AIN NEWS 1: नए साल 2026 के स्वागत को लेकर देशभर में उत्साह का माहौल है, लेकिन बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में यह उत्साह कुछ ज्यादा ही देखने को मिल रहा है। जैसे-जैसे साल के आखिरी दिन नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे वाराणसी में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। हालात ऐसे हो चुके हैं कि शहर की तंग गलियों से लेकर गंगा घाटों तक हर जगह इंसानों का सैलाब नजर आ रहा है।
🔸 नए साल से पहले क्यों उमड़ी इतनी भीड़?
काशी सिर्फ एक धार्मिक नगरी नहीं, बल्कि भारत की आत्मा मानी जाती है। माना जाता है कि नए साल की शुरुआत अगर बाबा विश्वनाथ के दर्शन और मां गंगा के आशीर्वाद से हो जाए, तो पूरा साल शुभ रहता है। यही वजह है कि देश के कोने-कोने से लोग साल का आखिरी दिन और नए साल का पहला सूर्योदय वाराणसी में बिताना चाहते हैं।
इस बार हालात इसलिए भी खास हैं क्योंकि:
नए साल की छुट्टियाँ
स्कूल-कॉलेजों का अवकाश
सर्दियों में पर्यटन का पीक सीजन
इन सबने मिलकर वाराणसी को पूरी तरह से ‘हाउसफुल’ कर दिया है।
🔸 काशी विश्वनाथ धाम में हालात
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में कई गुना इजाफा हुआ है। नए साल से पहले दर्शन करने वालों की लंबी कतारें सुबह से देर रात तक लगी हुई हैं।
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कई बार तो हालात ऐसे बन रहे हैं कि:
दर्शन में 6 से 8 घंटे तक का समय लग रहा है
सुरक्षा कारणों से मोबाइल और बैग ले जाने पर सख्ती
भीड़ नियंत्रण के लिए बैरिकेडिंग
प्रशासन की ओर से लगातार अपील की जा रही है कि श्रद्धालु धैर्य बनाए रखें और नियमों का पालन करें।
🔸 गंगा घाटों पर ‘जश्न और आस्था’ का संगम
दशाश्वमेध घाट, अस्सी घाट, केदार घाट और नमो घाट पर सुबह-शाम भारी भीड़ देखी जा रही है।
गंगा आरती में शामिल हो रहे हैं
नाव से गंगा दर्शन कर रहे हैं
नए साल के स्वागत के लिए दीपदान कर रहे हैं
हालांकि, अत्यधिक भीड़ के कारण कई घाटों पर नाव संचालन को सीमित कर दिया गया है।
🔸 शहर की गलियों में जाम के हालात
वाराणसी की पहचान उसकी संकरी गलियाँ हैं, लेकिन इन्हीं गलियों में इस समय सबसे ज्यादा परेशानी देखने को मिल रही है।
गोदौलिया, चौक, लक्सा, मैदागिन जैसे इलाकों में घंटों जाम
पैदल चलना भी मुश्किल
ई-रिक्शा और ऑटो पर आंशिक रोक
पर्यटकों को सलाह दी जा रही है कि वे पैदल चलने या साइकिल रिक्शा का इस्तेमाल करें।
🔸 होटल और ठहरने की स्थिति
वाराणसी के ज्यादातर होटल, गेस्ट हाउस और धर्मशालाएं पहले से ही बुक हो चुकी हैं।
बजट होटल मिलना मुश्किल
किराए में 30–50% तक बढ़ोतरी
आखिरी समय में आने वालों को परेशानी
प्रशासन और पर्यटन विभाग ने सलाह दी है कि बिना पुख्ता बुकिंग के यात्रा न करें।
🔸 प्रशासन की तैयारी और सुरक्षा इंतजाम
भारी भीड़ को देखते हुए वाराणसी प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है।
अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती
ड्रोन और CCTV से निगरानी
मेडिकल टीम और एंबुलेंस की व्यवस्था
ट्रैफिक डायवर्जन प्लान लागू
नए साल की रात किसी भी तरह की अव्यवस्था न हो, इसके लिए लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है।
🔸 नए साल पर आने वालों के लिए जरूरी सलाह
अगर आप भी नए साल 2026 का स्वागत काशी में करने का मन बना रहे हैं, तो इन बातों का ध्यान जरूर रखें:
यात्रा से पहले पूरी प्लानिंग करें
होटल और दर्शन स्लॉट पहले से बुक करें
भीड़ में बच्चों और बुजुर्गों का खास ख्याल रखें
कम से कम सामान लेकर चलें
प्रशासन के निर्देशों का पालन करें
🔸 काशी में नया साल: आस्था, उत्सव और संयम
वाराणसी में नया साल सिर्फ पार्टी या जश्न नहीं होता, बल्कि यह आत्मिक शांति और आध्यात्मिक अनुभव का अवसर होता है। गंगा के किनारे बैठकर आरती देखना, मंदिरों की घंटियों की आवाज और सुबह की ठंडी हवा—ये सब मिलकर नए साल की शुरुआत को खास बना देते हैं।
लेकिन इस अनुभव को यादगार बनाने के लिए जरूरी है कि हम संयम और समझदारी से काम लें।
Varanasi is witnessing an unprecedented surge of devotees and tourists ahead of New Year 2026. From Kashi Vishwanath Temple to the iconic ghats of the Ganga, massive crowds have transformed the city into a hub of spirituality and celebration. Travelers planning to celebrate New Year in Varanasi should be aware of traffic restrictions, hotel availability, and safety advisories to ensure a smooth and memorable experience in Kashi.



















