जून 2018 में बोचहां थाना क्षेत्र के एक नाबालिग के अपहरण का केस हुआ था दर्ज.
उक्त नाबालिग लड़की को 5 सालों से ढूंढ रही थी बिहार के मुजफ्फरपुर की पुलिस.
5 साल बाद युवती का पता लगा, मुजफ्फपुर की बोचहां थाना पुलिस ने किया संपर्क.
AIN NEWS 1 मुजफ्फरपुर : बता दें सफलता की एक ऐसी ही कहानी इन दिनों मुजफ्फरपुर में काफ़ी ज्यादा चर्चा का विषय बन गई है. दरअसल, मुजफ्फरपुर के बोचहां थाना में केस रिव्यू के दौरान एक बेहद रोचक मामला सामने आया है. जिस लड़की के अपहरण की फाइल पुलिस बीते पांच साल से अधिक समय से ढो रही थी, वह युवती तो अब दिल्ली पुलिस की एक कांस्टेबल बन गई थी. जांच में यह बात सामने आने के बाद पुलिस ने उस युवती से सम्पर्क किया और उसे कहा की वह कोर्ट में अपना बयान दर्ज करा दो . इसके बाद बीते सोमवार को युवती बोचहां थाना पहुंची जहां से पुलिस ने कोर्ट में उसका बयान भी दर्ज कराया.इस केस के आई ओ रामा शंकर प्रसाद ने बताया कि वह अपने अधिकारियों के साथ सभी लंबित कांडों की समीक्षा कर रहे थे. इस दौरान एक जून 2018 में थाना क्षेत्र के एक नाबालिग का केस उनके सामने आया. इसके बाद संबंधित अधिकारी को केस की जांच करने और लड़की के स्वजन और आरोपितों के स्वजन से जानकारी लेने को कहा गया .इसके बाद मामले में जांच में पाया गया कि लड़की दिल्ली पुलिस में अब कांस्टेबल के पद पर कार्य कर रही है. इसके बाद जब उस लड़की से संपर्क किया गया और उसे अपना बयान दर्ज कराने को कहा गया. लड़की से जब पूछताछ की गई तो उसने सारी कहानी पुलिस के समक्ष बताई तो लोगों ने उसके हौसले को सलाम किया. युवती ने बताया कि उसके पिता एक मजदूर हैं. उसके परिवार की आर्थिक स्थिति सही नहीं थी. कभी उसने सोचा कि उसे कुछ कर दिखाना है. इसके बाद वह दिल्ली चली गई और वहां उसने पढ़ाई शुरू कर दी. संघर्ष तो बहुत करना पड़ा, लेकिन अंतत: इसी क्रम में दिल्ली पुलिस कांस्टेबल में उसका चयन हो गया और अभी वो ट्रेनिंग कर रही है.