिराने का मामला नहीं है, बल्कि एक संकेत है कि अब सुरक्षा एजेंसियां आतंकियों और उनके समर्थकों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति लागू कर रही हैं।
इसका उद्देश्य सिर्फ आतंकियों को खत्म करना नहीं, बल्कि उनके सपोर्ट सिस्टम और नेटवर्क को भी पूरी तरह ध्वस्त करना है।
लोगों के बीच भी इस कार्रवाई को लेकर राहत का माहौल है क्योंकि क्षेत्र में आतंकी गतिविधियों के कारण लंबे समय से भय का माहौल बना हुआ था।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
कई स्थानीय लोगों ने कहा कि यह कदम जरूरी था क्योंकि आतंकी आए दिन आम नागरिकों को निशाना बनाते रहे हैं।
कुछ लोगों ने बताया कि उमर मोहम्मद का घर अक्सर संदिग्ध लोगों के आने-जाने की वजह से चर्चा में रहता था।
कार्रवाई के बाद सुरक्षा बलों ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और यह भरोसा दिलाया कि किसी भी मासूम को नुकसान नहीं होने दिया जाएगा।
सरकार और सुरक्षा एजेंसियों का रुख
हाल के समय में केंद्र सरकार आतंकवाद के खिलाफ काफी आक्रामक रुख अपनाए हुए है।
दुश्मन देशों से आने वाली फंडिंग पर निगरानी
आतंकियों के खिलाफ लगातार ऑपरेशन
स्थानीय सहयोगियों की पहचान और कार्रवाई
ये सब इसी नीति का हिस्सा हैं।
डॉ. उमर मोहम्मद का घर गिराना भी इसी कठोर नीति का हिस्सा माना जा रहा है।
आगे क्या?
सुरक्षा एजेंसियां अब उन सभी लोगों की तलाश में हैं जो उमर मोहम्मद के नेटवर्क से जुड़े हो सकते हैं।
डिजिटल डिवाइसेज, कॉल रिकॉर्ड, और उसके संपर्कों की निगरानी की जा रही है।
ऐसा माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में और भी कड़ी कार्रवाई हो सकती है।
Security forces in India demolished the house of Delhi blast mastermind Dr. Umar Mohammad in Pulwama using an IED as part of an intensified anti-terror operation in Jammu and Kashmir. The action follows investigations into the Red Fort area explosion, linking the accused to multiple terror modules and cross-border networks. This demolition marks a strong message in India’s ongoing crackdown on terrorism and its support systems.



















