AIN NEWS 1 : बता दें एक आम नागरिक की चिट्ठी ने नोएडा पुलिस के सिर में काफ़ी दर्द कर रखा है। बीते एक सप्ताह से यह चिट्ठी सोशल मीडिया पर भी काफ़ी ज्यादा वायरल हो रही है। वायरल पत्र में लेखक ने अपने आपको एक ‘आम नागरिक’ बताते हुए कई संगीन आरोप फेस-1 थाना पुलिस पर ही लगाए हैं। इस पत्र की प्रतिलिपि पुलिस महानिदेशक को लखनऊ और गौतमबुद्ध नगर की पुलिस कमिश्नर को भी उसने ये चिठ्ठी भेजी हैं। इसके सोशल मीडिया पर चिट्ठी वायरल होने के बाद नोएडा के डीसीपी हरीश चंदर ने इसका संज्ञान लिया है। उनका कहना है कि इस मामले की एसीपी को जांच सौंप दी गई है।
चिट्ठी में आगे बताया कि इन जगहों से हो रही है उगाही
यह वायरल पत्र फेस-1 थाने पर तैनात एक कांस्टेबल सचिन चौधरी पर ही आधारित है। सिलसिलेवार कई संगीन आरोप लगाए हैं। लिखा गया है कि फेस-1 थाना क्षेत्र में पुलिस के संरक्षण में ही कई सारे अवैध गतिविधियां चल रही हैं। दलित प्रेरणा स्थल और फर्नीचर मार्केट पर लगने वाली रेहड़ी-पटरी तक से त्रिलोकपुरी का निवासी प्रवीण अवैध उगाही करता है। और यह पैसा सचिन चौधरी के पास जाता है। शहर के ही सेक्टर-16 की झुग्गी-झोपड़ियों में देव नामक युवक से अवैध गांजा भी बिकवाया जा रहा है। यह वही गांजा होता है, जो थाना पुलिस अपनी कार्यवाही में पकड़ती है। सेक्टर-5 में आरिफ मुससीर से सट्टे का काम भी कराया जा रहा है, ऐसा भी इस पत्र में लिखा गया है।
आगे इसमें लिखा है अपराधियों को पुलिस द्वारा संरक्षण देने का आरोप
इस पत्र में आगे लिखा गया है कि झुंडपुरा क्षेत्र में एक अतीक नामक युवक से सट्टे का काम भी कराया जाता है। आरक्षी सचिन पर सेक्टर-16 में चलने वाले कई स्पा सेंटरों से भी 4 लाख रुपए महीना और फर्नीचर मार्केट से भी एक लाख रुपए महीना लेने का आरोप इसमें लगाया गया है। परांठों की दुकानों से भी 15 हजार रुपए लेने की बात कही गई है। बाहरी लोगों को नकली पुलिस बनाकर अवैध उगाही करवाने के भी गम्भीर आरोप लगाए गए हैं।
आगे अवैध कॉल सेंटर और स्पा सेंटर
इस पत्र में आगे बताया गया है कि आरक्षी सचिन चौधरी 5 वर्ष से भी अधिक समय से इसी क्षेत्र में तैनात है। सेक्टर-2 में चलने वाले कॉल सेंटरों को लेकर भी बेहद गंभीर आरोप हैं। पत्र में लिखा गया है कि कॉल सेंटर को अवैध रूप से यहां संचालित कराया जा रहा है। जिनसे भविष्य में साइबर क्राइम को काफ़ी बढ़ावा मिलने का खतरा है। पत्र के अंत में सभी आरोपों की गोपनीय जांच करवाकर कार्यवाही करने की मांग भी की गई है।
जाने एसीपी जांच कर रहे हैं : डीसीपी
आम नागरिक के इस पत्र पर नोएडा के डीसीपी हरीश चंदर ने भी कहा, “पत्र में लिखे गए आरोपों की जांच करवाई जा रही है। यह जांच सहायक पुलिस आयुक्त को दी गई है। उनकी रिपोर्ट आने के बाद आगे कार्रवाई करेंगे।”