AIN NEWS 1: गाजियाबाद से एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। किराया मांगने गई एक मकान मालकिन की उनके ही किराएदारों ने बेरहमी से हत्या कर दी। आरोप है कि पहले महिला का गला घोंटा गया, फिर शव के टुकड़े कर उसे सूटकेस में छिपा दिया गया। यह सनसनीखेज मामला गाजियाबाद के नंदग्राम थाना क्षेत्र स्थित राजनगर एक्सटेंशन की एक पॉश सोसाइटी से जुड़ा है।
किराया लेने गई थीं मकान मालकिन, फिर नहीं लौटीं घर
जानकारी के मुताबिक, मृतका की पहचान दीपशिखा शर्मा के रूप में हुई है। वह अपने पति उमेश शर्मा के साथ रहती थीं और उनके नाम पर राजनगर एक्सटेंशन की ओरा सोसायटी में एक फ्लैट है, जिसे उन्होंने किराए पर दे रखा था। बुधवार रात दीपशिखा शर्मा किराया लेने के लिए उसी फ्लैट पर गई थीं, लेकिन देर रात तक वापस नहीं लौटीं।
जब काफी देर तक उनका कोई पता नहीं चला तो घर पर काम करने वाली मेड को चिंता हुई। शक होने पर मेड उसी फ्लैट पर पहुंची, जहां दीपशिखा किराएदारों से मिलने गई थीं।
फ्लैट में मिले संदिग्ध हालात, बैग से बरामद हुआ शव
मेड जब फ्लैट के अंदर पहुंची तो वहां का माहौल असामान्य लगा। घर के अंदर सामान बिखरा हुआ था और एक कमरे में रखा लाल रंग का बड़ा बैग बेहद संदिग्ध प्रतीत हुआ। जब बैग को खोलकर देखा गया तो उसके अंदर दीपशिखा शर्मा का शव टुकड़ों में मिला।
यह दृश्य देखकर मेड घबरा गई और तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही नंदग्राम थाना पुलिस, वरिष्ठ अधिकारी और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंच गई।
पुलिस जांच में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया कि फ्लैट में अजय गुप्ता और उसकी पत्नी आकृति गुप्ता किराए पर रह रहे थे। पूछताछ में पता चला कि दोनों पिछले पांच से छह महीनों से किराया नहीं दे रहे थे। इसी बात को लेकर दीपशिखा शर्मा और किराएदार दंपती के बीच विवाद चल रहा था।
बुधवार रात जब दीपशिखा किराया मांगने पहुंचीं तो बहस तेज हो गई। पुलिस के अनुसार, गुस्से में आकर आरोपियों ने पहले महिला का गला घोंट दिया, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। हत्या के बाद दोनों ने शव को ठिकाने लगाने की कोशिश की और उसे टुकड़ों में काटकर बैग में भर दिया।
आरोपी दंपती हिरासत में, पूछताछ जारी
घटना के बाद से ही पुलिस ने फ्लैट में रह रहे अजय गुप्ता और आकृति गुप्ता को हिरासत में ले लिया है। दोनों से अलग-अलग पूछताछ की जा रही है। पुलिस का कहना है कि पूछताछ के दौरान कई अहम जानकारियां सामने आई हैं, जिनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद हत्या की पूरी टाइमलाइन और तरीके को और स्पष्ट किया जाएगा।
एसीपी नंदग्राम का बयान
इस मामले को लेकर एसीपी नंदग्राम उपासना पांडेय ने बताया कि संदेह के आधार पर मेड फ्लैट पर पहुंची थी। तलाशी के दौरान एक लाल रंग के बैग से महिला का शव बरामद हुआ। फ्लैट में किराए पर रह रहे अजय गुप्ता और आकृति गुप्ता को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। सभी पहलुओं की गंभीरता से जांच की जा रही है और जल्द ही आरोपियों को औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया जाएगा।
पश्चिमी यूपी में बढ़ती जघन्य अपराधों की कड़ी
गौरतलब है कि हाल के महीनों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में इस तरह के अपराध लगातार सामने आ रहे हैं। कभी नीले ड्रम में शव छिपाने की घटनाएं चर्चा में रहीं, तो कहीं शव को काटकर सूटकेस में भरने की वारदातों ने लोगों को डरा दिया।
गाजियाबाद, नोएडा और आसपास के एनसीआर क्षेत्रों में इस तरह की घटनाएं न केवल कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रही हैं, बल्कि आम लोगों के बीच भय का माहौल भी बना रही हैं।
सवालों के घेरे में सुरक्षा व्यवस्था
इस घटना के बाद सोसाइटी की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे हैं। जिस फ्लैट में इतनी बड़ी वारदात हुई, वहां किसी को भनक तक नहीं लगी। अब पुलिस सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल कॉल रिकॉर्ड और अन्य तकनीकी साक्ष्यों के जरिए पूरे मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही है।
किराए को लेकर शुरू हुआ एक मामूली विवाद इस कदर खौफनाक अंजाम तक पहुंच जाएगा, किसी ने सोचा भी नहीं था। यह घटना न सिर्फ इंसानियत को शर्मसार करती है, बल्कि समाज में बढ़ती असहिष्णुता और हिंसा की मानसिकता पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है। पुलिस का दावा है कि मामले में जल्द ही चार्जशीट दाखिल कर आरोपियों को कड़ी सजा दिलाने की कोशिश की जाएगी।
This shocking Ghaziabad murder case highlights a brutal crime where a tenant couple allegedly killed their landlady over a long-standing rent dispute in Rajnagar Extension. The dismembered body found inside a suitcase has once again raised concerns about rising crime in NCR, tenant-landlord disputes, and safety in residential societies. Ghaziabad crime news like this underscores the urgent need for stronger law enforcement and community vigilance.



















