नमस्कार,
कल की बड़ी खबर वक्फ संशोधन बिल से जुड़ी रही। राज्यसभा में भी बिल पास हो गया। दूसरी खबर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के थाईलैंड दौरे की है। जहां उन्होंने दुनिया की सबसे यंग पीएम से मुलाकात की। हम आपको यह भी बताएंगे कि राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर शहादत पर केक काटने का आरोप क्यों लगाया।
⏰ आज के प्रमुख इवेंट्स:
- संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण का आखिरी दिन है। इसकी शुरुआत 10 मार्च को हुई थी।
- थाईलैंड में मौजूद PM मोदी छठे बिम्सटेक समिट में हिस्सा लेंगे। थाईलैंड के राजा महा वजीरालोंगकोर्न से भी मुलाकात करेंगे।
- IPL 2025 का 16वां मैच लखनऊ बनाम मुंबई के बीच शाम 7:30 बजे लखनऊ के इकाना स्टेडियम में खेला जाएगा।
📰 कल की बड़ी खबरें:
राज्यसभा में वक्फ संशोधन बिल पास, 128 सांसदों ने किया समर्थन, नड्डा बोले- यह देशहित का मामला है
मुख्य बिंदु
• राज्यसभा में बिल के पक्ष में 128 और विरोध में 95 वोट
• लोकसभा में पहले ही पास हो चुका है वक्फ संशोधन बिल
• जेपी नड्डा ने कहा- यह पार्टी नहीं, राष्ट्रीय हित का विषय है
आर्टिकल (सुगम हिंदी में)
गुरुवार देर रात राज्यसभा में वक्फ संशोधन बिल पास हो गया। बिल के समर्थन में 128 सांसदों ने वोट दिया, जबकि 95 सांसदों ने इसका विरोध किया। इससे पहले बुधवार देर रात को लोकसभा में भी यह बिल पास हो चुका था। लोकसभा में बिल के पक्ष में 288 और विरोध में 232 वोट पड़े थे।
राज्यसभा में भाजपा के नेता जेपी नड्डा ने विपक्ष की आलोचना करते हुए कहा कि वक्फ संशोधन बिल किसी पार्टी विशेष का नहीं, बल्कि देश के हित का मामला है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकार की तुलना में मौजूदा सरकार ने इस बिल को कहीं अधिक गंभीरता से लिया है।
नड्डा ने यह भी कहा कि ऐसे अहम विषय को राजनीति का हिस्सा न बनाएं और चर्चा को भटकाने की कोशिश न करें। यह देश के भविष्य से जुड़ा मुद्दा है और इसमें सभी को सकारात्मक भूमिका निभानी चाहिए।
राहुल गांधी का हमला: चीन ने 4 हजार किमी जमीन कब्जाई, सरकार के अधिकारी जश्न में मस्त
मुख्य बिंदु
• राहुल बोले – चीन जमीन कब्जा कर चुका है, लेकिन विदेश सचिव केक काट रहे हैं
• भाजपा और RSS पर आरोप – हर विदेशी के सामने सिर झुकाते हैं
• इंदिरा गांधी का हवाला देते हुए बोले – मैं भारतीय हूं, सीधी खड़ी रहती हूं
आर्टिकल (सुगम हिंदी में)
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भारत-चीन संबंधों की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर आयोजित समारोह को लेकर केंद्र सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि चीन हमारी 4 हजार वर्ग किलोमीटर जमीन पर कब्जा करके बैठा है और ऐसे समय में हमारे विदेश सचिव विक्रम मिस्री, चीनी राजदूत के साथ केक काट रहे हैं। यह देखकर मैं हैरान रह गया।
राहुल गांधी ने भाजपा और RSS की विदेश नीति को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि एक बार इंदिरा गांधी से पूछा गया था कि आप विदेश नीति में बाएं झुकती हैं या दाएं। उन्होंने जवाब दिया था – “मैं भारतीय हूं, मैं सीधी खड़ी रहती हूं।”
राहुल ने आरोप लगाया कि भाजपा और RSS की विचारधारा है कि वे हर विदेशी के सामने सिर झुकाते हैं। यह उनके इतिहास में देखा गया है। उन्होंने इसे देश की गरिमा से जुड़ा मुद्दा बताते हुए सरकार की कड़ी आलोचना की।
सुप्रीम कोर्ट के सभी जज अब सार्वजनिक करेंगे अपनी संपत्ति, जानकारी वेबसाइट पर होगी उपलब्ध
मुख्य बिंदु
