नमस्कार,
कल की बड़ी खबर पीएम मोदी की पुरानी तस्वीर से जुड़ी है जिसमें वे आडवाणी के पैरों के पास बैठे हैं। वहीं, दूसरी खबर UP के PCS अफसर के बच्चों की मौत से जुड़ी है।
आज के प्रमुख इवेंट्स:
- पीएम मोदी के मन की बात का 129वां एपिसोड टेलीकास्ट होगा।
- राष्ट्रपति मुर्मू पनडुब्बी में समुद्री यात्रा करेंगी। ऐसा करने वाली भारत की दूसरी राष्ट्रपति होंगी।
कल की बड़ी खबरें:
खड़गे का आरोप: ‘गांधी सरनेम से दिक्कत के कारण बदला गया मनरेगा का नाम’, राहुल बोले—देश में चल रहा है वन मैन शो

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि उन्हें ‘गांधी’ उपनाम से समस्या है, इसी वजह से मनरेगा का नाम बदला गया। खड़गे ने आरोप लगाया कि यह फैसला गरीबों और ग्रामीणों को कमजोर करने की मंशा से लिया गया है। यह बातें उन्होंने शनिवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में कहीं।
खड़गे ने कहा कि मनरेगा जैसे कानून देश के गरीब और मजदूर वर्ग को सहारा देते हैं, लेकिन केंद्र सरकार इन योजनाओं को कमजोर करने का प्रयास कर रही है। उनका कहना था कि नाम परिवर्तन केवल दिखावटी नहीं बल्कि गरीब विरोधी सोच का प्रतीक है।
सीडब्ल्यूसी बैठक में शामिल नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मनरेगा का नाम बदले जाने का फैसला न तो कैबिनेट से ठीक से चर्चा कर लिया गया और न ही राज्यों से सलाह ली गई। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री देश को ‘वन मैन शो’ की तरह चला रहे हैं, जहां फैसले एकतरफा लिए जा रहे हैं।
राहुल ने यह भी कहा कि सरकार की नीतियों का फायदा केवल 2–3 बड़े उद्योगपतियों को मिल रहा है, जबकि सबसे ज्यादा नुकसान ग्रामीण भारत और गरीबों को झेलना पड़ रहा है।
कांग्रेस ने घोषणा की कि वह मनरेगा का नाम ‘VB–जी राम जी’ किए जाने के विरोध में देशव्यापी आंदोलन चलाएगी। यह अभियान 5 जनवरी से शुरू होगा। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने शीतकालीन सत्र में इस नाम परिवर्तन से जुड़ा विधेयक पेश किया था, जिसे राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने के बाद कानून का रूप दे दिया गया है।
मुख्य बातें:
खड़गे का आरोप: गांधी सरनेम से नाराजगी के कारण बदला गया मनरेगा का नाम
राहुल गांधी बोले: बिना राज्यों से पूछे लिया गया फैसला, देश में चल रहा वन मैन शो
कांग्रेस का ऐलान: 5 जनवरी से देशव्यापी विरोध अभियान चलाया जाएगा
ब्राह्मण विधायकों की बैठक पर सख्त हुए पंकज चौधरी, बोले—दोबारा हुई तो होगी कार्रवाई

उत्तर प्रदेश में भाजपा के ब्राह्मण विधायकों की हालिया बैठक को लेकर पार्टी के अंदर हलचल तेज हो गई है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पंकज चौधरी ने 48 घंटे के भीतर दूसरी बार विधायकों को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि इस तरह की बैठक दोबारा हुई तो पार्टी की ओर से कार्रवाई की जाएगी।
पंकज चौधरी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सर्वसमाज की पार्टी है और पार्टी का संविधान इस बात की अनुमति नहीं देता कि उसके जनप्रतिनिधि जातीय आधार पर बैठक करें। उन्होंने चेताया कि भविष्य में कोई भी ऐसी गतिविधि न की जाए जो पार्टी की नीति और अनुशासन के खिलाफ हो।
उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा का मूल उद्देश्य सभी वर्गों को साथ लेकर चलना है और जातिगत बैठकों से पार्टी की छवि और विचारधारा को नुकसान पहुंचता है। इसलिए आगे किसी भी प्रकार की जाति आधारित बैठक बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
इस बीच यूपी भाजपा अध्यक्ष बनने के बाद पंकज चौधरी पहली बार प्रदेश यात्रा पर निकले हैं। शनिवार सुबह वे मथुरा पहुंचे, जहां कार्यकर्ताओं ने शॉल ओढ़ाकर और माला पहनाकर उनका स्वागत किया। इसके बाद उन्होंने बांके बिहारी मंदिर में दर्शन-पूजन किया।
मुख्य बातें:
ब्राह्मण विधायकों की बैठक पर पंकज चौधरी की दूसरी कड़ी चेतावनी
जातिगत आधार पर बैठक को पार्टी संविधान के खिलाफ बताया
यूपी अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार प्रदेश दौरे पर निकले पंकज चौधरी
दिग्विजय सिंह ने पीएम मोदी की पुरानी फोटो साझा की, लिखा—चरणों में बैठने वाला कार्यकर्ता बना मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक पुरानी तस्वीर साझा की है। इस तस्वीर में नरेंद्र मोदी, उस समय के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी के पैरों के पास फर्श पर बैठे नजर आ रहे हैं। यह फोटो काफी पुरानी बताई जा रही है।
दिग्विजय सिंह ने पोस्ट के साथ लिखा कि यह तस्वीर बेहद प्रभावशाली है। उन्होंने कहा कि किस तरह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का एक जमीनी स्वयंसेवक और जनसंघ का कार्यकर्ता नेताओं के चरणों में बैठकर आगे बढ़ा और पहले प्रदेश का मुख्यमंत्री तथा फिर देश का प्रधानमंत्री बना। उन्होंने इसे संगठन की शक्ति का उदाहरण बताते हुए पोस्ट के अंत में ‘जय सिया राम’ लिखा।
बाद में दिग्विजय सिंह ने इस पोस्ट को लेकर अपनी बात स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि वह शुरू से ही आरएसएस की विचारधारा के खिलाफ रहे हैं, लेकिन उसकी संगठनात्मक क्षमता की प्रशंसा करते हैं। उन्होंने कहा कि एक ऐसा संगठन, जो पंजीकृत भी नहीं है, इतना प्रभावशाली हो गया है कि प्रधानमंत्री को लाल किले से उसे दुनिया का सबसे बड़ा एनजीओ कहना पड़ता है।
मुख्य बातें:
दिग्विजय सिंह ने पीएम मोदी और आडवाणी की पुरानी तस्वीर X पर पोस्ट की
फोटो को संगठन की ताकत का प्रतीक बताते हुए की आरएसएस की संगठन क्षमता की तारीफ
विचारधारा से असहमति जताई, लेकिन संगठन शक्ति को सराहा
नितिन नबीन बन सकते हैं भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष, 20 जनवरी को हो सकता है ऐलान

भाजपा के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार सरकार में पथ निर्माण मंत्री नितिन नबीन को पार्टी का अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक, इस संबंध में औपचारिक ऐलान 20 जनवरी को होने की संभावना है। यदि नितिन नबीन को यह जिम्मेदारी सौंपी जाती है, तो वे भाजपा के अब तक के सबसे युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष होंगे।
नितिन नबीन फिलहाल बिहार सरकार में सड़क निर्माण मंत्री हैं और लगातार पांच बार पटना की बांकीपुर विधानसभा सीट से विधायक चुने गए हैं। पार्टी और संगठन में उनकी सक्रिय भूमिका को देखते हुए शीर्ष नेतृत्व उनके नाम पर मुहर लगा सकता है।
