देश में कारोबार, रोजगार में लगातार तेजी आ रही है। हाल ही में आई उद्योग चैंबर फिक्की की रिपोर्ट में दावा किया गया था कि कारोबार जगत के सेंटीमेंट्स में सुधार हुआ है। अब मॉन्स्टर एंप्लॉयमेंट इंडेक्स के हवाले से रोजगार में हो रहे इजाफे की बात की जा रही है। मॉन्स्टर एंप्लॉयमेंट इंडेक्स के मुताबिक इस साल अप्रैल में हायरिंग पिछले साल के अप्रैल के मुकाबले 15 फीसदी बढ़ गई है। वहीं मार्च के मुकाबले हायरिंग एक्टिविटीज़ में 4 फीसदी की तेजी दर्ज की गई है इस बढ़ोतरी का सीधा मतलब हुआ कि कारोबारी सेंटीमेंट्स में सुधार आ रहा है जिसकी तस्दीक फिक्की का बिजनेस कॉन्फिडेंस सर्वे भी कर रहा है। मॉन्स्टर एंप्लॉयमेंट इंडेक्स के मुताबिक बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं और बीमा क्षेत्र यानी BFSI के साथ साथ रिटेल सेक्टर में सुधार की वजह से हायरिंग में इजाफा हो रहा है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कोरोना महमारी का प्रकोप कम होने से BFSI 54 परसेंट की बढ़ोतरी के साथ सबसे तेजी से उबरने वाला सेक्टर रहा है। इसके बाद रिटेल सेक्टर में हायरिंग में 47 फीसदी का इजाफा हुआ है। जबकि प्रॉडक्शन और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में नई नौकरियों की संख्या में 35 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक रिटेल सेक्टर में हायरिंग बढ़ने की वजह गली मोहल्ले की दुकानों से लेकर मॉल्स तक का खुलना रहा है। हायरिंग बढ़ने की कई और भी वजहे हैं जिनमें शामिल हैं टूरिज्म सेक्टर में आई रौनक जहां पर होटल बुकिंग प्री-कोविड स्तर के 90 फीसदी पर पहुंच गई हैं। सर्विस सेक्टर में अप्रैल में आई तेजी जिसका सबूत सर्विस पीएमआई का अप्रैल में बढ़कर 57.9 पर पहुंच जाना रहा है जबकि मार्च में ये 53.6 पर था। इसके साथ ही एक खुशखबरी ये भी सामने आई है कि आने वाले महीनों में भी नौकरियों के मौके लोगों को मिलते रहेंगे और 2021-22 के मुकाबले इस साल हायरिंग 20 से 30 परसेंट तक ज्यादा रह सकती है। इस दौरान BFSI, IT, रिटेल, मैन्युफैक्चरिंग, हेल्थकेयर, टेलीकॉम, ऑटोमोटिव और रियल एस्टेट में सबसे ज्यादा रोजगार मिलेंगे। जून तिमाही में तो 54 फीसदी ज्यादा कारोबारी हायरिंग के लिए तैयार हैं। नौकरियों के ये मौके हर लेवल पर लोगों को मिलेंगे और फ्रेशर्स के साथ ही मिड लेवल और लीडरशिप रोल के लिए भी वैकेंसीज की भरमार रहेगी।