• फुल कोर्ट मीटिंग में फैसला, जनता का भरोसा और पारदर्शिता बढ़ाने की कोशिश
• अभी 33 जजों में से 30 ने दे दी है संपत्ति की जानकारी
• दिल्ली हाईकोर्ट के जज यशवंत वर्मा के बंगले में मिले कैश के बाद लिया गया निर्णय
आर्टिकल (सुगम हिंदी में)
सुप्रीम कोर्ट ने पारदर्शिता बढ़ाने और जनता का भरोसा कायम रखने के लिए एक अहम कदम उठाया है। कोर्ट के सभी जजों ने यह फैसला किया है कि वे पदभार ग्रहण करते ही अपनी संपत्ति का ब्योरा सार्वजनिक करेंगे। यह जानकारी सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी।
1 अप्रैल को हुई फुल कोर्ट मीटिंग में यह निर्णय लिया गया। इस बैठक में चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया संजीव खन्ना की मौजूदगी में सभी 34 जजों (फिलहाल 33 कार्यरत हैं) ने इस पर सहमति जताई।
वर्तमान में सुप्रीम कोर्ट में 33 जज कार्यरत हैं, जबकि एक पद रिक्त है। इनमें से 30 जजों ने अपनी संपत्ति का विवरण पहले ही सौंप दिया है, हालांकि इसे अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है।
यह फैसला दिल्ली हाईकोर्ट के जज यशवंत वर्मा से जुड़ी एक हालिया घटना के बाद लिया गया है। 14 मार्च को उनके सरकारी बंगले में आग लग गई थी, जिसके बाद फायर ब्रिगेड को वहां अधजले कैश नोट मिले थे। इस मामले को लेकर न्यायपालिका की पारदर्शिता पर सवाल उठे थे, जिसके बाद यह अहम कदम उठाया गया।
पश्चिम बंगाल में 25,753 शिक्षकों की बर्खास्तगी बरकरार, सुप्रीम कोर्ट बोला- चयन प्रक्रिया में गड़बड़ी
मुख्य बिंदु
• सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के फैसले को सही माना, भर्ती प्रक्रिया को बताया फर्जी
• ममता बनर्जी ने कहा- फैसला व्यक्तिगत रूप से मंजूर नहीं, लेकिन सरकार करेगी लागू
• 2016 में हुई थी स्कूलों में बड़ी संख्या में शिक्षक और गैर-शिक्षकों की नियुक्ति
आर्टिकल (सुगम हिंदी में)
पश्चिम बंगाल में स्कूलों की भर्ती प्रक्रिया को लेकर चल रहे घोटाले में सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है। कोर्ट ने कोलकाता हाईकोर्ट के उस फैसले को बरकरार रखा है जिसमें 2016 में हुई 25,753 शिक्षकों और गैर-शिक्षकों की नियुक्तियों को अवैध बताया गया था।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया में गंभीर गड़बड़ियां और धोखाधड़ी हुई है। कोर्ट ने हाईकोर्ट द्वारा की गई जांच और दिए गए निष्कर्षों को सही ठहराया। इसके साथ ही इतने बड़े स्तर पर की गई बर्खास्तगी का आदेश भी वैध माना गया है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से इस फैसले से सहमत नहीं हैं, लेकिन उनकी सरकार सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का पालन करेगी। ममता ने कहा कि चयन प्रक्रिया दोबारा शुरू की जाएगी ताकि योग्य उम्मीदवारों को अवसर मिल सके।
उन्होंने विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए कहा कि क्या भाजपा और सीपीएम चाहती हैं कि बंगाल की पूरी शिक्षा व्यवस्था बर्बाद हो जाए? उनका इशारा इस ओर था कि यह फैसला राजनीति से प्रेरित भी हो सकता है।
PF निकालना हुआ आसान: अब नहीं चाहिए कैंसिल चेक, EPFO ने प्रोसेस में किया बदलाव
मुख्य बिंदु
• PF क्लेम के लिए अब नहीं चाहिए कैंसिल चेक या पासबुक की फोटो
• बैंक वेरिफिकेशन अब सीधे आधार OTP से होगा
• एम्प्लॉयर की मंजूरी की जरूरत भी खत्म
आर्टिकल (सुगम हिंदी में)
PF यानी भविष्य निधि से जुड़ी बड़ी राहत की खबर आई है। एम्प्लॉइज प्रोविडेंट फंड ऑर्गनाइजेशन (EPFO) ने PF क्लेम की प्रक्रिया को पहले से कहीं ज्यादा आसान बना दिया है। अब PF का पैसा निकालने के लिए आपको कैंसिल चेक या बैंक पासबुक की फोटो अपलोड करने की जरूरत नहीं होगी।
