AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश में कड़ाके की ठंड और शीतलहर ने आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित करना शुरू कर दिया है। खासकर सुबह और रात के समय पड़ रही तेज ठंड और घने कोहरे ने बच्चों की सेहत को लेकर चिंता बढ़ा दी है। इसी को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने एक अहम और राहत भरा फैसला लिया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में कक्षा 1 से 12 तक के सभी स्कूलों को 1 जनवरी तक बंद रखने के आदेश जारी किए हैं। यह आदेश पूरे उत्तर प्रदेश में लागू होगा, जिसमें सरकारी, निजी, सहायता प्राप्त और सभी बोर्डों से जुड़े स्कूल शामिल हैं।
❄️ क्यों लिया गया स्कूल बंद करने का फैसला?
पिछले कुछ दिनों से उत्तर प्रदेश के कई जिलों में तापमान तेजी से गिरा है। सुबह के समय घना कोहरा, ठंडी हवाएं और शीतलहर का असर साफ दिखाई दे रहा है। मौसम विभाग ने भी आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ने की चेतावनी दी है।
छोटे बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों के लिए यह मौसम खासा जोखिम भरा माना जाता है। स्कूल जाने वाले बच्चों को सुबह-सुबह ठंड में बाहर निकलना पड़ता है, जिससे सर्दी, खांसी, बुखार और सांस से जुड़ी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है।
इन्हीं परिस्थितियों को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बच्चों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए स्कूल बंद रखने का निर्देश दिया।
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🏫 किन-किन स्कूलों पर लागू होगा आदेश?
सरकारी आदेश के अनुसार यह फैसला:
कक्षा 1 से कक्षा 12 तक
सरकारी स्कूल
निजी स्कूल
सीबीएसई, आईसीएसई, यूपी बोर्ड समेत सभी बोर्ड
पर समान रूप से लागू होगा। यानी प्रदेश का कोई भी स्कूल इस आदेश से बाहर नहीं रहेगा।
📢 जिला प्रशासन को क्या निर्देश दिए गए?
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी निर्देशों में जिला प्रशासन को सख्त अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा गया है। सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि:
कोई भी स्कूल आदेश का उल्लंघन न करे
यदि कोई स्कूल खुला पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए
अभिभावकों को सही और समय पर जानकारी दी जाए
गाजियाबाद, लखनऊ, नोएडा, कानपुर, मेरठ, प्रयागराज, वाराणसी समेत कई जिलों में पहले से ही ठंड को लेकर सतर्कता बढ़ा दी गई है।
👨👩👧👦 अभिभावकों और छात्रों को मिली राहत
इस फैसले से अभिभावकों ने भी राहत की सांस ली है। कई माता-पिता का कहना है कि बच्चों को ठंड में स्कूल भेजना मुश्किल हो गया था। खासकर छोटे बच्चों के लिए सुबह जल्दी उठकर ठंड में निकलना स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।
छात्रों के लिए भी यह फैसला राहत लेकर आया है, क्योंकि ठंड और कोहरे के कारण स्कूल पहुंचना जोखिम भरा हो गया था।
🔥 ठंड से बचाव के लिए अन्य कदम
स्कूल बंद करने के साथ-साथ राज्य सरकार ने ठंड से बचाव के लिए अन्य जरूरी कदम उठाने के भी निर्देश दिए हैं:
सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की व्यवस्था
रैन बसेरों में कंबल और हीटर
बेसहारा और जरूरतमंद लोगों की मदद
अस्पतालों में ठंड से जुड़ी बीमारियों के लिए तैयारियां
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा है कि ठंड के कारण किसी भी व्यक्ति की जान को खतरा न हो, यह सुनिश्चित किया जाए।
🕒 आगे क्या होगा?
फिलहाल स्कूल 1 जनवरी तक बंद रहेंगे। इसके बाद मौसम की स्थिति को देखते हुए सरकार आगे का फैसला ले सकती है। यदि ठंड और शीतलहर का प्रकोप जारी रहता है, तो छुट्टियां बढ़ाने पर भी विचार किया जा सकता है।
राज्य सरकार ने अभिभावकों से अपील की है कि वे बच्चों को ठंड से बचाकर रखें और अनावश्यक रूप से बाहर न निकलने दें।
The Uttar Pradesh government has ordered the closure of all schools till January 1 due to severe cold wave conditions across the state. Chief Minister Yogi Adityanath issued the directive prioritizing children’s safety amid falling temperatures and dense fog. The decision applies to all government and private schools, including CBSE, ICSE, and UP Board institutions, ensuring uniform implementation across districts like Ghaziabad, Lucknow, Noida, and Kanpur.



















