AIN NEWS 1: बता दें भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के समर्थन में गोरखपुर के अधिकतर पहलवान उतर गए हैं। सभी ने एक स्वर में यौन शोषण के आरोपों को केवल राजनीति से प्रेरित बताया है। कहा कि पिछले दस वर्षों में भारतीय कुश्ती अपनी एक नई ऊंचाई पर पहुंची है। उसका सारा श्रेय कैसरगंज सांसद और कुश्ती संघ के अध्यक्ष को ही जाता है। अन्य राज्य के लोगों को कुश्ती संघ में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व मंजूर नहीं है। इसलिए वो आज ऐसा घृणित कार्य कर रहे हैं।
जाने तुच्छ स्वार्थ के लिए कर रहे घृणित कार्य
जो लोग वर्तमान अध्यक्ष की तारीफ करते हुऐ नहीं थकते थे। आज वो उन्हीं के खिलाफ मोर्चा खोलने के लिए तैयार हैं। अपने तुच्छ स्वार्थ के लिए इतना घृणित कार्य करना किसी खिलाड़ी के लिए अशोभनीय है। – दिनेश सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, यूपी कुश्ती संघ।
जाने कोई खिलाड़ी खेल से नहीं बड़ा
कोई खिलाड़ी खेल से बड़ा नहीं हो सकता है। कुश्ती संघ ने नियम बनाया है कि कोई खिलाड़ी बिना नेशनल में पदक जीते या बिना ट्रायल दिए या ओपन नेशनल में पदक के बिना कैंप में शामिल हो ही नहीं सकता। इससे ही नई प्रतिभाओं को मौका मिलता है। स्टार खिलाड़ियों को ये तानाशाही लगती है। – आदित्य प्रताप सिंह आगू, सचिव भारतीय कुश्ती संघ।
जाने बेबुनियाद हैं आरोप
यौन शोषण के आरोप बिलकुल बेबुनियाद हैं। अध्यक्ष के रूप में बृजभूषण सिंह का कार्यकाल शानदार रहा है। हमेशा कुश्ती और खिलाड़ियों के विकास को लेकर कार्य किया। 10 वर्षों के कार्यकाल में वो अचानक इतने बुरे हो गए, ये एक सुनियोजित साजिश की ओर से इशारा करता है। – पन्नेलाल यादव, अंतरराष्ट्रीय पहलवान।
जाने नई प्रतिभाओं को मंच दे रहा कुश्ती संघ
भारतीय कुश्ती संघ ने बिना किसी भेदभाव के हर राज्य के पहलवानों को ही बढ़ावा दिया है। इन्हीं सकारात्मक नीतियों की वजह से नई प्रतिभाआें में कुश्ती के फलक पर चमक बिखेरी है। आरोप निंदनीय हैं। संघ के नए नियमों से नई प्रतिभाओं को कुश्ती में दम दिखाने का ही मौका मिल रहा है। – चंद्रविजय सिंह, भारतीय कुश्ती टीम के कोच।