यह जानकारी श्रम एवं रोजगार मंत्री मनसुख मंडाविया ने गुरुवार को अपने X (पूर्व में ट्विटर) पोस्ट के जरिए दी। उन्होंने बताया कि यह बदलाव कर्मचारियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए किया गया है।
इसके अलावा EPFO ने एक और बड़ा बदलाव किया है। अब जब आप PF अकाउंट में बैंक डिटेल्स जोड़ते हैं, तो उसके लिए एम्प्लॉयर की मंजूरी की जरूरत नहीं होगी। आप खुद ही आधार OTP के जरिए बैंक अकाउंट नंबर और IFSC कोड को वेरिफाई कर सकेंगे।
इन नए नियमों से लाखों EPFO सदस्यों को लाभ मिलेगा और उनका PF निकालना पहले से ज्यादा तेज और आसान हो जाएगा।
थाईलैंड की सबसे युवा प्रधानमंत्री से मिले मोदी, बोले- एक्ट ईस्ट पॉलिसी में है थाईलैंड की अहम भूमिका
मुख्य बिंदु
• पीएम मोदी ने 38 वर्षीय पाइतोंग्तार्न शिनवात्रा से की मुलाकात
• भारत की एक्ट ईस्ट और इंडो-पैसिफिक नीति में थाईलैंड का विशेष स्थान
• थाई रामायण ‘रामाकेन’ का मंचन देखा, भारतीय समुदाय से भी मिले
आर्टिकल (सुगम हिंदी में)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन के दौरे पर थाईलैंड पहुंचे, जहां उन्होंने थाईलैंड की प्रधानमंत्री पाइतोंग्तार्न शिनवात्रा से मुलाकात की। 38 वर्षीय शिनवात्रा दुनिया की सबसे युवा प्रधानमंत्री हैं। दोनों नेताओं के बीच क्षेत्रीय सहयोग, सांस्कृतिक संबंध और व्यापारिक साझेदारी को लेकर बातचीत हुई।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत की “एक्ट ईस्ट पॉलिसी” और “इंडो-पैसिफिक विजन” में थाईलैंड का विशेष योगदान है। भारत और थाईलैंड के बीच सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंध भी मजबूत हैं।
बैंकॉक पहुंचने पर पीएम मोदी ने भारतीय समुदाय के लोगों से मुलाकात की और उनका स्वागत स्वीकार किया। इसके बाद उन्होंने थाई रामायण ‘रामाकेन’ का मंचन देखा। उन्होंने कहा कि रामायण सिर्फ भारत की नहीं, बल्कि थाईलैंड की संस्कृति का भी अभिन्न हिस्सा है और यह दोनों देशों को भावनात्मक रूप से जोड़ता है।
40 साल बाद फिर अंतरिक्ष में जाएगा कोई भारतीय, मई में ISS जाएंगे शुभांशु शुक्ला
मुख्य बिंदु
• शुभांशु शुक्ला बनेंगे अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय
• मई में एक्सिओम मिशन-4 के तहत जाएंगे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन
• नासा-इसरो एग्रीमेंट के तहत हुआ चयन, फिलहाल हैं एयरफोर्स ऑफिसर
आर्टिकल (सुगम हिंदी में)
लगभग 40 साल बाद एक बार फिर कोई भारतीय एस्ट्रोनॉट अंतरिक्ष की यात्रा पर जाने वाला है। इंडियन एयरफोर्स के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा और इसरो के बीच हुए एग्रीमेंट के तहत एक्सिओम मिशन-4 में शामिल किया गया है।
यह मिशन मई 2025 में लॉन्च होगा और इसमें चार देशों के चार एस्ट्रोनॉट्स 14 दिन के लिए इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर जाएंगे। शुभांशु शुक्ला इस मिशन में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।
शुभांशु बनेंगे अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पर जाने वाले पहले और स्पेस में जाने वाले दूसरे भारतीय। उनसे पहले राकेश शर्मा ने 1984 में सोवियत यूनियन के स्पेसक्राफ्ट से स्पेस की यात्रा की थी।
यह मिशन भारत के अंतरिक्ष इतिहास के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा और आने वाले समय में भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों के लिए नई राहें खोलेगा।