AIN NEWS 1: कुछ महीने पहले ही एक टाइम ऐसा आया था, जब प्याज का भाव सुनकर लोग काफ़ी भौचक्के रह जाते थे. इतना ही नहीं, आम आदमी अपने घर पर प्याज खरीदकर लाना भी बंद कर दिया था. फिलहाल, इस वक्त प्याज के दामों में बेहद ही गिरावट आई है. प्याज की यह गिरावट इतनी ज्यादा हो गई है कि किसान अपने आपको कोसने पर भी मजबूर हैं. और इस समय महाराष्ट्र के किसान बेहद ही परेशान हैं. सोलापुर में एक किसान इसकी चपेट में आया है. किसान हैरान इसलिए हैं क्योंकि सोलापुर और उस्मानाबाद की सीमा पर दिन-रात उगाई जाने वाली 512 किलो प्याज की कीमत महज 2 रुपये ही उनको मिल रही है.
जाने किसान को 10 बोरी प्याज के मिले सिर्फ 2 रुपये
सोलापुर जिले के बरशी तालुका के बोरगांव (जादी) के रहने वाले किसान राजेंद्र तुकाराम चव्हाण ने तब बेहद ही उदास हो गए, जब उन्होंने अपने 2 एकड़ खेत में हजारों रुपये लगाकर प्याज की खेती की और बदले में उन्हे सिर्फ दो रुपये मिले. चलिए जानते हैं कि आखिर क्या मामला हुआ. राजेंद्र चव्हाण 17 फरवरी 2023 को सोलापुर के सूर्या ट्रेडर्स के पास कीमत कम होने के कारण प्याज से प्राप्त पैसों से अपना कर्ज चुकाने के इरादे से कुल दस बोरी प्याज लेकर गए. इन 10 बोरी प्याज का वजन 512 किलो था, लेकिन प्याज के दाम गिरने से किसान को 1 रुपये प्रति किलो के ही भाव मिले.सोशल मीडिया पर पूर्व सांसद ने उठाया सवाल इसके बाद वो हुआ, जिसकी वजह से किसान के आंख में आंसू निकल गए. उसके होश तब उड़े, जब आखिर में 10 बोरी प्याज की कीमत सिर्फ और सिर्फ दो रुपये ही उसे मिले. दरअसल, वाहन किराया, हमाली, तोलाई के पैसे काटने के बाद दो रुपए ही शेष रह गए. कृषि उपज मंडी समिति के व्यापारी सूर्या ट्रेडर्स ने राजेंद्र चव्हाण के पक्ष में दो रुपये का चेक दे दिया. स्वाभिमानी शेतकर संगठन के अध्यक्ष व पूर्व सांसद राजू शेट्टी ने सोशल मीडिया पर राजेंद्र चव्हाण का यही दर्द बयां किया. और उन्होंने शासकों की भी आलोचना करते हुए सवाल किया कि एक व्यापारी को दो रुपये का चेक देते हुए उन्हें शर्म कैसे नहीं आई.