AIN NEWS 1: बता दें उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य बुधवार को गाजियाबाद के दौरे पर हैं। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात भी की, कलक्ट्रेट में एक समीक्षा बैठक की और फिर कश्यप महाकुंभ में वो शामिल हुए हैं।
इससे पहले केशव प्रसाद मौर्य दिल्ली में स्थित यूपी भवन से चलकर बुधवार सुबह वे गाजियाबाद में GT रोड स्थित वेस्ट व्यू बैंक्वेट हॉल में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे। यहां भाजपा के प्रमुख पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के संग उन्होने अपनी बैठक की। उपमुख्यमंत्री ने इस दौरान मंडल अध्यक्ष से लेकर सभी वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ताओं से उनकी क्षेत्रीय समस्या भी सूनी, प्रशासन का रवैया, किसानों की स्थिति का पूर्ण ब्यौरा भी लिया। वहा कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न में पुलिस-प्रशासन के रवैये की ही अधिक शिकायत उनके सामने आईं।
जिसपे डिप्टी सीएम बोले- कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न करने वालों पर जल्द होगा एक्शन
कार्यकर्ताओं ने मिलकर उपमुख्यमंत्री से कहा कि कमिश्नरेट बनने के बाद से यहां कोई खास सुधार देखने को अभी तक नहीं मिला है। सिर्फ पुलिस ने यहां वाहनों के चालान काटने की अपनी संख्या जरूर बढ़ा दी है। कार्यकर्ताओं ने यह भी कहा कि यदि पुलिस को किसी प्रकार ये बात पता चल जाती हैं कि ये गाड़ी वाला बीजेपी से है तो उसका फिर और ज्यादा ही उत्पीड़न किया जाता है। इसपर डिप्टी सीएम ने साफ कहा कि कार्यकर्ताओं के मान-सम्मान से कोई भी खिलवाड़ नहीं होगा। सरकार की छवि को खराब करने और कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न करने वाले जो भी अधिकारी हो उनको किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। इस सब पर बैठक में भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष सतेंद्र सिसौदिया, जिलाध्यक्ष दिनेश गोयल, महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा, राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल, सुनीता दयाल, मान सिंह गोस्वामी, मयंक गोयल, उदिता त्यागी, रूचि गर्ग, पूनम कौशिक, विकास गुप्ता समेत सभी विधायक मौजूद रहे।
उन्होने कहा के ‘गाजियाबाद प्रवेश द्वार के साथ है विकास द्वार’
कलक्ट्रेट में समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए डिप्टी सीएम ने साफ़ कहा, 2017 से पहले प्रदेश के सभी 75 जिले पूरी तरह से अपराध के ही अड्डे बने रहते थे। और आज हर जिले में अपराधियों पर सख्ती से कार्रवाई हो रही है। और गाजियाबाद प्रवेश द्वार के साथ उप्र का विकास द्वार भी है। इसे देखकर ही यहां लोगों को लगता है कि हमारे प्रदेश की विकास की शुरुआत कैसी है।
उन्होंने कहा, 26 अगस्त को ही गाजियाबाद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आए थे। उन्होंने जो भी निर्देश दिया, उसका अभी तक कितना पालन हुआ, ये ही पूरी जानकारी इस समीक्षा बैठक में ली गई है। डिप्टी सीएम ने बारिश ओलावृष्टि के मद्देनजर फसलों के नुकसान का आकलन कराकर उसकी भरपाई की भी बात कही।