AIN NEWS 1: दिल्ली-एनसीआर को अब सुपर रफ्तार देने जा रही रैपिड रेल बहुत जल्द ही शुरू होने वाली है। यह रेल अब ‘रैपिड एक्स’ (Rapid X) के नाम से ही पटरी पर दौड़ेगी। इस रैपिड रेल का अब नया नाम नई जेनरेशन के हिसाब से ही रख दिया गया है।बताया तो यह जा रहा है कि, रैपिड रेल अब से ‘रैपिड एक्स’ के नाम से जानी जायेगी। रैपिड नाम तो पहले से ही चल रहा है। लेकीन अब इसमे एक्स को जोड़ा गया है। मई में ही दिल्ली-मेरठ रूट पर इसका संचालन शुरू हो सकता है ऐसी पूरी संभावना है। इसके पहले चरण में साहिबाबाद से दुहाई के बीच ही रैपिड एक्स चलेगी। अगले वर्ष तक दिल्ली से मेरठ तक ही यह ट्रेन चलने लगेगी।दिल्ली-मेरठ तक कुल 82 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर पर इस रैपिड रेल का काम चल रहा है। प्रोजेक्ट का प्राथमिक खंड साहिबाबाद से दुहाई तक कुल 17 किलोमीटर लंबा है। इस खंड में टोटल पांच स्टेशन हैं। एनसीआरटीसी का दावा है कि पहला खंड रैपिड रेल परिचालन के लिए अभी पूरी तरह तैयार है। रैपिड रेल का ट्रायल भी सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। ट्रायल रन के दौरान ट्रैक पर रैपिड रेल को की 180 किलोमीटर प्रति घंटा रफ्तार से दौड़ाया गया।रैपिड रेल 5 से 10 मिनट के अंतराल में ही चलेंगी। रात में केवल 6 घंटे के लिए ही इस रैपिड रेल सेवा को बंद रखा जाएगा। ट्रेन संचालन का पूरा सिस्टम ही कंप्यूटराइज रहेगा। यदि किसी कोच में सवारी नहीं है तो ऑटोमेटिक उसकी लाइट बंद हो जाएंगी।
बता दें कि, उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव के लिए एक आदर्श आचार संहिता लगने से ही प्राथमिक खंड पर रैपिड रेल के परिचालन का उद्घाटन फिलहाल के लिए टल गया है। यात्रियों को अब रैपिड रेल में सफर करने के लिए मई आखिर तक इसका इंतजार करना पड़ सकता है हालांकि, प्रोजेक्ट पूरा होने की डेडलाइन जून माह तक है।
इस ट्रेन में कुल 6 कोच ही होंगे और महिलाओं के लिए एक कोच पूरी तरह आरक्षित रहेगा। यह रैपिड रेल दिल्ली से मेरठ तक कुल 55 मिनट में पहुंच जाएगी। दिल्ली से मेरठ तक यह प्रोजेक्ट कुल 82 किलोमीटर लंबा है। दिल्ली से मेरठ तक 82 किलोमीटर लंबे खंड में 10 हजार से ज्यादा मजदूर इसके निर्माण कार्य में जुटे हैं।
जाने रैपिड रेल में मरीजों के लिए भी खास इंतजाम
विनय कुमार ने बताया कि रैपिड रेल में मरीजों के लिए एक अलग से व्यवस्था रहेगी। मरीज अपने स्ट्रैचर सहित ही रैपिड रेल में सफर कर सकेंगे। इसके लिए उनसे कोई अतिरिक्त किराया भी नहीं वसूला जाएगा।