Credit Score: जब आप बैंक या किसी वित्तीय संस्थान से कर्ज हासिल करने के लिए आवेदन करते हैं तो आपकी आयु, आय, पेशे, पेशे के स्थायित्व इत्यादि के अलावा क्रेडिट स्कोर को भी ध्यान में रखा जाता है. क्रेडिट स्कोर (Cibil Score) कम होता है तो या तो लोन आवेदन खारिज हो सकता है या लोन पास हुआ है तो अधिक ब्याज चुकाना पड़ सकता है. कई वित्तीय संस्थान तो सबसे पहले यह स्कोर देखकर ही फैसला करते हैं कि लोन आवेदन पर आगे प्रक्रिया जारी रखनी चाहिए या नहीं.वनस्कोर और वनकार्ड के को-फाउंडर और CEO अनुराग सिन्हा कहते हैं, “किसी भी व्यक्ति का लोन अप्रुव करने से पहले बॉरोअर के क्रेडिट बिहेवियर का क्रेडिट ब्यूरो द्वारा पूरी तरह से विश्लेषण किया जाता है.” 750 से अधिक के क्रेडिट स्कोर को अच्छा माना जाता है.
पिछला क्रेडिट री-पेमेंट्स – चाहे वह आपका हाउसिंग लोन EMI हो या आपका मंथली क्रेडिट कार्ड बिल, हाई क्रेडिट स्कोर सुनिश्चित करने के लिए समय पर पेमेंट करना जरूरी है. सिन्हा कहते हैं, “एक भी EMI की समय सीमा चूकने से आपका क्रेडिट स्कोर काफी कम हो सकता है और उस नुकसान की भरपाई में लंबा समय लग सकता है.” इसलिए डेडलाइन से पहले पेमेंट जरूर कर दें.
कठिन पूछताछ करना– हर बार जब आप एक नए लोन या किसी क्रेडिट प्रोडक्ट के लिए आवेदन करते हैं, तो बैंक एक या अधिक क्रेडिट ब्यूरो के ज़रिए आपके क्रेडिट स्कोर की जांच करते हैं. सिन्हा बताते हैं, “कठिन पूछताछ करने से आपके क्रेडिट स्कोर में गिरावट आ सकती है, इसके अलावा यह आपका ‘क्रेडिट एज’ भी कम करता है.” इसलिए, लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए तभी आवेदन करें जब आपको इसकी जरूरत हो.क्रेडिट उपयोग अनुपात – यदि आपने मंथली सर्किल के दौरान अपने क्रेडिट कार्ड की सीमा का 30 फीसदी से अधिक उपयोग किया है, तो आपका क्रेडिट स्कोर गिर जाता है. विशेषज्ञों का कहना है कि स्कोर में सुधार देखने के लिए आने वाले महीनों के लिए अपने क्रेडिट उपयोग को सीमित करने का प्रयास करना चाहिए.
जरुरत के अनुसार रिपेमेंट ना करना : जब आप अपने क्रेडिट कार्ड बिल या लोन ईएमआई का पूरा भुगतान नहीं करते हैं, तो शेष राशि जमा हो जाती है, और आपका कर्ज भी बढ़ जाता है. इससे लोन और इनकम रेश्यो में इजाफा होती है और आपका क्रेडिट स्कोर गिर जाता है. इससे बचने के लिए, अपनी लोन राशि को पूरा चुकाने का प्रयास करें.
आपकी क्रेडिट रिपोर्ट पर गलत जानकारी : कई बार, आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में गलत या देरी से रिपोर्टिंग के कारण त्रुटियां और गलतियां हो सकती हैं. जानकारों का कहना है कि किसी को अपनी क्रेडिट रिपोर्ट की जांच करनी चाहिए कि कहीं कुछ गड़बड़ तो नहीं है और इसे जल्द से जल्द ठीक करने का लक्ष्य रखें.
अगर गारंटर हैं तो : इसके अतिरिक्त, ध्यान दें कि यदि आप किसी और के ऋण के लिए गारंटर हैं, और वे अपने भुगतान में चूक करते हैं, तो यह आपके क्रेडिट स्कोर को भी प्रभावित करेगा.