नितिन नबीन का जन्म 23 मई 1980 को पटना में हुआ था। उनके पिता नवीन किशोर सिन्हा भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में गिने जाते थे। उन्होंने 12वीं तक की पढ़ाई दिल्ली के सीएसकेएम पब्लिक स्कूल से पूरी की। चुनावी हलफनामे के अनुसार, नितिन नबीन के खिलाफ 5 आपराधिक मामले दर्ज हैं और उनकी कुल घोषित संपत्ति करीब 3.1 करोड़ रुपये है।
उन्होंने 2006, 2010, 2015, 2020 और 2025 के विधानसभा चुनावों में बांकीपुर सीट से जीत दर्ज की। 2025 के चुनाव में उन्हें 98,299 वोट मिले, जबकि राजद की प्रत्याशी रेखा कुमारी को उन्होंने 51,936 मतों के अंतर से हराया।
9 फरवरी 2021 को नितिन नबीन पहली बार बिहार सरकार में पथ निर्माण मंत्री बने थे। वर्तमान में वे पार्टी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं।
सूत्रों का दावा है कि नितिन नबीन भाजपा अध्यक्ष पद के लिए एकमात्र उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल करेंगे। ऐसे में भाजपा के मुख्य चुनाव अधिकारी के. लक्ष्मण नामांकन पत्रों की जांच के बाद उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने की औपचारिक घोषणा कर सकते हैं।
मुख्य बातें:
नितिन नबीन को भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने की संभावना
20 जनवरी को हो सकता है आधिकारिक ऐलान, बन सकते हैं सबसे युवा अध्यक्ष
बिहार सरकार में पथ निर्माण मंत्री और लगातार पांच बार विधायक
कुलदीप सेंगर की सजा निलंबन पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज, उन्नाव रेप पीड़िता के गंभीर आरोप

उन्नाव रेप केस में दोषी पूर्व विधायक कुलदीप सेंगर को मिली राहत के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में सोमवार, 29 दिसंबर को सुनवाई होगी। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने दिल्ली हाईकोर्ट के उस फैसले को चुनौती दी है, जिसमें सेंगर की सजा निलंबित कर जमानत दी गई थी। मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश सूर्यकांत की अध्यक्षता वाली पीठ करेगी।
इससे पहले शनिवार को उन्नाव रेप पीड़िता सेंगर की जमानत के विरोध में दिल्ली स्थित CBI कार्यालय पहुंची थी। पीड़िता ने जांच प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठाते हुए कहा कि इस मामले के जांच अधिकारी ने उसके साथ गलत किया है।
पीड़िता का आरोप है कि जांच अधिकारी कुलदीप सेंगर और संबंधित जज से मिल गए, जिसके चलते सेंगर को जमानत मिली। उनका कहना है कि यह सब जानबूझकर किया गया ताकि वह मुकदमे में आगे न बढ़ सके, उसका मनोबल टूट जाए और वह न्याय की लड़ाई हार मान ले।
उन्नाव रेप केस 2017 का है, जब उत्तर प्रदेश के उन्नाव में कुलदीप सेंगर और उसके साथियों पर नाबालिग लड़की के अपहरण और बलात्कार का आरोप लगा था। मामले की जांच CBI ने की थी। दिल्ली की तीस हजारी अदालत ने 20 दिसंबर 2019 को कुलदीप सेंगर को दोषी ठहराते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई थी और आदेश दिया था कि उसे मृत्यु तक जेल में रखा जाएगा।
हालांकि, दिल्ली हाईकोर्ट ने 23 दिसंबर को सेंगर की सजा निलंबित करते हुए जमानत दे दी थी, जिसके बाद यह मामला एक बार फिर चर्चा में आ गया।
मुख्य बातें:
कुलदीप सेंगर की सजा निलंबन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में 29 दिसंबर को सुनवाई
उन्नाव रेप पीड़िता ने जांच अधिकारी और जज पर गंभीर आरोप लगाए
2019 में सेंगर को उम्रकैद, हाईकोर्ट से हाल ही में मिली जमानत
अंगीठी का धुआं बना मौत की वजह: वाराणसी के PCS अफसर के दो बच्चों समेत 4 की मौत

ठंड से बचने के लिए कमरे में अंगीठी जलाकर सोना वाराणसी के एक PCS अधिकारी के परिवार पर भारी पड़ गया। बिहार के छपरा में PCS अधिकारी के मासूम बेटे और बेटी, उनकी सास और साढ़ू के बच्चे की दम घुटने से मौत हो गई। हादसे में अफसर की पत्नी समेत साले और साली की हालत गंभीर बनी हुई है।
जानकारी के मुताबिक PCS अधिकारी की पत्नी अपने बच्चों के साथ छुट्टियां मनाने बिहार के छपरा गई थीं। शुक्रवार रात ठंड अधिक होने पर परिवार ने कमरे के अंदर अंगीठी जलाई और उसी हालत में सो गया।
देर रात दम घुटने के कारण परिवार के एक सदस्य को अचानक छटपटाहट हुई। किसी तरह उन्होंने कमरे का दरवाजा खोला और बाहर निकलकर घर के अन्य लोगों को बुलाया। जब परिजन अंदर पहुंचे तो देखा कि चार लोगों में कोई हलचल नहीं थी।
तुरंत सभी को छपरा के सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने PCS अधिकारी के बेटे, बेटी, सास और साढ़ू के बच्चे को मृत घोषित कर दिया। अन्य तीन लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है और उनका इलाज जारी है।
मुख्य बातें:
ठंड से बचने के लिए कमरे में जल रही अंगीठी से दम घुटा
PCS अफसर के बेटे-बेटी समेत 4 लोगों की मौत
पत्नी सहित तीन की हालत गंभीर, अस्पताल में इलाज जारी
एक हफ्ते में चांदी ₹27,771 महंगी, 1 किलो का भाव ₹2.28 लाख के पार; सोना भी ऑलटाइम हाई पर

पिछले एक सप्ताह में कीमती धातुओं की कीमतों में तेज उछाल देखने को मिला है। चांदी की कीमत में 27,771 रुपये की बढ़ोतरी हुई है, जिससे 1 किलो चांदी का भाव बढ़कर 2,28,107 रुपये हो गया है। वहीं सोना भी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है।
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के आंकड़ों के अनुसार, 19 दिसंबर को चांदी की कीमत 2,00,336 रुपये प्रति किलो थी, जो 26 दिसंबर को बढ़कर 2,28,107 रुपये हो गई। इसी अवधि में 24 कैरेट सोने की कीमत भी तेजी से बढ़ी है।
19 दिसंबर को 10 ग्राम 24 कैरेट सोना 1,31,779 रुपये का था, जो एक हफ्ते में 6,177 रुपये महंगा होकर 26 दिसंबर को 1,37,956 रुपये पर पहुंच गया। यह अब तक का सबसे ऊंचा स्तर बताया जा रहा है।
विशेषज्ञों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में मजबूत मांग और निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी के चलते चांदी और सोने की कीमतों में आगे भी तेजी बनी रह सकती है। अनुमान है कि साल 2026 तक चांदी 2.75 लाख रुपये प्रति किलो तक पहुंच सकती है, जबकि सोना 1.50 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के पार जा सकता है।
मुख्य बातें:
एक सप्ताह में चांदी ₹27,771 महंगी, भाव ₹2.28 लाख प्रति किलो
सोना भी ऑलटाइम हाई पर, 10 ग्राम का दाम ₹1,37,956
विशेषज्ञों का अनुमान: 2026 तक चांदी ₹2.75 लाख और सोना ₹1.50 लाख तक पहुंच सकता है



















