फरवरी में रोजाना 4.2 लाख हवाई यात्री
एयरो इंडिया-G20 बैठक ने बढ़ाया हवाई सफर
जनवरी में हवाई यात्रियों की संख्या दोगुनी हुई
AIN NEWS 1: कोविड-19 के असर से तेजी के साथ भारत के सभी सेक्टर्स बाहर निकलते जा रहे हैं। एविएशन सेक्टर भी अब कोरोना काल को पीछे छोड़कर नई उड़ान भरने की तैयारी में है। हाल ही में जिस तरह से एयर इंडिया ने अब तक का सबसे बड़ा विमान खरीदने का सौदा किया है उसके बाद तो इस सेक्टर के उज्जवल भविष्य को लेकर किसी को शक नहीं है। ऐसे में जनवरी में घरेलू हवाई मुसाफिरों की तादाद बढ़ने से एविएशन सेक्टर में फिर से रौनक लौटती नजर आई है।
फरवरी में रोजाना 4.2 लाख हवाई यात्री
जनवरी में घरेलू उड़ानों के यात्रियों की संख्या जनवरी में 95.7 फीसदी बढ़कर सवा करोड़ पर पहुंच गई। पिछले साल जनवरी में घरेलू उड़ानों के यात्रियों की संख्या 64.08 लाख रही थी। अगर बात करें अलग अलग एयरलाइंस की तो फिर जनवरी में घरेलू बाजार में इंडिगो की हिस्सेदारी लगातार पांचवे महीने कम हुई है। जनवरी में इंडिगो की बाज़ार हिस्सेदारी 68.47 लाख यात्रियों के साथ घटकर 54.6 फीसदी रह गई। पिछले साल अगस्त में घरेलू बाजार में इंडिगो की बाजार हिस्सेदारी 59.72 परसेंट थी। वहीं जनवरी में एयर इंडिया 11.55 लाख यात्रियों के साथ 9.2 फीसदी, विस्तारा 11.05 लाख यात्रियों के साथ 8.8 परसेंट, गो फर्स्ट 10.53 लाख मुसाफिरों के साथ 8.4 फीसदी, एयर एशिया इंडिया 9.30 लाख यात्रियों के साथ 7.4 परसेंट, स्पाइसजेट की उड़ानों से इस दौरान 9.14 लाख लोगों ने यात्रा की और उसका मार्केट शेयर 7.3 फीसदी रहा और अकासा एयर का मार्केट शेयर 2.8 फीसदी रहा।
एयरो इंडिया-G20 बैठक ने बढ़ाया हवाई सफर
अगर ऑक्यूपेंसी के हिसाब से बात करें तो जनवरी में 91 फीसदी ऑक्यूपेंसी के साथ स्पाइस जेट टॉप पर रही, गो फर्स्ट 90.9 फीसदी के साथ दूसरे, एयर इंडिया 87.5 परसेंट के साथ तीसरेॉ वहीं अकासा एयर 82.8 परसेंट के साथ चौथे और इंडिगो 82 फीसदी के साथ पांचवे नंबर पर रही। नागर विमानन महानिदेशालय यानी DGCA के आंकड़ों के मुताबिक उड़ानों में समस्या, सामान के मुद्दे और कर्मचारियों के व्यवहार को लेकर जनवरी में दिसंबर के मुकाबले ज्यादा शिकायतें मिलीं। वक्त पर फ्लाइट चलने के मामले में इंडिगो पहले और गो फर्स्ट आखिरी नंबर पर रही।