AIN NEWS 1: दिल्ली-मेरठ RRTS मेट्रो का काम काफ़ी ज्यादा तेजी से हो रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, रैपिड रेल सिस्टम के साहिबाबाद-दुहाई सेक्शन पर ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन सिस्टम भी अब लगाया जाएगा. यह प्रणाली यात्रा किए गए किलोमीटर के आधार पर स्वचालित रूप से यात्रियों के किराए में कटौती करेगी. इससे यात्रियों का समय भी बचेगा और स्टेशनों पर भीड़ भी नहीं लगेगी. सभी यात्रियों के पास सामान्य कागजी टिकट होंगे या फिर वे क्यूआर कोड वाले ऑनलाइन टिकट भी खरीद सकेंगे, अथवा उनके पास नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (NCMC)या ओपन लूप कॉन्टैक्टलेस कार्ड ही होगा, जिसके जरिए वे अपनी यात्रा कर सकेंगे.जानकारी के अनुसार यात्री RRTS स्टेशनों पर क्यूआर कोड वाले टिकट भी खरीद सकते हैं. वे डिजिटल टिकट खरीदने के लिए एनसीआरटीसी के मोबाइल एप्लिकेशन का भी आसानी से उपयोग कर सकते हैं. एएफसी सिस्टम आरआरटीएस के दुहाई स्टेशन पर पहुंच गया है और इसका परीक्षण भी किया जा रहा है. मोबिलिटी कार्ड का उपयोग इंटरसिटी और इंट्रासिटी यात्रा दोनों के लिए ही किया जाएगा. यह टिकट प्रणाली अधिकारियों के दृष्टिकोण से टिकट की लागत को काफ़ी कम करने में भी पूरी तरह सक्षम होगी. यह पूरा कॉरिडोर केवल 82 किमी लंबा होगा. इस कॉरिडोर में कुल 25 स्टेशन होंगे. दुहाई-साहिबाबाद लाइन प्राथमिकता खंड है. इस साल जून तक इसके शुरू होने की पूरी उम्मीद है.
जाने ट्रेन की टॉप स्पीड 180 किमी प्रति घंटा रहने की उम्मीद
दुहाई-साहिबाबाद सेक्शन लगभग 17 किलोमीटर लंबा होगा. इस सेक्शन में कुल चार स्टेशन होंगे- साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलदार और दुहाई. इस साल के अंत तक, यह संभव है कि लाइन का कुल 40 किलोमीटर लंबा हिस्सा चालू हो जाएगा. ट्रेन की टॉप स्पीड 180 किमी प्रति घंटा रहने की उम्मीद है. कॉरिडोर पर कुल 30 रैपिड ट्रेनें दौड़ेंगी. शुरुआत में केवल 13 को ही संचालन की अनुमति दी जाएगी. पूरी तरह चालू होने पर दिल्ली-मेरठ ट्रांजिट 50 मिनट में संभव हो जाएगा.
जाने इसका किराया हो सकता है 2 रुपए प्रति किमी, आधिकारिक घोषणा अभी बाकी
इन ट्रेनों में स्वचालित दरवाजे, इंटीग्रेटेड एसी सिस्टम, स्टोरेज, महिलाओं के लिए अलग से कोच, वाई-फाई, यूएसबी चार्जिंग प्वाइंट और सीसीटीवी जैसी आधुनिक सुविधाएं भी होंगी. अभी तक, किराए की कोई आधिकारिक घोषणा तो नहीं हुई है. हालांकि, उम्मीद की जा रही है कि इसका किराया 2 रुपये प्रति किमी की दर से ही लिया जाएगा. इसका मतलब है कि पूरे दिल्ली-मेरठ ट्रांजिट की लागत 160 रुपये और दुहाई-साहिबाबाद ट्रांजिट की लागत कुल 34 रुपये हो सकती है. इस परियोजना पर कुल 30,000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे.