AIN NEWS 1: गाजियाबाद के मधुबन बापूधाम योजना में प्लॉट लेने वाले हजारों आवंटियों के लिए अब एक बड़ी राहत भरी खबर सामने आई है। वर्षों से जिस परेशानी के कारण लोग मकान बनाने से हिचक रहे थे, आखिरकार वह समस्या दूर हो गई है। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) ने योजना क्षेत्र से गुजर रही हाईटेंशन विद्युत लाइन को हटा दिया है। इसके साथ ही इलाके में लंबे समय से रुके विकास कार्यों को भी तेज़ी से पूरा किया जा रहा है।

2004 में शुरू हुई थी मधुबन बापूधाम योजना
मधुबन बापूधाम योजना को GDA ने वर्ष 2004 में लॉन्च किया था। इस योजना का उद्देश्य गाजियाबाद में सुनियोजित आवासीय और व्यावसायिक क्षेत्र विकसित करना था। कुल 1,234 एकड़ क्षेत्रफल में फैली इस योजना के लिए चरणबद्ध तरीके से जमीन का अधिग्रहण किया गया।
पहले चरण में लगभग 800 एकड़ भूमि ली गई, इसके बाद 153 एकड़ अतिरिक्त जमीन अधिग्रहित कर उसे विकसित किया गया। योजना के अंतर्गत कई पॉकेट बनाए गए, जिनके लिए वर्ष 2011 से 2015 के बीच प्लॉट आवंटन योजनाएं निकाली गईं।
जमीन अधिग्रहण विवाद बना सबसे बड़ी बाधा
हालांकि, यह योजना अपने निर्धारित समय पर आगे नहीं बढ़ सकी। किसानों को दिए जाने वाले मुआवजे को लेकर विवाद खड़ा हो गया, जिसकी वजह से विकास कार्य वर्षों तक ठप पड़े रहे। मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा और आखिरकार वर्ष 2016 में शीर्ष अदालत ने बढ़ा हुआ मुआवजा देने का आदेश दिया।
इस कानूनी प्रक्रिया के कारण योजना का विकास काफी पीछे चला गया और आवंटी लंबे समय तक असमंजस की स्थिति में फंसे रहे।
हाईटेंशन लाइन थी सबसे बड़ी टेंशन
मधुबन बापूधाम योजना के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन आवंटियों के लिए सबसे बड़ी चिंता का विषय बनी हुई थी। सुरक्षा कारणों और नियमों के चलते इस लाइन के नीचे या आसपास मकान बनाने की अनुमति नहीं मिल पा रही थी।
कई आवंटी वर्षों से नक्शा पास कराने के इंतजार में थे, लेकिन हाईटेंशन लाइन के कारण उनका सपना अधूरा रह गया।
अब GDA ने इस समस्या का स्थायी समाधान कर दिया है। योजना क्षेत्र से हाईटेंशन लाइन हटाए जाने के बाद अब आवंटी बिना किसी डर या अड़चन के अपने मकानों का निर्माण करा सकेंगे।
सड़कों और बिजली व्यवस्था पर तेज़ी से काम
GDA अधिकारियों के मुताबिक, अब पूरा फोकस योजना को पूरी तरह से विकसित करने पर है।
मुख्य सड़कों के साथ-साथ आंतरिक सड़कों का निर्माण तेज़ी से चल रहा है
बिजली व्यवस्था को सुचारू करने के लिए नए खंभे लगाए जा रहे हैं
सभी पॉकेट्स में विद्युत लाइनें डाली जा रही हैं
इन सुविधाओं के पूरे होने के बाद आवंटियों के लिए वहां रहना आसान हो जाएगा।
EMI और किराये का दोहरा बोझ झेल रहे थे आवंटी
मधुबन बापूधाम योजना में प्लॉट लेने वाले कई लोग खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे थे।
जिन लोगों ने बैंक लोन लेकर प्लॉट खरीदे थे, वे लगातार EMI चुका रहे थे। दूसरी ओर, क्योंकि मकान नहीं बन पाया, इसलिए किराये के घर में रहना मजबूरी बन गया था।
EMI और किराये का यह दोहरा बोझ कई परिवारों के लिए आर्थिक तनाव का कारण बना हुआ था।
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अब विकास कार्यों के तेज़ होने से इन लोगों को उम्मीद की नई किरण दिखाई दे रही है। जैसे-जैसे सुविधाएं पूरी होंगी, आवंटी यहां अपना खुद का घर बना सकेंगे।
योजना में बन रहे हैं आवासीय और व्यावसायिक प्रोजेक्ट
मधुबन बापूधाम योजना सिर्फ प्लॉटिंग तक सीमित नहीं है। यहां विभिन्न श्रेणियों के आवासीय प्रोजेक्ट भी विकसित किए जा रहे हैं, जिनमें शामिल हैं—
EWS (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग)
LIG (निम्न आय वर्ग)
अफॉर्डेबल ग्रुप हाउसिंग
इसके अलावा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत भी यहां परियोजनाएं चल रही हैं।
व्यावसायिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए बुनकर मार्ट, कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स और शहर का सबसे बड़ा डिस्ट्रिक्ट सेंटर भी इसी योजना में प्रस्तावित है।
ROB और अंडरपास से मिलेगी ट्रैफिक राहत
मधुबन बापूधाम क्षेत्र के लोगों के लिए एक और अच्छी खबर है। यहां रेलवे ओवरब्रिज (ROB) और अंडरपास का निर्माण कार्य भी तेजी से चल रहा है।
GDA अधिकारियों का कहना है कि अगले तीन महीनों में यह परियोजनाएं पूरी हो सकती हैं।
फिलहाल दिल्ली-मेरठ रोड जाने के लिए लोगों को रेलवे फाटक से होकर गुजरना पड़ता है, जिससे ट्रेन आने पर लंबा जाम लग जाता है।
ROB और अंडरपास के बन जाने से—
दिल्ली-मेरठ रोड सीधे हापुड़ रोड से जुड़ जाएगी
जाम की समस्या से राहत मिलेगी
इलाके की कनेक्टिविटी बेहतर होगी
GDA अधिकारियों और आवंटियों की प्रतिक्रिया
GDA के चीफ इंजीनियर आलोक रंजन का कहना है कि मधुबन बापूधाम योजना को प्राथमिकता के आधार पर विकसित किया जा रहा है और सभी जरूरी सुविधाएं जल्द पूरी की जाएंगी।
वहीं मधुबन बापूधाम वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष राजेंद्र कुमार शर्मा के मुताबिक, आवंटी काफी समय से मकान बनाना चाहते थे, लेकिन बुनियादी सुविधाओं के अभाव में ऐसा संभव नहीं हो पा रहा था। अब हालात बदल रहे हैं और लोग जल्द ही निर्माण शुरू कर सकेंगे।
Madhuban Bapudham Scheme in Ghaziabad is finally witnessing rapid development after years of delay. The Ghaziabad Development Authority (GDA) has removed the high tension power line passing through the scheme, providing major relief to plot holders. With roads, electricity infrastructure, residential and commercial projects, and upcoming ROB and underpass connecting Delhi Meerut Road to Hapur Road, Madhuban Bapudham is emerging as a promising residential destination in Ghaziabad.



















