AIN NEWS 1 पीलीभीत : बता दें जहानाबाद के लालपुर गांव की दीक्षा अपनी मेहनत से गंगवार पुलिस महकमे में उपनिरीक्षक बन गई हैं। यहां तक आने के लिए उन्होंने बहुत ज्यादा कड़ा संघर्ष किया है। लेकीन जब वह पुलिस में भर्ती की तैयारी कर रहीं थी, तब लोग उसे तरह तरह के ताने मारा करते थे, और छींटाकशी करते थे। अब वही लोग कहते हैं- दरोगा बनकर बिटिया ने सभी का नाम रोशन किया। इस मामले मे लालपुर गांव निवासी दीक्षा गंगवार ने बताया कि 2020 में यूपी पुलिस में वह आरक्षी पद पर भर्ती हुईं थी। इस मुकाम को पाने के लिए उन्हें काफी ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ा। गांव के माहौल के चलते तैयारियों को कई बार झटका भी लगा। एक बार तो सोचा कि घर में बैठकर ही पढ़ाई करूं, किसी दूसरे जॉब की।22 साल की उम्र में जब वह सड़क पर दौड़ने निकलतीं थीं, तब लोग तरह तरह की छींटाकशी के साथ ताने भी मारते थे। लेकिन उन्होंने कभी भी हिम्मत नहीं हारी। और माता-पिता से बात की। उन्होंने यही कहा कि इनका जवाब सफलता हासिल करके दें। इसके बाद दीक्षा ने दिन-रात बेहद कड़ी मेहनत की। नतीजा यह रहा कि वह सफल हो गईं। आरक्षी बनने के बाद भी दीक्षा ने अपनी मेहनत को कम बिलकुल नहीं किया।
2022 में दरोगा की सीधी भर्ती में भी उन्होंने प्रयास किया और सफलता यहाँ भी हासिल की। वर्तमान में दीक्षा लखनऊ में थाना गौतमपुरी में तैनात हैं।