वीवो ने बनाया अल्ट्रामॉडर्न प्लांट
ग्रेटर नोएडा में 3500 करोड़ का निवेश
इस साल 10 लाख स्मार्टफोन एक्सपोर्ट होंगे
AIN NEWS 1: भारत में स्मार्टफोन यूजर्स की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। इससे एपल जैसी दिग्गज टेक कंपनी को भारत में आईफोन का प्रोडक्शन करना लगी। अभी तक शाओमी, सैमसंग और वीवो जैसी कंपनियां भारत में प्लांट लगाकर फोन बना रही हैं। शुरुआत में तो इन सभी कंपनियों ने पहले केवल भारतीय बाजार के लिए प्रोडक्शन किया था। लेकिन अब ये कंपनियां दुनियाभर के देशों के लिए भारत में स्मार्टफोन निर्माण कर रही हैं। इस बीच वीवो इंडिया ने अपनी इंडिया इंपैक्ट रिपोर्ट के दूसरे एडिशन में दावा किया है कि 2023 में वो 10 लाख से भी ज्यादा ‘मेड इन इंडिया’ स्मार्टफोन का निर्यात करेगा। वीवो ने पिछले साल ही थाईलैंड और सऊदी अरब में अपना पहला ‘मेड इन इंडिया’ स्मार्टफोन शिपमेंट भेजा था। भारत से एक्सपोर्ट बढ़ाने के लिए वीवो ने 2,400 करोड़ रुपये का निवेश किया है। मैन्युफैक्चरिंग क्षमता में और बढ़ोतरी के लिए कंपनी ने 2023 के आखिर तक 1100 करोड़ रुपये के अतिरिक्त निवेश की योजना बनाई है।
वीवो ने बनाया अल्ट्रामॉडर्न प्लांट
ये एलान संकेत देता है कि 2022-23 में भारत से स्मार्टफोन का निर्यात दोगुना होने के बाद 2023-24 में भी इसकी रफ्तार में तेजी बनी रहेगी।वीवो की भारत को लेकर योजनाओं के बारे में बात करें तो कंपनी भारत में साढ़े 7 हज़ार करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बना रही है। इस योजना के तहत पहले फेज में वीवो 2023 के आखिर तक 3,500 करोड़ के निवेश को पूरा करने के तरफ तेजी से बढ़ रही है। इससे यूपी के ग्रेटर नोएडा में नई अल्ट्रा मॉडर्न मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी बनाई जा रही है। 169 एकड़ में बनाए जा रहे इस प्लांट से 2024 तक प्रॉडक्शन शुरु हो जाएगा। इसके सभी फेज पूरा हो जाने के बाद इसमें सालाना 120 मिलियन स्मार्टफोन का उत्पादन होेगा
ग्रेटर नोएडा में 3500 करोड़ का निवेश
ऐसे में मुमकिन है कि आने वाले बरसों तक भारत से स्मार्टफोन के निर्यात के रिकॉर्ड लगातार टूटते रहें 2022-23 में भारत से करीब 90 हजार करोड़ रुपये के स्मार्टफोन्स का एक्सपोर्ट हुआ। ऐसा पहली बार हुआ जब भारत से स्मार्टफोन का एक्सपोर्ट 10 अरब डॉलर के पार निकल गया। इस बढ़ोतरी की एक बड़ी वजह भारत सरकार की प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम भी है। इस बढ़ोतरी में बड़ा हाथ स्मार्टफोन के एक्सपोर्ट में एपल और सैमसंग के दबदबे का रहा है। लेकिन अब वीवो की योजना से संकेत मिल रहा है कि दूसरी कंपनियां भी एक्सपोर्ट में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाएंगी।
इस साल 10 लाख स्मार्टफोन एक्सपोर्ट होंगे
घरेलू स्मार्टफोन बाजार में चीन की नीज कंपनियों का बोलबाला है। शाओमी, वीवो, ओप्पो और रियलमी जैसी कंपनियों की स्मार्टफोन मार्केट में करीब 75 फीसदी हिस्सेदारी है। सरकार का फोकस है कि ये कंपनियां केवल भारतीय बाजार में ही स्मार्टफोन नहीं बेचे बल्कि इसे भारत में बनाकर दुनिया भर के बाजारों में एक्सपोर्ट करें। यही वजह है कि अब इन कंपनियों ने एक्सपोर्ट पर भी ध्यान देना शुरू कर दिया है।